बिहार सरकार के द्वारा राज्य के मछली पालकों को उनकी मछलियों के नुकसान की भरपाई करने के लिए मत्स्य फसल बीमा योजना बिहार की शुरुआत करने जा रही है यह योजना पशु एवं मत्स्य संशाधन विभाग, बिहार सरकार के द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही इस योजना के बारे में आदेश जारी होने की उम्मीद है। इस मत्स्य फसल बीमा योजना बिहार में सुरक्षा प्रबंधन वाले तालाबों की मछलियों का होगा बीमा किया जायेगा.
योजना के उन्हीं तालाबों की मछलियों का बीमा चिह्नित कंपनी द्वारा किया जाएगा, जिनकी सुरक्षा के बेहतर प्रबंध किये गए हैं। चारों ओर से मजबूत बांध हों। साथ ही निरंतर उस तालाब की निगरानी मछली पालकों द्वारा की जाती है। इस बीमा योजना के तहत छह प्रकार से मछलियों के नुकसान होने पर मछली पालकों को संबंधित कंपनी द्वारा राशि दी जाएगी। इनमें बाढ़, सूखा, चोरी, बीमारी से नुकसान, किसी द्वारा जहर दे देना व अन्य प्राकृतिक आपदा शामिल हैं।
मत्स्य फसल बीमा योजना की मुख्य बातें
- मत्स्य फसल बीमा योजना को अंतिम रूप दे रहा विभाग
- छोटे व बड़े तालाबों के लिए अलग अलग प्रीमियम राशि होगी
- 1.25 लाख सरकारी तालाब हैं राज्य में
- 30 हजार निजी तालाब हैं पूरे बिहार में
Important information Of Fish insurance scheme 2022 (मत्स्य फसल बीमा योजना)
योजना का नाम | मत्स्य फसल बीमा योजना |
योजना का प्रकार | बिहार राज्य स्तरीय योजना |
लाभार्थी | बिहार के मछली पालक |
विभाग | पशु एवं मत्स्य संशाधन विभाग, बिहार सरकार |
उद्देश्य | मछलियों के नुकसान की भरपाई करना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://state.bihar.gov.in/ahd/CitizenHome.html |
बीमा के प्रीमियम की आधी राशि राज्य सरकार देगी। शेष आधा हिस्सा पशुपालकों को स्वयं देना होगा। प्रति हेक्टेयर के आधार पर प्रीमियम की राशि तय होगी। इस योजना का लाभ राज्य के करीब दस लाख मछली पालकों को मिलेगा। राज्य में एकलाख 25 हजार सरकारी तो करीब 30 हजार निजी तालाब हैं। छोटे और बड़े तालाबों के लिए अलग-अलग प्रीमियम राशि तय होगी।
मछली बीमा योजना बीमा अवधि
छोटे तालाबों की मछलियों का बीमा हर तीन माह पर होगा। वहीं बड़े तालाबों की मछलियों और हैचरी का बीमा सालाना होगा। एक और दो हेक्टेयर तक के तालाबों के लिए बीमा तीन-तीन माह पर होगा। इस संबंध में विभागके पदाधिकारी बताते हैं कि मछली पालकों की समस्याओं का सरकार पूरा ख्याल रख रही है। इसी क्रम में मत्स्यजीवी सहयोग समितियों को तालाबों का राजस्व जमा करने की अवधि तीन माह तक के लिए बढ़ा दी गई है।
मछली बीमा योजना लागु करने वाला बिहार पहला राज्यः
मालूम हो कि राज्य में मछलियों के लिए बीमा योजना वर्ष 2011 में लागू हुई थी। पर, चार वर्षों बाद अपरिहार्य कारणों से बंद हो गई। बिहार पहला राज्य है, जिसने मछली बीमा योजना लागू किया था। अब फिर से इसकी तैयारी की जा रही है। बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कहा कि बीमा योजना लागू होने से मछली पालकों को काफी राहत मिलेगी। यह हमलोगों की पुरानी मांग थी, जिसे सरकार ने मान लिया है।
मत्स्य फसल बीमा योजना बिहार आवेदन प्रकिर्या
अगर आप बिहार मत्स्य फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना चाहते है तो अभी कुछ दिन का इंतजार करें। अभी सिर्फ इस योजना की तैयारी की जा रही है। जल्द ही बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संशाधन विभाग द्वारा आवेदन करने की प्रक्रिया चालू की जाएगी।
जैसे ही बिहार मत्स्य फसल बीमा योजना 2021 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी, हम आपको ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन की प्रकिर्या विस्तार पूर्वक सभी जानकारी के साथ बता देंगे। कृपया कर के आप हमारे अगले पोस्ट का इंतजार कर और हमारे वेबसाइट से किसी और भी योजना की जानकारी लेते रहे.
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इस पोस्ट में हमने आपको बताया की मत्स्य फसल बीमा योजना क्या है और इस मछली बीमा योजना बिहार का क्या लाभ है और किसको मिल सकता है ? हमें उम्मीद है की मछली बीमा योजना बिहार के बारे मेंआपको सभी जानकारी मिल गया होगा अगर मछली बीमा योजना बिहार से सम्बंधित आपके पास कोई प्रश्न है तो कृपया कमेंट कर के पूछे हम उसका जबाब जल्द से जल्द देने के कोशिश करेंगे। और लेटेस्ट वीडियो देखने के लिए हमारा YouTube चैनल Subscribe जरूर करे ,