ट्रांसलेटर: व्यापारिक और राजनीतिक विषयों पर दुनिया भर के लोग विविध चर्चाओं और सम्मेलनों में शामिल होते हैं। जब दो अलग भाषाओं में बोलने वाले लोग साथ आते हैं, तो ट्रांसलेटर उन्हें आपसी संवाद में मदद करते हैं 30 सितंबर को वैश्विक ट्रांसलेशन दिवस भी मनाया जाता है। अगर आपको कई भाषाएँ आती हैं, तो जानिए कि ट्रांसलेटर के रूप में आपके लिए कौन-कौन से अवसर हैं।
वैश्वीकरण के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था अवसरों से भरी हुई है. अनेक अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां भारत में निवेश करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, और साथ ही भारतीय उद्यम भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रवेश कर रहे हैं। इस संदर्भ में, अलग-अलग भाषाओं में संवाद स्थापित करने के लिए ट्रांसलेटर्स और भाषा विशेषज्ञों की मांग में वृद्धि हुई है।
इन विशेषज्ञों का प्रमुख कार्य एक भाषा से दूसरी भाषा में सही और फाटाफाट अनुवाद करना है। हालाँकि पहले लोग भाषा जानकारी को पार्टटाइम पेशा के तौर पर देखते थे लेकिन अब अनुवादकी जो विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध संभावनाएं हैं उसके कारण यह पेशा पूरी तरह से प्रमुख हो गया है। इसका प्रतिष्ठान बढ़ते हुए अधिक और अधिक सरकारी और निजी संगठनों में ट्रांसलेटर के पदों के रूप में देखा जा रहा है।
बहुत सारे युवा विदेश में काम कर रहे हैं और अन्य युवा विदेश में काम करने का स्वप्न देख रहे हैं। इस स्वप्न को साकार करने में विदेशी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है। इस ज्ञान से आप या तो विदेशी कंपनियों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं, या भारत में रहते हुए ट्रांसलेटर की भूमिका में करियर बना सकते हैं। युवा विदेशी भाषाओं जैसे हिंदी, अंग्रेजी, जर्मन, स्पेनिश, फ्रेंच, कोरियन, चीनी, जापानी, पार्सी आदि में अपनी जानकारी बढ़ा रहे हैं। भारत में विदेशी भाषा पाठ्यक्रमों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, और छात्र इन संस्थानों से विभिन्न पाठ्यक्रम पूरा कर सकते हैं।
ट्रांसलेटर के लिए दो भाषाओं में माहिर होना अनिवार्य है।
ट्रांसलेटर बनने के लिए आपको कम से कम दो भाषाओं की जानकारी होनी चाहिए। आपको मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पूरी करके, अंग्रेजी, हिंदी और अन्य विदेशी भाषाओं में स्नातक की पढ़ाई पूरी करनी होगी। विदेशी भाषा की प्रावीणता आपको और अधिक अवसर प्रदान करती है। आप चुनी हुई विदेशी भाषा में सर्टिफिकेशन या डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं।
विदेशी भाषा से खुलेंगे नए अवसर
अनुवादक के रूप में, आपको एक भाषा की शैली, टोन और सांस्कृतिक तत्वों को दूसरी भाषा में सटीकता से प्रस्तुत करने की क्षमता होनी चाहिए। इसलिए, जब आप किसी विदेशी भाषा के पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने जा रहे हों, तो उस भाषा की संभावितताएं, आपकी इच्छाएँ और योग्यता का मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। भाषा को समझने, पढ़ने, लिखने और उच्चारण करने का अभ्यास भी जरूरी है, इसलिए आपको पूरी तरह से मेहनत में जुटने के लिए मानसिकता से तैयार रहना चाहिए।
शिक्षा और पाठ्यक्रम:
ट्रांसलेटर बनने के इच्छुक उम्मीदवार 12वीं पूरा करने के बाद किसी विदेशी भाषा में प्रमाणपत्र, डिप्लोमा या स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। उच्च शिक्षा, जैसे कि स्नातकोत्तर और मास्टर्स कोर्स की इच्छा रखने वालों के लिए, किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर और मास्टर्स पाठ्यक्रम के पूरा करने के बाद, आप विदेशी भाषा में उच्चतर डिप्लोमा, स्नातक पाठ्यक्रम, और उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं। अधिक शोध-प्रवृत्त उम्मीदवार मास्टर्स के बाद पीएचडी पाठ्यक्रम में भी प्रवेश कर सकते हैं।
जब आप विदेशी भाषाओं की जानकारी रखते हैं, तो आपको अनेक अवसर प्राप्त होते हैं। जैसा कि आपने स्पष्ट किया, इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर दोनों ही भाषा विशेषज्ञ होते हैं, लेकिन उनका कार्यक्षेत्र अलग होता है। ट्रांसलेटर विदेशी भाषा से मूल भाषा में या उलटा, लिखित सामग्री का अनुवाद करता है, जबकि इंटरप्रेटर मौखिक रूप में यही कार्य करता है। इंटरप्रेटर की डिमांड पर्यटन, सम्मेलन, और विभिन्न राजनैतिक और वाणिज्यिक घटनाओं में होती है। विदेशी भाषा के ट्रांसलेटर और इंटरप्रेटर की मांग में वृद्धि हो रही है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे कि संयुक्त राष्ट्र और विश्व व्यापार संगठन, और दूतावास भी अक्सर इन पेशेवरों की खोज में होते हैं।
इस क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए न केवल वेतनमान अच्छा होता है, बल्कि उन्हें विविध संस्कृतियों और लोगों से मिलने का मौका भी प्राप्त होता है। यदि आपकी विदेशी भाषा में माहिरत है और आपको भाषा, संस्कृति, और संचार में रुचि है, तो ट्रांसलेशन और इंटरप्रेटेशन क्षेत्र में आपके लिए अनेक अवसर हैं।
ट्रांसलेटर की नौकरी के अवसर इन जगहों पर हैं
हमारे देश में केंद्रीय मंत्रालय और सरकारी विभाग, दूतावास, बैंक, और वित्तीय संस्थाएं समय-समय पर अनुवादकों के लिए निकलती रहती हैं। इन अवसरों का लाभ उठाकर आप सरकारी सेवा में अपना करियर बना सकते हैं। सरकारी सेवा में प्रारंभिक रूप में जूनियर अनुवादक की भूमिका में होते हुए, अनुभव के साथ-साथ सीनियर ट्रांसलेटर की पोस्ट पर प्रमोट हो सकते हैं। दूसरी ओर, प्राइवेट क्षेत्र में मल्टीनेशनल उद्यम, सॉफ़्टवेयर फिर्म्स, कॉर्पोरेट घराने, समाचार पत्रिका, मासिक पत्रिकाएँ, प्रकाशन घर, सोशल मीडिया और गैर-सरकारी संगठन अनुवादकों को अक्सर नौकरी प्रदान करते हैं। आपको टेक्निकल, विज्ञानिक बिजनेस, शिक्षा, पर्यटन और होटल प्रमाणिकता में भी रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। फ्रीलांसिंग के जरिए भी आप अनुवाद कार्य कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) विद्यार्थियों को विभिन्न विदेशी भाषाओं में उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं। विदेशी भाषा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आप अन्य संस्थानों में भी प्रवेश ले सकते हैं जैसे कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो, सेंटर फॉर इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेस, जामिया मिलिया इस्लामिया, और सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय।
ALso Read…
- कम्युनिकेशन स्किल कैसे सीखें?
- social media manager kaise bane 2023, सारी जानकारी हिंदी में
- Textile Designing Course Kya Hai 2023, और कैसे ले एडमिशन सारी जानकारी हिंदी में
- Hotel Management Course 2023 होटल मैनेजमेंट कोर्स कैसे करे?
- pharmacy course kaise kare 2023, पूरी जानकारी हिंदी में
स्पेशलाइजेशन का चयन कर नई ऊँचाइयों को छूने का मौका
ट्रांसलेशन के क्षेत्र में उभरते अवसरों को नजर में रखते हुए, अब विशेष शाखाएँ भी उपलब्ध हैं जैसे स्वास्थ्य और चिकित्सा ट्रांसलेटर, कानूनी ट्रांसलेटर, साहित्यिक ट्रांसलेटर, संवाद भाषा ट्रांसलेटर, सम्मेलन ट्रांसलेटर, और विपणन या व्यापार संबंधित ट्रांसलेशन आदि। आप अपनी आवश्यकता, प्रियता और संभावनाओं के आधार पर विशेषज्ञता के क्षेत्र का चयन कर सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।