सरकारी स्कूल के छात्र और छात्राओं के लिए विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका है। इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन शुरू हो चुका है। छात्र इंस्पायर अवार्डमानक योजना के लिए 15 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। यह आवेदन 2023-24 सत्र के लिए लिया जायेगा।
छठीं से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थी इसमें शामिल होते हैं। विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार के राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थन द्वारा आयोजित इंस्पायर अवार्ड के लिए देशभर से एक लाख विद्यार्थियों को चयन किया जाता है। जिन छात्रों के प्रोजेक्ट का चयन होता है, उन्हें भारत सरकार के विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग की तरफ से दस हजार रुपये की राशि दी जाती है। ज्ञात हो कि इस अवार्ड के लिए राज्यभर के स्कूली बच्चे शामिल होते हैं। प्रत्येक स्कूल से पांच विद्यार्थी को ऑनलाइन आवेदन करने की अनुमति होती है।
स्कूल के माध्यम से छात्र द्वारा ऑनलाइन आवेदन ईएमआईएएस पोर्टल पर किया जायेगा। जिलास्तर पर संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा आवेदन लिया जाता है। इसके बाद जिलास्तर पर सभी आवेदन को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के पास भेजा जाता है। राज्यस्तर पर इन आवेदनों को राष्ट्रीय स्तर पर चयन के लिए भेजा जाता है।
पांच-पांच आवेदन करने होंगे
सरकार से यू डायस कोड पाने वाले सभी सरकारी या निजी स्कूल, जिसमें छठी से ऊपर कक्षाएं संचालित होती हैं, उन्हें इंस्पायर अवॉर्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। स्कूलों को पांच-पांच रजिस्ट्रेशन करने का लक्ष्य दिया गया है। रजिस्ट्रेशन को बढ़ाने को लेकर छह अक्तूबर से बुधवार से जिलों के साथ बैठक शुरू की जाएगी। इसमें उन्हें मानक एप में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। इसे लेकर सभी जिलों के डीईओ को पत्र भेजा गया है।
लक्ष्य एक लाख, पर हुए मात्र 8610 रजिस्ट्रेशन
इंस्पायर अवॉर्ड के लिए राज्य के स्कूली बच्चों के रजिस्ट्रेशन की रफ्तार काफी धीमी है। पूरे राज्य के यू डायस संबद्ध स्कूलों से एक लाख रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य रखा गया है। इसमें अभी तक सिर्फ 8610 बच्चों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है। रजिस्ट्रेशन में बोकारो सबसे आगे है। अभी तक बोकारो जिले से 2936 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
चतरा दूसरे स्थान पर है, जहां से अबतक 889 रजिस्ट्रेशन हो चुका है। राजधानी रांची से अबतक मात्र 519 रजिस्ट्रेशन हुआ है। क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक दक्षिणी छोटानागपुर सह डीईओ रांची अरविंद विजय बिलुंग ने रजिस्ट्रेशन कम होने पर स्कूलों पर नाराजगी जताई है। बिलुंग ने स्कूलों को इसको लेकर गंभीर होने और जल्द आवेदन कराने का निर्देश दिया है। स्कूलों को 15 अक्तूबर तक आवेदन करने के लिए कहा गया है। बिलुंग ने स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक की थी, जिसमें इंस्पायर अवॉर्ड के रजिस्ट्रेशन की रफ्तार कम होने नाराजगी जताई थी।
उन्होंने कहा कि झारखंड को इस इंस्पायर अवॉर्ड रजिस्ट्रेशन में प्रथम राज्य बनाने का लक्ष्य है। भारत सरकार द्वारा इंस्पायर अवॉर्ड प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने और नए आविष्कारों के लिए उन्हें प्रेरित किया जाता है। रजिस्ट्रेशन के तहत बच्चों के आइडियाज भेजे जाते हैं। जिलास्तर पर चयनित होने वाले को 10 हजार रुपए मॉडल निर्माण के लिए दिया जाता है।
इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता ऑनलाइन मोड में
2023 के लिए बनाया गया एप इंस्पायर अवार्ड-मानक योजना के लिए पूरे बिहार से 4108 आवेदन जमा हुए हैं। इन सभी नवाचारी छात्रों का जिला स्तरीय प्रदश्रनी एवं परियोजना प्रतियोगिता का आयोजन अक्टूबर में किया जाएगा। इसके लिए विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग से मानक कंपीटिशन एप बनाया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह प्रतियोगिता ऑनलाइन मोड में होगा।
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एप के उपयोग संबंधित जानकारी य-टयब पर अपलोड किया गया है। ज्ञात हो कि 2020-21 सत्र में सबसे ज्यादा आवेदन वैशाली से 662 जमा हुआ था। वहीं पूर्णिया से 386, औरंगाबाद से 345, भागलपुर से 216, बांका से 185, गया से 179, सारण से 172, मुजफ्फरपुर से 166, दरभंगा से 159, पटना से 158 प्रोजेक्ट भेजे गये थे। इसके अलावा सभी जिलों से भी प्रोजेक्ट गये थे। सबसे कम सुपौल जिले से मात्र दो छात्र का प्रोजेक्ट गया था।
पटना जिले में सैकड़ों आवेदन हो चुके हैं जमा पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो सभी स्कूलों को इस संबंध में जानकारी दी जा चुकी है। स्कूल प्राचार्य द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है। डीईओ अमित कुमार ने बताया कि अधिक से अधिक छात्रों को इसमें मौका दिया जायेगा। इसके लिए सभी स्कूलों को ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया है। इसका लगातार मॉनिटरिंग भी की जायेगी।
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इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन लेना शुरू हो गया है। छात्र अधिक से अधिक इसमें शामिल हो, इसके लिए सभी स्कूलों को इसकी जानकारी डीईओ माध्यम से दी गयी है। कोरोना के कारण पिछले साल यानी 2021-22 सत्र का जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।- किरण कुमारी, राज्य परियोजना कार्यक्रम पदाधिकारी
इंस्पायर अवार्ड में चयनित प्रतिभागियों को खोज रहे स्कूल
बिहार में इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित छात्रों को स्कूल खोज रहे हैं लेकिन छात्र हैं कि मिल नहीं रहे। अब स्कूल इसकी जानकारी संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय को दे रहा है। ज्ञात हो कि इंस्पायर अवार्ड के लिए पूरे बिहार से 4108 प्रतिभागी का चयन किया गया था, लेकिन अभी तक 1465 प्रतिभागियों ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपने प्रोजेक्ट को ऑनलाइन अपलोड किया है। ऑनलाइन प्रोजेक्ट अपलोड करने की तिथि 15 अक्टूबर है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के अनुसार जो छात्र राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपने प्रोजेक्ट अपलोड नहीं करेंगे, वो राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो पायेंगे। ऐसे छात्र अपने प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान नहीं दिलवा पाएंगे।
ज्ञात हो कि विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा इंस्पायर मानक योजना अंतर्गत हर साल प्रतियोगिता का आयोजन करता है। इसमें उन बच्चों को खोजा जाता है जो विज्ञान के क्षेत्र में कुछ नया करना चाहते हैं। अरवल से 105 छात्रों का चयन इंस्पायर के लिए हुआ है। लेकिन अभी तक एक भी छात्र ने अपना प्रोजेक्ट अपलोड नहीं किया है। वहीं जहानाबाद और किशनगंज से 32 और 35 प्रोजेक्ट अपलोड हुआ था। लेकिन एक भी प्रोजेक्ट अपलोड नहीं हुआ है। यह स्थिति सुपौल जिले की भी है। वहीं ज्यादातर जिलों में 50 फीसदी भी छात्र प्रोजेक्ट को अपलोड नहीं कर पाये हैं।
इंस्पायर 2020-21 में 74 हजार प्रतिभागियों ने अपना आइडिया जमा किया था। देश भर में बिहार का तीसरा स्थान था। वहीं देश भर में टॉप-पांच में बिहार के सात जिलों ने स्थान बनाया था। इसमें अंतिम रूप से 4108 छात्रों का चयन हुआ था। यह चयन जिला स्तर पर किया गया था। चयनित सभी छात्रों को विभाग की तरफ से दस-दस हजार रुपये दिये गये थे। जिला स्तर पर चयन के बाद अब प्रतिभागी राज्य स्तर और फिर राष्ट्रीय स्तर पर शामिल होंगे।
जिलावार चयनित छात्र और अभी तक अपलोड प्रोजेक्ट
वैशाली – 662 में 495, औरंगाबाद – 345 में 141, कैमूर – 124 में 105, भागलपुर – 216 में 93, रोहतास – 109 में 72, बेगूसराय – 70 में 66, गया – 179 में 58, सीवान – 84 में 48, पूर्वी चंपारण – 122 में 44, लखीसराय – 58 में 31, खगड़िया – 68 में 30, जमुई – 57 में 29, मुंगेर – 44 में 27, दरभंगा – 159 में 26, बांका – 185 में 21, सारण – 172 में 19, पश्चिम चंपारण – 35 में 18, पूर्णिया – 386 में 18, मधुबनी – 33 में 16, मुजफ्फरपुर – 166 में 15, अररिया – 57 में 12, भोजपुर – 13 में 12, नवादा – 46 में 11, पटना – 158 में 11, नालंदा – 22 में आठ, समस्तीपुर – 72 में आठ, कटिहार – 50 में सात, शेखपुरा – 13 में सात, बक्सर – 25 में चार, सीतामढ़ी – 16 में चार, मधेपुरा – 53 में दो, सहरसा – 101 में दो, शिवहर – पांच में दो।
पिछले साल झारखंड पूरे देश में रजिस्ट्रेशन में चौथा राज्य
सत्र 2021-22 में झारखंड पूरे देश में रजिस्ट्रेशन में चौथा राज्य था। तब राज्य से 38,273 रजिस्ट्रेशन हुए थे। इसमें 1180 मॉडल को पुरस्कृत किया गया था। इन सभी मॉडल को तैयार करनेवालों के खाते में 10-10 हजार रुपये पुरस्कार स्वरूप भेजे गए थे। हालांकि अभी तक सभी मॉडल मानक एप पर अपलोड नहीं किए गए हैं।
अभी तक 950 मॉडलों को अपलोड किया जा सका है। इसमें रांची से चयनित 286 में से 267 मॉडल को अपलोड हो चुके हैं। पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण ऑफलाइन स्पर्द्धा नहीं हो सकी थी, इसलिए राज्यों को कहा गया था कि वे अपने चयनित मॉडल को मानक एप पर अपलोड कर दें। बुलंग ने स्कूलों को 15 अक्तूबर तक शेष मॉडल अपलोड करने का निर्देश दिया है।