Ph.D. in pharmaceutical medicine course : भारत ने मेडिकल के छेत्र में बहुत तरक्की कर ली है, इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि भारत को विश्व का फार्मेसी किंग कहा जाने लगा है! भारत में भारत के साथ साथ विदेश के दवाई निर्माण से जुड़ी कंपनियां निवेश कर रही है।
इसी के कारण भारत में फार्मेसी और मेडिकल की पढाई करने वालो लोगो के लिए नौकरी की कमी नहीं है, अगर कोई भी व्यक्ति फार्मेसी के छेत्र में रुचि रखता है और इस छेत्र में कुछ बेहतर करना चाहता है तो उसे पीएचडी करनी चाहिए, अगर आप Ph.D. in pharmaceutical medicine course के बारे में नहीं जानते तो बने रहे इस आर्टिकल में|
Ph.D. in pharmaceutical medicine course क्या होता है?
Ph.D. in pharmaceutical medicine course एक डॉक्ट्रेट स्तर का कोर्स होता है, इस कोर्स को पोस्टग्रेडुएशन करने के बाद किया जा सकता है हालांकि भारत में कुछ ऐसे कॉलेज भी है जहा से आप कुछ विशेष विषय से ग्रेजुएशन करने के बाद भी इंटीग्रेटेड पीएचडी कोर्स किया जा सकता है जो कि 5 या उससे भी अधिक वर्षों तक हो सकता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों को पीएचडी कोर्स करने में 3 या उससे अधिक वर्षों का समय लग सकता है
Ph.D. in pharmaceutical medicine course के बाद का क्या काम होता है?
Ph.D. in pharmaceutical medicine course फार्मेसी के छेत्र में सबसे बेहतर कोर्स माना जाता है, इस कोर्स को करने के बाद आप फार्मेसी के विद्वान ही माने जायेंगे, इस कोर्स को बहुत कम लोग कर पाते है लेकिन इस कोर्स के बाद आपको बहुत अच्छे पदों पर काम करने का मौका भी मिलता है|
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के बाद आप गैर सरकारी संगठनों, कॉलेज या यूनिवर्सिटी, सरकारी संस्थाओं, हॉस्पिटल्स, फार्मास्यूटिकल कंपनी,नर्सिंग होम, लेबोरेटरी, बायोटेक्नोलॉजी कंपनी, रिसर्च इंस्टीट्यूट, आदि जगहों पर काम कर सकते है और इस कोर्स के बाद आप निम्नलिखित पदों पर काम कर सकते है –
फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी कंपनियों में सहायक प्रबंधक |
असिस्टेंट प्रोफेसर/प्रोफेसर |
क्लीनिक फार्मासिस्ट |
फार्मेसी कोऑर्डिनेटर |
फार्मेसी इंचार्ज |
फार्मेसी प्रबंधक |
फार्मास्युटिकल साइंटिस्ट |
सामुदायिक फार्मासिस्ट |
परचेज स्पेशलिस्ट |
काउंटर सेल्समैन |
शिक्षक |
मेडिकल कंटेंट राइटर |
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के लिए क्वालिफिकेशन क्या है?
किस भी विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन या डॉक्ट्रेट करने के लिए उस विषय के बारे मे जानकारी होना बहुत ही जरूरी है इसी कारण भारत में 12वीं के बाद किये जाने वाले अधिकतर कोर्स के लिए कुछ न कुछ क्वालिफिकेशन का होना जरुरी होता है| Ph.D. in pharmaceutical medicine course किसी भी विषय से पोस्टग्रेजुएशन या ग्रेजुएशन किया हुआ विद्यार्थी नहीं कर सकता इस कोर्स को करने के लिए कुछ क्वालिफिकेशन जरूरी है जो कि निम्नलिखित है।
- Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने से पहले उम्मीदवार ने एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से मास्टर इन फार्मेसी या इस विषय से सम्बन्धी विषय से कोई अन्य कोर्स किया होना चाहिए ।
- Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के लिए आपको मास्टर इन फार्मेसी फार्मेसी से जुड़े विषयों मैं पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ-साथ कम से कम 55% अंक होना आवश्यक है।
- प्रवेश परीक्षा में शामिल होना आवश्यक है।
- पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स करने के लिए आपको आपके द्वारा चुने गए संस्थान पर इंटरव्यू के लिए जाना अनिवार्य है।
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के लिए उम्र सीमा क्या है?
Ph.D. in pharmaceutical medicine course डॉक्टरेट स्तर का एक कोर्स है और इस कोर्स के लिए किसी भी संस्था द्वारा कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की है। अगर आप इस कोर्स में रुचि रखते हैं और आप एक योग्य उम्मीदवार है तो आप इस कोर्स को किसी भी आयु में कर सकते हैं। आयु सीमा के अलावा आपको कुछ और बातें ध्यान में रखनी होंगी जो कि ऊपर बताई गई है।
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के बाद सैलरी कितनी होती है?
पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स करने के बाद आप को रोजगार के बहुत से अवसर मिलेंगे, इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपको आपके अनुसार बेहतर और मनपसंद नौकरी की तलाश करना चाहिए।
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के बाद आपकी सैलरी अलग-अलग फैक्टर पर निर्भर करती है। पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स करने के बाद आप 2,00000 से 20,00000 प्रतिवर्ष तक की सैलरी पा सकते हैं हालांकि यह सैलरी औसत सैलरी है आप इससे अधिक या कम सैलरी भी पा सकते हैं।
Ph.D. in pharmaceutical medicine course के लिए प्रवेश परीक्षा कौन सी होती है?
भारत में अधिकांश कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा कराई जाती है ऐसे ही पीएचडी भी एक ऐसा कोर्स है जिसको करने की इच्छा बहुत से विद्यार्थी रखते हैं लेकिन इस कोर्स के लिए निर्धारित सीट होती हैं, Ph.D. in pharmaceutical medicine course के लिए अलग-अलग संस्थानों द्वारा प्रवेश परीक्षा कराई जाती है जिसके माध्यम से इस कोर्स के लिए कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है। पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स के लिए कराई जाने वाली कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित हैं –
GPAT |
GATE |
National institute of pharmaceutical education and research entrance test |
Manipal college of pharmaceutical science entrance test |
JSS college of pharmacy entrance test |
Ph.D. in pharmaceutical medicine course के लिए टॉप कॉलेज कौन से है?
भारत में अलग-अलग विषयों की शिक्षा के लिए अलग-अलग कॉलेज है हालांकि इनमें से कुछ कॉलेज टॉप कॉलेज कहलाए जाते हैं वहीं कुछ कॉलेजों की शिक्षा व्यवस्था को अच्छा नहीं समझा जाता, किसी भी कॉलेज को टॉप कॉलेज तब माना जाता है जब उस कॉलेज के द्वारा दी जा रही सभी सुविधाओं और सेवाओं के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता भी अच्छी हो। भारत में निम्नलिखित कॉलेजों को पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स के लिए टॉप कॉलेज माना जाता है –
Jamia Hamdard, New Delhi Delhi |
JSS College of Pharmacy, Ooty Tamil Nadu |
Al-Ameen College of Pharmacy, Bangalore Karnataka |
National Institute of Pharmaceutical Education and Research, SAS Nagar Punjab |
PES College of Pharmacy, Bangalore Karnataka |
St James college of Pharmaceutical Sciences, Chalakudy Kerala |
Shri Guru Ram Rai University, Dehradun Uttarakhand |
Nehru College of Pharmacy, Thrissur Kerala |
NIPER Guwahati – National Institute Of Pharmaceutical Education and Research, Assam |
Ph.D. in pharmaceutical medicine course कैसे करें?
Ph.D. in pharmaceutical medicine course एक बेहतरीन कोर्स है, इस कोर्स को करने के बाद आप अलग-अलग प्रकार की जॉब कर सकते हैं, आज बहुत से विद्यार्थी फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे हैं और बहुत से लोग इस विषय की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं।
अगर आप फार्मेसी क्षेत्र के विद्यार्थी हैं तो आपको पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए और अगर आप भविष्य में इस कोर्स को करने में रुचि रखते हैं तो आपको इस कोर्स को करने की प्रक्रिया भी पता होनी चाहिए, इस कोर्स को करने के लिए आप नीचे दी हुई प्रक्रिया का इस्तेमाल कर सकते हैं –
#1. बी फार्मा/ बीटेक/ एमएससी या एम फार्मा करें!
Ph.D. in pharmaceutical medicine course कोर्स एक ऐसा कोर्स है जो कि बी फार्मा या बीटेक के बाद भी किया जा सकता है, अगर आपने फार्मास्यूटिकल मेडिसिन से जुड़े हुए कुछ कोर्सेज के साथ बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा किया है या फिर आपने बी फार्मा किया है तो आप इंटीग्रेटेड पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स के योग्य होंगे।
वहीं अगर आप नॉन इंटीग्रेटेड पीएचडी करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको फार्मेसी से जुड़े विषयों के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन करना अनिवार्य होगा।
#2. प्रवेश परीक्षा दें।
Ph.D. in pharmaceutical medicine course करने के लिए राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर अलग-अलग प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं कराई जाती है और बहुत सी परीक्षाएं कॉलेजों के द्वारा ही कराई जाती हैं, अगर आप इस कोर्स को करना चाहते हैं तो आपको प्रवेश परीक्षा की तैयारी करनी होगी।
और तैयारी पूरी होने के बाद समय रहते प्रवेश परीक्षाओं के लिए आवेदन करना होगा। प्रवेश परीक्षा में आवेदन करने के बाद आपको परीक्षा की तिथि के बारे में बताया जाएगा और उस तिथि को आपको आपके द्वारा चुने गए परीक्षा सेंटर पर जाकर परीक्षा देनी होगी।
#3. कॉलेज में एडमिशन लीजिए।
जैसे ही आप प्रवेश परीक्षा देंगे तो इसके कुछ दिनों या महीनों बाद प्रवेश परीक्षा कराने वाली संस्था के द्वारा प्रवेश परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे, तत्पश्चात आपको इन नतीजों के अनुसार कॉलेज देखना होगा। अगर आप किसी कॉलेज में एडमिशन के योग्य होंगे तो आपको उस कॉलेज में संपर्क कर एडमिशन लेना होगा, एडमिशन लेते समय आपको सभी जरूरी दस्तावेजों को साथ रखना होगा और समय आने पर उन्हें जमा कराना होगा।
#4. इंटरव्यू दीजिए
Ph.D. in pharmaceutical medicine course में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा के बाद इंटरव्यू भी लिया जाता है, अगर आप इस कोर्स में रुचि रखते हैं तो आपको इस कोर्स से जुड़े सभी जरूरी जानकारी पता होनी चाहिए और एडमिशन के इंटरव्यू के दौरान आपको फार्मास्यूटिकल मेडिसिन से जुड़े चीजों के बारे में पूछा जा सकता है।
#5. कोर्स की अवधि तक पढ़ाई करें।
वैसे तो Ph.D. in pharmaceutical medicine course 3 साल का एक कोर्स माना जाता है हालांकि बहुत सारे विद्यार्थी इस कोर्स को करने में 3 से अधिक वर्षों का समय लगाते हैं, पीएचडी इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन कोर्स को पूरा करने के लिए आपको इस कोर्स की अवधि तक पढ़ाई करनी होगी और साथ ही साथ आपको किसी एक विषय में रिसर्च भी करनी होगी।
#6. डिग्री लीजिए।
जैसे ही आप Ph.D. in pharmaceutical medicine course की समय अवधि तक पढ़ाई के साथ-साथ अपने पसंदीदा विषय पर रिसर्च कर लेंगे तो इसके बाद आपको आपके द्वारा पीएचडी करने के लिए चुने गए संस्थान के द्वारा पीएचडी की 1 डिग्री दी जाएगी। इस डिग्री का इस्तेमाल करके आप कहीं पर भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।