गरीब कल्याण रोजगार अभियान : कोरोना वायरस के करना हुए लॉकडाउन के बाद आर्थिक रूप से कमजोर, मजदूर व श्रमिक वर्ग के प्रवासी मजदूरों जो अपने घर वापस चले गए है उनके सामने काम और खाने पीने का संकट खड़ा हो गया. ऐसे में लोगो को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की गई है. जिससे उनका जीवन यापन चल सके।
किस किस तरह के काम किया जायेगा?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान को उन जिलों में चलाया जाएगा, जिस जिले में प्रवासी कामगारों की संख्या 25 हजार से ज्यादा है. इस गरीब कल्याण योजना के तहत मजदूरों को 125 दिनों के लिए काम मिलेगा जिसमे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े 25 तरह के काम शामिल है जैसे कुआं, तालाब निर्माण, सरकारी भवन निर्माण, रिपेयरिंग, मंडियों में भंडारण के लिए मजदूरी, गांव के नहर, सड़कों के निर्माण या मरम्मत के काम दिया जायेगा।
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किन किन राज्यों को शामिल किया गया है?
इस प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान को फ़िलहाल बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा के 116 जिलों में लागु किया गया हैं इनमें सबसे ज्यादा बिहार के 32 जिले हैं। बिहार के 32, उत्तर प्रदेश के 31, मध्य प्रदेश के 24, राजस्थान के 22, ओडिशा के 4 और झारखंड के 3 जिले शामिल हैं।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहार गांव से ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ की शुरुआत की है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की इस योजना के तहत मजदूर श्रमिकों और कामगारों को उनके गांव के पास ही काम मिल जायेगा.अब तक अपने हुनर और मेहनत से शहरों को आगे बढ़ा रहे थे लेकिन अब अपने गाँव को आगे बढ़ाएंगे।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत गरीबों के लिए पक्के घर भी बनेंगे, कहीं वृक्षारोपण भी होगा, कहीं पशुओं को रखने के लिए शेड भी बनाए जाएंगे. पीने के पानी के लिए, ग्राम सभाओं के सहयोग से जल जीवन मिशन को भी आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।
जाने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना क्या है
कैसे मिलेगा काम?
वैसे तो प्रवासी मजदुर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से सरकार के पास सभी मजदुर का जानकारी है और उसी के आधार पर सही को काम दिया जायेगा लेकिन अगर मजदुर ज्यादा जानकारी चाहते है तो नजदीकी ग्राम पंचायत या विकास खंड कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
मुख्य बातें:-
- प्रवासी कामगारों को आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए देश के 6 राज्यों के 16 जिलों मे 125 दिन का अभियान
- कामगारों की रुचि और कौशल के अनुरूप रोजगार व स्वरोजगार के कार्य
- रोजगार की तुरंत आवश्यकता वाले कामगारों को विभिन्न कार्यक्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे
- ग्रामीण सार्वजनिक परिसंपत्ति का निर्माण
- अपने ही गांव में जीविकोपार्जन की अन्य गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन
- सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधा रोपण, जल संरक्षण एवं सिंचाई, आंगनवाडी, पंचायत भवन व जल जीवन मिशन जैसे 25 कार्य उपलब्ध होंगे
Ptr