राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा 1 अगस्त को राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा – यूजी (नीट – यूजी) का आयोजन किया जाएगा। पिछले सालों के पेपर एनालिसिस के हिसाब से नीट – यूजी में केमिस्ट्री से तकरीबन 45, फिजिक्स से 45 और बायोलॉजी से 90 सवाल पूछे जाते हैं। यह सवाल कक्षा दसवीं से लेकर कक्षा बारहवीं में पढ़ाए जाने वाले विषयों पर आधारित होते हैं।
किंतु सत्र 2020-21 में कोरोना महामारी की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़े असर को देखते हुए सीबीएसई ने 30 प्रतिशत सिलेबस घटा दिया है। अब विद्यार्थियों को कंफ्यूजन है कि उन्हें नीट (यूजी) की परीक्षा की तैयारी के लिए पूरे सिलेबस काे पढ़ना है या सीबीएसई द्वारा संशोधित सिलेबस को। ऐसे में एक्सपर्ट रवि गौतम द्वारा दिए गए सुझाव और टिप्स आपके लिए काफी मददगार साबित होंगे।
पिछले साल के पेपर एनालिसिस के हिसाब से 92% सवाल कॉन्सेप्चुअल आधारित थे। इसमें से अधिकतर सवाल डायरेक्ट एनसीईआरटी से पूछे गए थे। ऐसे में विद्यार्थियों को एनसीईआरटी पर विशेष ध्यान देना होगा। एनटीए द्वारा अभी तक सिलेबस की कटौती पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसलिए विद्यार्थियों को पूरा सिलेबस पढ़ना चाहिए।
एक्सपर्ट रवि गौतम बताते हैं कि सीबीएसई ने बारहवीं कक्षा के सिलेबस में से लगभग 30 प्रतिशत सिलेबस घटा दिया था। किंतु सीबीएसई ने पूरे-पूरे चैप्टर्स को हटाने के बजाए सब-टॉपिक्स को कम किया है। जिसका फायदा केवल बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को ही मिलेगा। क्योंकि बोर्ड परीक्षा में एनसीईआरटी की थ्योरी में से डिस्क्रिप्टिव सवाल पूछे जाते हैं। वहीं बात करें नीट यूजी की परीक्षा की तो इसमें 25 प्रतिशत एप्लीकेशन पर आधारित होते हैं। जिन्हें हल करने के लिए सभी सब-टॉपिक्स को पढ़ना जरूरी होता है।
केमिस्ट्री : केमिकल काइनेटिक्स, एक्विलिब्रियम, मोल कांसेप्ट, रेडॉक्स, सोलूशन्स, एटॉमिक स्ट्रक्चर, केमिकल बॉन्डिंग, एस व पी ब्लॉक एलिमेंट्स, कोआर्डिनेशन कंपाउंड्स, जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री, हेलाइड्स, ऑक्सीजन एंड नाइट्रोजन कंटेनिंग ऑर्गेनिक कंपाउंड्स, बायो मॉलिक्यूल्स व पॉलीमर।
बायोलॉजी : डायवर्सिटी इन लिविंग ऑर्गेनिस्म, ह्यूमन फिजियोलॉजी, रिप्रोडक्शन, जेनेटिक्स, इवोल्यूशन, बायोलॉजी इन ह्यूमन वेलफेयर, सेल एंड सेल डिवीजन व बायोटेक्नोलॉजी।
फिजिक्स : मैकेनिक्स, ऑप्टिक्स, थर्मोडायनामिक्स, करंट इलेक्ट्रिसिटी, मैग्नेटिज्म व इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन व मॉडर्न।