Master in Occupational Therapy Course : इस पोस्ट में हम पाठकों को मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स के बारे में इनफार्मेशन देने वाले हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि वर्तमान के टाइम में खराब खान पान के कारण अक्सर लोग बीमार पड़ते रहते हैं और बीमारी से ठीक होने में उन्हें काफी समय लग जाता है।
बीमारियों से निजात दिलाने में उनकी सहायता मुख्य तौर पर डॉक्टर करता है, परंतु डॉक्टर के अलावा भी ऐसे कई प्रोफेशन है, जो रोगी को अलग-अलग प्रकार से ठीक करने का काम करते हैं। रोगी को ठीक करने के लिए अलग-अलग प्रकार की थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है, उसी में से एक थेरेपी होती है ऑक्यूपेशनल थेरेपी और जो व्यक्ति इस कोर्स को कर लेता है उसे ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट कहा जाता है।
Master in Occupational Therapy Course Importent point
Course | Master in Occupational Therapy (MOT) |
Duration | 2 years |
Eligibility | ऑक्यूपेशनल थेरेपी डिग्री से स्नातक पास अभ्यार्थी |
Admission Process | Entrance based or Merit-based |
course fee | Approx Rs. 1 लाख से 9 लाख तक |
Average Starting Salary | 2 लाख से 10 लाख तक |
Job profile | Osteopath Sports Physio Rehabilitator Occupational therapists (OTs) Assistant Physiotherapist Researcher, Therapy Manager |
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स कैसे करें?
वर्तमान के टाइम में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो शारीरिक और मानसिक तौर पर दुरुस्त नहीं होते , और अगर आपको ऐसे लोगों के प्रति दया भाव आता है तो आप ऐसे लोगों को ठीक करने के लिए ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करके ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट बनकर ऐसे लोगों को ठीक करने में इनकी सहायता कर सकते हैं।
इंडिया में अधिकतर युवा 12वीं कक्षा को पास करने के बाद ही मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करते हैं,तो अगर आप भी ऐसे विद्यार्थी हैं, जो इस Field में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको यह पता कर लेना चाहिए कि मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी (Master in Occupational Therapy Course ) का कोर्स क्या है? और इस कोर्स को करने के लिए कौन सी योग्यता आपके अंदर होनी चाहिए।
नीचे हम आपको इस कोर्स से संबंधित सभी जानकारियां दे रहे हैं।
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट क्या होता है?
ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट की व्याख्या की जाए तो यह एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो ऐसे लोगों की सेवा और सहायता करता है जो शारीरिक रूप से विकलांग होते हैं या फिर जो मानसिक रूप से विकलांग होते हैं। यह ऐसे लोगों की सहायता करके उन्हें वापस से नॉर्मल जिंदगी जीने में सहायता करते हैं और इसके लिए ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट डिफरेंट टाइप की थेरेपी का यूज करते हैं, ताकि उनका पेशेंट सामान्य लोगों की तरह ही अपनी जिंदगी गुजार सकें।
इंडिया में वर्तमान में इस कोर्स को करने हेतु ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट की डिमांड गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल दोनों में काफी ज्यादा बढ़ गई है।
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स क्या है?
Master of occupational therapy का कोर्स कुल 2 वर्ष की अवधि का होता है और इसे शार्ट फॉर्म में MOT कहा जाता है। यह एक 2 साल का प्रोफेशनल पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम होता है। इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थियों को ऑक्यूपेशनल थेरेपी की काफी अच्छी जानकारी हो जाती है जिसके बाद अभ्यर्थी ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट बनकर अपना कार्य आरम्भ कर सकते हैं। ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट क्या वर्क करता है, इसकी जानकारी हमने आपको ऊपर दी है।
मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स के लिए योग्यता क्या है?
जो अभ्यर्थी मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी के कोर्स में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें नीचे दी गई योग्यता मापदंडों को पूरा करना पड़ेगा।
- इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कम से कम 50 परसेंट अंकों के साथ अभ्यर्थी को ऑक्यूपेशनल थेरेपी या फिर फिजियोथैरेपी में बैचलर की डिग्री इंडिया के किसी भी सर्टिफाइड यूनिवर्सिटी से प्राप्त करनी होगी।
- इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए अभ्यर्थियों को नेशनल और यूनिवर्सिटी लेवल की एंट्री एग्जाम को भी पास करना पड़ेगा।
- कुछ कॉलेज के द्वारा पर्सनल इंटरव्यू भी लिया जाता है, इसीलिए उन कॉलेजों में एडमिशन पाने के लिए अभ्यर्थियों को पर्सनल इंटरव्यू के राउंड को भी पास करना पड़ेगा।
Master in Occupational Therapy Course Entrance Exam
विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटी के द्वारा इस परीक्षा के लिए एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करवाया जाता है, ताकि होनहार विद्यार्थी ही इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सके। हालांकि ऐसे कॉलेज की संख्या काफी कम है। अधिकतर कॉलेज के द्वारा इस कोर्स में एडमिशन अभ्यर्थियों के अंडरग्रैजुएट कोर्स के प्रदर्शन के आधार पर ही दिया जाता है।
नीचे हम आपको कुछ एंट्रेंस एग्जाम के नाम बता रहे हैं, जिन्हें आपको इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने के लिए देना पड़ सकता है।यह एंट्रेंस एग्जाम अलग-अलग यूनिवर्सिटी के द्वारा ली जाती है।
- मणिपाल एंटरेंस टेस्ट: यह एंट्रेंस एग्जाम मणिपाल यूनिवर्सिटी,कर्नाटक के द्वारा लिया जाता है।
- IPU CET: इस एंट्रेंस एग्जाम को गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के द्वारा लिया जाता है
- NEET: इस एंट्रेंस एग्जाम को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा लिया जाता है।
- SRMJEEH: एसआरएम यूनिवर्सिटी के द्वारा इस एंट्रेंस एग्जाम को लिया जाता है।
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के बाद कौन सी नौकरी मिलती है?
- ऑस्टोपाथ
- ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट
- रिसर्चर
- थेरेपी मैनेजर
- असिस्टेंट फिजियोथैरेपिस्ट
- स्पोर्ट्स फिजियो रिहैबीलेटर
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
- प्राइवेट और गवर्नमेंट हॉस्पिटल
- कंट्री अथवा कम्युनिटी हेल्थ सेंटर
- रिहैबिलिटेशन सेंटर
- रेगुलर और स्पेशल स्कूल
- कंसल्टेशन सर्विस
- स्पेशल सेंटर
- इंटेलेक्चुअल अथवा फिजिकल डिसेबिलिटी नर्सिंग होम
- फिजियाटिक क्लिनिक
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स पास आउट के टॉप रिक्रूटर कौन है?
- हेल्प एज इंडिया
- अपोलो हॉस्पिटल
- फॉर्टिस हॉस्पिटल
- Medybiz Pvt Ltd
- Hosmat Hospital
Master in Occupational Therapy Course Admission Process
इस कोर्स में एडमिशन या तो एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर दिया जाता है या फिर मेरिट लिस्ट के आधार पर दिया जाता है। मणिपाल यूनिवर्सिटी, गुरु गोविंद सिंह यूनिवर्सिटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी कुछ ऐसी यूनिवर्सिटी है, जो अपना खुद का एंट्रेंस एग्जाम विद्यार्थियों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए आयोजित करती हैं और चयनित विद्यार्थियों को ही इस कोर्स में एडमिशन देती है। नीचे हम आपको विस्तार से इस कोर्स में एडमिशन की प्रोसेस बता रहे हैं।
- इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए विद्यार्थियों को अपनी एप्लीकेशन फॉर्म को उस कॉलेज या फिर यूनिवर्सिटी में सबमिट करना पड़ता है जिस कॉलेज में वह एडमिशन लेना चाहते हैं।
- अगर किसी कॉलेज के द्वारा इस कोर्स में एडमिशन देने के लिए एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है तो आपको उस एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ता है।
- एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के बाद यूनिवर्सिटी के द्वारा एक मेरिट लिस्ट जारी की जाती है,जिसमें शॉर्टलिस्टेड हुए अभ्यर्थियों के नाम होते हैं।
- कुछ यूनिवर्सिटी के द्वारा पर्सनल इंटरव्यू भी किया जाता है और जो अभ्यर्थी पर्सनल इंटरव्यू को पास कर लेते हैं उन्हें एडमिशन दे दिया जाता है।
- एडमिशन लेते समय विद्यार्थियों को अपने आवश्यक डॉक्यूमेंट और निर्धारित फीस जमा करनी होती है।
- जिन कॉलेज के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम की जगह पर मेरिट लिस्ट को आधार बनाकर के इस कोर्स में एडमिशन दिया जाता है,वह अंडर ग्रैजुएट कोर्स में प्राप्तांक अंकों के आधार पर ही अभ्यर्थियों को एडमिशन देते हैं।
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कैसे करें?
- सामान्य तौर पर इस एंट्रेंस एग्जाम में अभ्यर्थियों को वैकल्पिक प्रश्नों (MCQ) में से किसी एक राइट आंसर को चुनना होता है। यानी कि यह एक्जाम ऑब्जेक्टिव टाइप की होती है।
- इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग भी हो सकती है,इसीलिए आपको सोच समझकर इस एग्जाम में आए हुए क्वेश्चन का जवाब देना पड़ता है।
- जैसा कि आप जानते हैं कि यह एग्जाम पोस्ट ग्रैजुएट लेवल की एग्जाम होती है इसीलिए अभ्यर्थियों को अंडरग्रैजुएट कोर्स के अनुसार ही इस एग्जाम की तैयारी करनी चाहिए।
- इस एग्जाम में इंग्लिश सब्जेक्ट मे से अभ्यर्थियों से कंप्रीहेंशन, वर्बल एबिलिटी, सेंटेंस करेक्शन, सेंटेंस कंपलीशन, खाली जगह भरो जैसे क्वेश्चन पूछे जाते हैं, इसलिए इनकी अच्छे से तैयारी करें।
- इस एंट्रेंस एग्जाम की बढ़िया तैयारी करने के लिए आप मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशन थेरेपी के जो पहले के क्वेश्चन पेपर हो चुके हैं या फिर जो एग्जाम हो चुकी है, उनके क्वेश्चन पेपर को इकट्ठा कर सकते हैं और उस क्वेश्चन पेपर के क्वेश्चन को सॉल्व कर सकते हैं।
- जब एग्जाम का दिन बाद आ जाए तब आपको नए टॉपिक को नहीं पढ़ना चाहिए बस आपको शांति से रहना चाहिए और आपने जो पढ़ा है उसे बार-बार याद करने की कोशिश करनी चाहिए।
- एग्जाम आने पर आपको अपने अंदर बुरे ख्यालों को नहीं लाना चाहिए और बिल्कुल कॉन्फिडेंस होकर इस एग्जाम को देना चाहिए।
- इस एग्जाम की बढ़िया प्रिपरेशन करने के लिए आप कोचिंग इंस्टिट्यूट भी ज्वाइन कर सकते हैं अथवा आप चाहे तो यूट्यूब पर आने वाले एजुकेशनल वीडियो को भी देख सकते हैं और उन वीडियो को देख करके ही घर पर ही इस एग्जाम की प्रिपरेशन कर सकते हैं।
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स करने के लिए अच्छे कॉलेज में एडमिशन कैसे लें?
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी के कोर्स में एडमिशन देने के लिए कुछ यूनिवर्सिटी के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करवाया जाता है, तो कुछ यूनिवर्सिटी मेरिट लिस्ट के आधार पर इस कोर्स में एडमिशन देती है।
जो यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम के द्वारा इस कोर्स में एडमिशन देती है उस यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे से अच्छे अंक लाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि आप जितने ज्यादा अच्छे अंक लाएंगे,आपको उतनी ही अच्छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्राप्त होगा।
अभ्यर्थियों को इस बात का भी रिकॉर्ड रखना पड़ेगा कि एंट्रेंस एग्जाम की इंपोर्टेंट डेट कौन सी है, ताकि वह एंट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन की डेट खत्म होने से पहले ही अपना रजिस्ट्रेशन कर लें।
अच्छे कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ेगा और एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के लिए आपको इसके पुराने क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करना पड़ेगा,कोचिंग इंस्टिट्यूट जॉइन करना पड़ेगा और हार्ड स्टडी करनी पड़ेगी।
Master in Occupational Therapy Course Fee
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के लिए अभ्यर्थियों को गवर्नमेंट कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग फीस भरनी पड़ सकती है, क्योंकि गवर्नमेंट कॉलेज सरकार के द्वारा चलाए जाते हैं और प्राइवेट कॉलेज किसी प्राइवेट व्यक्ति के द्वारा चलाए जाते हैं, इसलिए इनकी फीस में काफी अंतर होता है।
एक सामान्य आंकड़े के अनुसार प्राइवेट कॉलेज में मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी के कोर्स की सालाना फीस तकरीबन ₹7,00000 से लेकर ₹,800000 के आसपास तक होती है, वही गवर्नमेंट कॉलेज में इसकी सालाना फीस तकरीबन ₹2,00000 से लेकर ₹3,00000 के आसपास तक हो सकती है। इंडिया के हर स्टेट में इस कोर्स की फीस अलग-अलग होती है। इसकी सटीक जानकारी आपको उस कॉलेज से प्राप्त होगी,जहां पर आप एडमिशन लेना चाहते हैं।
मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के लिए इंडिया के बेस्ट कॉलेज कौन से हैं?
- Manipal university, Karnataka
- Dr. Tamil Nadu MGR University, Chennai
- Guru Govind Singh Indraprastha University, Delhi
- All India Institute of Physical Medicine and Rehabilitation,Maharashtra
- SRM university, Chennai
- Maharashtra University of Health Sciences, Nashik Maharashtra
मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स का सिलेबस क्या है?
- Research Methodology and Biostatistics
- O.T Clinics-II
- O.T Clinics-I
- Dissertation
- Pedagogy in Occupational Therapy Education
- Application of Occupational Therapy in Rehabilitation
- Administration, Management & Ethical Issues
- Role of Occupational Therapy in Physical Dysfunctions
- Occupational Therapy in Musculoskeletal Disorders – II
- Role of Occupational Therapy in Mental Health
- Assessment & Management-II
- Assessment & Management-I
Master in Occupational Therapy Course salary
मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के बाद अभ्यर्थी जब नौकरी प्राप्त करते हैं,तो शुरुवात में उनकी महीने की सैलरी तकरीबन ₹18000 से लेकर ₹24000 के आसपास होती है, क्योंकि स्टार्टिंग में कहीं पर भी सैलरी कम ही होती है और जब उन्हें एक्सपीरियंस प्राप्त होता है और उनके काम के साल बढ़ते हैं, तो उनकी सैलरी भी बढ़ाई जाती है।
हालांकि कुछ अपवाद के स्वरुप यह सैलरी कम अथवा ज्यादा भी हो सकती है। जैसे कि अगर अभ्यर्थी किसी बड़ी कंपनी में ज्वाइन करता है, तो उसकी सैलरी काफी अच्छी हो सकती है और अगर अभ्यर्थी किसी छोटी कंपनी में ज्वाइन करता है, तो उसकी स्टार्टिंग सैलेरी थोड़ी कम हो सकती है।
Master in Occupational Therapy Course Scope
पिछले कुछ सालों से मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी के Course ने विद्यार्थियों के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्धि हासिल की है। इस कोर्स में विद्यार्थियों द्वारा अलग-अलग प्रकार की एक्सरसाइज, Physical और मेंटल एक्टिविटी के बारे में बताया जाता है, ताकि वह पीड़ित लोगों की जिंदगी को संवार सकें और उनकी लाइफस्टाइल में बदलाव कर सके।
Master in Occupational Therapy Course का कोर्स कर चुके अभ्यर्थी प्राइवेट और पब्लिक हॉस्पिटल,कंट्री अथवा कम्युनिटी हेल्थ सेंटर,रिहैबिलिटेशन सेंटर, स्पेशल और रेगुलर स्कूल, कंसल्टेशन सर्विस, स्पेशल सेंटर, इंटेलेक्चुअल अथवा फिजिकल डिसेबिलिटी नर्सिंग होम, पीडियाट्रिक क्लिनिक और हॉस्टल,रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंडस्ट्रियल मेडिकल फैसिलिटी जैसी फील्ड में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
यह कोर्स मुख्य तौर पर थियोरेटिकल इंफॉर्मेशन पर फोकस करता है। इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थी चाहे तो एमफिल अथवा पीएचडी का कोर्स भी कर सकता है अथवा इसके समकक्ष कोई भी Course कर सकता है।
FAQ:
मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है?
जो भी विद्यार्थी इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं और इस कोर्स को करना चाहते हैं उन्हें ऑक्यूपेशनल थेरेपी मे बैचलर डिग्री इंडिया के किसी भी सर्टिफाइड यूनिवर्सिटी से कम से कम 50 परसेंट अंको के साथ पूरी करनी पड़ेगी।
मास्टर आफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी का कोर्स करने के लिए कितने पैसे लगते हैं?
इस कोर्स को पूरा करने के लिए सालाना तौर पर अभ्यर्थियों को 7 से 8 लाख तक की फीस भरनी पड़ सकती है। यह फीस प्राइवेट और गवर्नमेंट कॉलेज में अलग-अलग होती हैं।
इस कोर्स को करने के लिए इंडिया के बेस्ट कॉलेज कौन से है?
इस Master in Occupational Therapy Course कोर्स को आप ऊपर बताए गए कॉलेज से कर सकते हैं।