उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाला है ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपना अपना वोट बैंक का समीकरण में जुट गया है UP Election 2022 इस लिए भी महत्पूर्ण हो गया है क्योकि बीजेपी इस बार भी सत्ता पर बना रहना चाहेगी वही सपा, बसपा, कांग्रेस, रालोद भी यूपी चुनाव 2022 में बाजी पलटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
UP Election 2022 -यूपी में फिर बन सकती है भाजपा की सरकार
अगले साल यपी समेत उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन पांचों राज्यों में लोगों का मूड जानने के लिए एबीपी-सी वोटर ने सर्वे किया है। इसके मुताबिक, यूपी में भाजपा फिर सत्ता में आ सकती है। यूपी के लोगों का सीएम योगी पर भरोसा बरकरार है। हालांकि, सीटों की संख्या कुछ घटती दिख रही है। _यूपी में भाजपा को 259 से 267 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। जबकि सपा को 109 से 117 सीटें, बसपा को 12 से 16 सीटें, कांग्रेसको 3 से 7 सीटें और अन्यको 6 से 10 सीटें मिल सकती हैं।
पिछली बार भाजपा को 325 और सपा को 48 सीटें मिली थीं। बसपा को 19 व कांग्रेसको 7 सीटें हासिल हुईं थीं। 45%लोगों ने कहा, वह योगी सरकारके कामकाज से संतुष्ट हैं। 20%लोगों ने कहा कि कम संतुष्ट हैं, 34% ने कहा कि वे असंतुष्ट है, जबकि एक फीसदी ने बताया कि वह कुछ नहीं बता सकते हैं।
यूपी चुनाव 2022 के वोटर लिस्ट से नाम छांटे भी जाएंगे
UP Election 2022 -अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे विधान सभा चुनाव के लिए तैयारियां जारी हैं। इसी क्रम में आगामी पहली नवम्बर से वोटर लिस्ट का विशेष पुनरीक्षण अभियान शुरू होगा। इसमें पहली जनवरी 2022 को 18 साल की उम्र पूरी करने वाले नये वोटरों को जोड़ने पर खास जोर रहेगा। इसके अलावा वोटर लिस्ट में महिला-पुरूष अनुपात में और सुधार लाने के लिए अब तक वोटर लिस्ट में शामिल नहीं हो पायीं महिलाओं के पंजीकरण के भी खास प्रयास होंगे। इसके साथ ही अपात्र वोटरों की छंटनी भी की जाएगी।
UP Election 2022 मतदाता सूची से इनके नाम हटाए जाएंगे
- शादी होने के बाद लड़की किसी दूसरी जिले, शहर या गांव चली गयी और मायके व ससुराल दोनों ही की वोटर लिस्ट में नाम दर्ज है।
- पढ़ाई के लिए दूसरे राज्य गये युवा पढ़ाई पूरी करने के बाद उसी राज्य में या किसी अन्य राज्य में नौकरी करने लगे और पैतृक आवास वाले राज्य और नौकरी वाले राज्य दोनों की वोटर लिस्ट में नाम दर्ज है।
- गांव छोड़ कर शहर आ बसे और गांव तथा शहर दोनों जगह की वोटर लिस्ट में नाम दर्ज है।
- नौकरी में स्थानांतरण हो गया, दूसरे जिले या राज्य में जाकर बस गये और गृह जनपद, गृह राज्य के अलावा जहां बसे वहां की भी वोटर लिस्ट में नाम शामिल है।
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UP Election 2022 के लिए किसानों को कई मोर्चों पर साधेगी भाजपा
एक ओर तीन कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन चल रहा है तो दूसरी ओर भाजपा किसानों को साधने में जुटी है। खासतौर से गन्ना बेल्ट में पार्टी मिठास खोजने में लगी है। सरकार से लेकर संगठन तक इस कवायद का हिस्सा है। सरकार ने खेतीकिसानी की तमाम योजनाओं में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित कर दी है।
UP Election 2022 के लिए मिशन-2022 को लेकर भाजपा की नजर ग्रामीण वोटरों पर है, जिसमें बहुतायत में किसानशामिल हैं। भगवादल ने किसानों को लेकर अलग रणनीति तय की है। पार्टी ने किसान मोर्चा को इस मोर्चे पर लगाया। किसानों की अधिकता वाली 106 विधानसभा सीटों को चिन्हित कर वहां किसान संवाद आयोजित किए गए। मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रामबाबूद्विवेदी का कहना है कि 89 विधानसभा क्षेत्रों में 127 स्थानों पर किसान संवाद किए गए। करीब 90 हजार किसानों से बात की गई।
संवाद में किसानों की ओर से आने वाली मांगों से सरकारको अवगत करा दिया गया है। हाल में मुख्यमंत्री से मिलने वाले किसानों ने बीते तीन साल से गन्ना मूल्य ना बढ़ाए जाने और कोरोना काल के बिजली बिल माफ करने और सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की मांग रखी थी। सीएम ने गन्ना मूल्य बढ़ाने का भरोसा दिलाया था। सरकार जल्द इसका ऐलान कर गन्ना बेल्ट में मिठास घोलने की तैयारी में है। वहीं ऊर्जा विभाग को किसानों का उत्पीड़न न होने देने के निर्देश दिए हैं।
अब सम्मेलनों के जरिए बनाएगी यूपी चुनाव 2022 का माहौल
भाजपा सम्मेलनों और बैठकों के जरिए प्रदेश में चुनावी रणनीति और माहौल बनाने में जुट गई है। पार्टी द्वारा प्रदेशभर में विधानसभा स्तर पर किए जाने वाले प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत रविवार से हो रही है। रविवार को प्रदेश के 18 महानगरों में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक छह सितंबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होनी है। इन बैठकों में सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
यूपी जातिगत समीकरण
जाटव | 16.5% |
लोधे | 12% |
मुस्लिम | 11% |
ठाकुर | 10% |
बाह्मण | 6.40% |
UP Election 2022 आरक्षितों को दी नौकरियां चुनावी हथियार बनेंगी
यूपी के विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को दी गई नौकरियां चुनावी हथियार बनेंगी। राज्य सरकार अपनी उपलब्धियों में बताएगी कि पिछले साढ़े चार सालों में एससी और ओबीसी युवाओं को कितनी नौकरियां दी गईं। यूपी में इन दोनों वर्गों का बड़ा वोट बैंक है।
राज्य सरकार के अधीन आने वाले सभी विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर उनके अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को दी गई नौकरियों के बारे में जानकारी मांगी गई है। विभागाध्यक्षों से पूछा गया है कि समूह क, ख, ग व घ वर्ग में कितने युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। विभागों से यह भी पूछा गया है कि इसके अलावा उनके यहांइन वर्गों के कितने पद रिक्त हैं और इन पदों को भरने की दिशा में क्या हो रहा है। विभागीय स्तर पर इसका ब्योरा जुटाने का काम शुरू हो गया है। राज्य सरकार अब तक प्रदेश में 4.15 लाख युवाओं को नौकरियां दे चुकी है।
2017 यूपी चुनाव का रिजल्ट कुछ इस तरह था
Party | Seat |
Bharatiya Janata Party (BJP) | 312 |
Samajwadi Party (SP) | 47 |
Bahujan Samaj Party (BSP) | 19 |
Indian National Congress (INC) | 7 |
Other | 9 |
Total | 403 |
17वीं विधानसभा के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 2017 तक सात चरणों में हुआ था साल 2022 में 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा सभा चुनाव 2022 (यूपी चुनाव 2022) में होना है
उप्र में सीएम पद के लिए प्रियंका होंगी कांग्रेस का चेहरा : तिवारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी राजेश तिवारी ने दावा किया कि प्रियंका वाड्रा उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस का चेहरा होंगी। जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। उनके नेतृत्व में ही अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी। जनता के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के 5 कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी न भी प्रियंका को मुख्यमंत्री के रूप में व देखना चाहते हैं। तिवारी ने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में 15 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद बूथ स्तर पर मजबूती से सफलता मिली है, उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी प्रयोग किया जा रहा है।
अनुप्रिया ने यूपी चुनाव 2022 की तैयारी में संगठनों को सक्रिय किया
अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने पार्टी पदाधिकारियों को यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में तय लक्ष्यों को पाने के लिए जुटने के निर्देश दिए हैं। फ्रंटल संगठनों को भी बड़ी जिम्मेदारियां दी हैं। संगठनों की सक्रियता बढ़ाने के लिए फेरबदल करते हुए अलका पटेल को महिला मंच का प्रदेश अध्यक्ष, अभिषेक चौबे को विधिमंच का राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा विजय चौरसिया को युवा मंच का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है।
अनुप्रिया पटेल ने सोमवार को माल एवेन्य स्थित पार्टी कार्यालय पर मासिक समीक्षा बैठक के दौरान UP Election 2022 चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। अनुप्रिया ने पार्टी के कार्यक्रमों तथा बैठकों में बुके लेने देने की प्रथा को बंद करने की घोषणा की।
भाजपा ने यूपी चुनाव 2022 की चुनावी जिम्मेदारियां सौंपी
यूपी चुनाव 2022 की तैयारियों को तेजकरने के लिए प्रदेश भाजपाने सभी जिलों के लिए प्रभारियों के नामों की घोषणा की है। इस सूची में भाजपा के सभी 98 जिले के प्रभार वरिष्ठ नेताओं को दिया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पदाधिकारियों को प्रभारी बनाकर हर जिले में मुकम्मल तैयारी का संदेश दिया है।
UP Election 2022 के लिए अवध क्षेत्र में इनको जिम्मा
लखनऊ महानगर व जिला गोविंद नारायण शुक्ला, रायबरेली विद्यासागर सोनकर, हरदोई प्रकाश पाल, बहराइच नीरज सिंह, गोंडा अवनीश सिंह, अयोध्या जिला पद्मसेन चौधरी, उन्नाव कमलेश मिश्रा, लखीमपुर खीरी शंकर लोधी, अंबेडकरनगर विजय प्रताप, सीतापुर त्रयम्बक त्रिपाठी, बाराबंकी अर्चना मिश्रा, बलरामपुर त्रयम्बक तिवारी श्रावस्ती राहुल रस्तोगी को नामित किया है।
बाराबंकी सहित पांच जिलों के जिलाध्यक्ष घोषित किए
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शशांक कुशमेश को बाराबंकी का जिलाध्यक्ष घोषित किया है। इनके साथ ही महेश मिश्रा ओम को श्रावस्ती, अवधेश कटियार को उन्नाव, राजीव गुप्ता को बदायूं तथा जगदंबा श्रीवास्तव को संतकबीर नगर का जिलाध्यक्ष बनाया है।
UP Election 2022 के लिए प्रदेश कार्यकारिणी का ‘आप’ ने किया विस्तार
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने UP Election 2022 में मिशन 2022 को मजबूती देने के लिए राज्य कार्यकारिणी का विस्तार किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने सोमवार को दो नए प्रदेश सचिव और दो प्रवक्ता घोषित किए। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि विकास पटेल (प्रयागराज) और राम लखन कोरी (रायबरेली) को प्रदेश सचिव बनाया गया है। साथ ही आतिर हुसैन (संभल) एवं शेखर कुमार (लखनऊ) को प्रदेश प्रवक्ता मनोनीत किया गया है। पार्टी प्रवक्ता विभिन्न मंचों पर पार्टी की बात रखने के साथ ही दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह यूपी में फ्री पानी, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, बेहतर स्कूल और अस्पतालों का मुद्दा जन-जन तक पहुंचाएं .
मायावती आज बसपा सुप्रीमो मिशन 2022 का आगाज करेगी
बसपा सुप्रीमो मायावती मंगलवार को मिशन-2022 की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं को संदेश देंगी। माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा व तरक्की आदि को लेकरविचार गोष्ठी को संबोधित करेंगी। प्रदेशभरसे बसपा के प्रमुख पदाधिकारियों, कोआर्डिनेटर वसेक्टर प्रभारियों के साथ प्रमुखलोगों को इसमें बुलाया गया है। एक तरह से देखा जाए तो बसपा सुप्रीमो मिशन 2022 का आगाज करेंगी। कार्यकर्ताओं को संदेश देंगी कि कैसे चुनावी समर में उतरना है। पार्टी कार्यालय में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र दिन भर लेते रहे।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने शाह-नडा को सौंपे 160 सीटों के नाम
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष से मुलाकात कर राज्य की निषाद बाहुल्य 160 विधानसभा सीटों की सूची दी। इस सूची के साथ 70 सीटों की एक अन्य सूची भी दी है, जिन्हें निषाद पार्टी अपनी मजबूत सीटें मानती है। इन सीटों पर पार्टी का संगठन सक्रिय होकर काम कर रहा है।
यह बैठक सोमवार की रात को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर हुई। जिसमें राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे औरजीत की रणनीति पर चर्चा हुई। डा. संजय निषाद ने बताया है कि भाजपा नेतृत्व द्वारा मांगी गई निषाद बाहुल्यविधानसभा सीटों की सूची उन्हें दे दी गई है। निषाद पार्टी की प्रमुख मांग मझवारा बिरादरी को अनसचित जाति आरक्षण की सूची में जल्द शामिल करान की है। वादे के मुताबिक भाजपा नेतृत्व को इस मुद्दे परजल्द फैसला लेना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि आरक्षण मुद्दे का समाधान हो जाने पर सीटों का बंटवारा उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। निषाद समाज पूरेसमर्पणके साथ भाजपा के साथ खड़ा रहेगा। डा. संजय निषाद ने बताया है कि भाजपा नेतृत्व के साथ आगे होने वाली बैठकों में गठबंधन के प्रारूप को अंतिम रूप दिया जाएगा। दावा किया है कि 2022 विधानसभा चुनाव में जहां निषाद होंगे वहां सरकार बनेगी। निषाद समाज के सहयोग के बिना किसी की सरकार नहीं बनने वाली है।
कांग्रेस के तीन दर्जन से ज्यादा प्रत्याशी UP Election 2022 तय
मिशन 2022 की सियासी बिसात पर उतारने के लिए कांग्रेस ने लगभग 40 प्रत्याशियों के नाम तय करदिए हैं। इनमें पूर्व विधायक, सांसद, मौजूदा विधायक या चुनावों में नंबरदोपर आने वाले प्रत्याशी शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस महासचिव वयूपी प्रभारी प्रियंका गांधी 10-11 सितम्बर को यूपी दौरे पर आ सकती हैं।
कांग्रेस इन 40 प्रत्याशियों की सूची जल्द जारी कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका ने कुछ प्रत्याशियों से फोन पर सीधे बात की औरइनको तैयारी करने के निर्देश दिए। इन नामों में सहारनपुर से इमरान मसूद, प्रयागराज शहर उत्तरी से अनुग्रह नारायण सिंह, शामली से पंकज मलिक, झांसी से प्रदीप आदित्य जैन, बख्शी का तालाब से ललन कुमार, कानपुर की गोविंद नगरसीट सेकरिश्मा ठाकुर, शोहरतगढ़ सीट से पप्पू चौधरी समेत कई नाम शामिल हैं। गयादीन अनुरागी, बृजलाल खाबरी, अखिलेश प्रताप सिंह आदिको भी चुनाव लड़ने के लिए बोला गया है।
यूपी चुनाव 2022 में सत्ता मिलने पर सिर्फ विकास कार्य : मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उनकी सरकार बनने पर अब वह स्मारक व संग्रहालय नहीं बनवाएंगी। यूपी की तस्वीर व तकदीर बदलने के लिए विकास पर ही फोकस करेंगी। उन्होंने कहा कि बसपा की पिछली सरकारों में स्मारक, पार्क, प्रेरणा स्थल बनवाने और मूर्ति लगवाने का काम पूरा हो चुका है। मायावती ने कहा कि सत्ता में आते ही ब्राह्मण उत्पीड़न की उच्च स्तरीय जांच होगी और दोषियों को सजा दी जाएगी।
वित्तविहीन शिक्षकों के लिए आयोगबनेगाः मायावती मंगलवार को लखनऊ में माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में प्रबुद्ध विचार गोष्ठी के समान समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने बिकरू कांड का नाम भले ही नहीं लिया लेकिन यह जरूर कहा कि बसपा सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज को सुरक्षा और उचित प्रतिनिधित्व दियाजाएगा। सत्ता में आने के बाद कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगेगी। वित्त विहीन शिक्षकों के लिए आयोग बनाकर सुविधाएं देंगे। सभी संस्कृत स्कूलों को सरकारी सुविधाएं देंगे।
उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख कहते हैं कि भारत में हिंदुओं और मुस्लमानों के पूर्वज एक जैसे हैं, तो भाजपा के लोग मुसलमानों को गोद लिया हुआ क्यों समझते हैं। उन्होंने कहा कि कांशीराम की पुण्यतिथि नौ अक्तूबरको बसपाई एक बार फिर लखनऊ में एकत्र होंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती बुधवार को प्रदेश के 75 जिलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी।
1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता मायावती ने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी के दूसरे चरण में प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार किए जाएंगे। दूसरे चरण में महिला कार्यकर्ताओं को भी प्रबुद्ध वर्ग के लिए तैयार किया जाएगा। जय श्रीराम के नारे लगे बसपा कार्यक्रम में अमूमन जय भीम के नारे लगते थे, लेकिन मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी के समापन समारोह में जय श्रीराम और हर-हर महादेव के नारे लगे।
बूथ तक सशक्त हो संगठन जीत ही लक्ष्यः अनुप्रिया
अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने पार्टी जिलाध्यक्षों की बैठक में दो टूक कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में एकमात्रजीतहीलक्ष्य लेकर आगे बढ़े। जिले से लेकर बूथों तक सशक्त संगठन इसके लिए जरूरी है। जिस जिले में संगठन की कोई कमजोर कड़ी है उसे हटाकर मजबूत मेहनत करने वाले को जोड़ें। संगठनात्मक खामियों को 30 सितंबर तक हर हाल में दूर करें।
अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को माल एवेन्यू स्थित पार्टी के कैंप कार्यालय में राज्य के सभी जिलों से आए जिलाध्यक्षों के साथ संगठनात्मक बैठक की। समीक्षा क दौरान 30 जिलों में संगठनात्मक खामियां मिलीं, जिसे दूर करने के निर्देश दिए। जिलाध्यक्षों से कहा कि विधानसभा चुनाव में राज्य के हर जिले में पार्टी का मजबूत ढांचा दिखना चाहिए।
प्रियंका गांधी UP Election 2022 चुनावी मिशन को धार देने लखनऊ पहुंची
उत्तर प्रदेश प्रियंका गांधी गुरुवार दोपहर लखनऊ पहुंच गईं। वह अपने लखनऊ प्रवास के दौरान विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को धार देंगी। गुरुवार को उन्होंने कुछ पूर्व अधिकारियों व राष्ट्रीय सचिवों के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों परमंथन किया। वह बाद में रायबरेली व अमेठी का दौरा भी कर सकती हैं।
प्रियंका शुक्रवार सुबह से पार्टी कार्यालय में बैठकों की शुरुआत करेंगी। प्रदेश मुख्यालय पर वह सबसे पहली बैठक अपनी सलाहकार समिति के साथ करेंगी। शुक्रवार को ही दूसरी बैठक रणनीति कमेटी की है और इसके बाद जोनवार बैठकें करेंगी जिसमें वह जोन प्रभारियों की रिपोर्ट की समीक्षा करेंगी। वह व्यापारियों के साथ भी बैठक करेंगी।
गुरुवार को एयरपोर्ट पर उनका स्वागत विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र मोना ने किया। प्रियंका गांधी ने गोखले मार्ग स्थित दीपा कौल के निवास को अपना अस्थायी ठिकाना बनाया है । गुरुवार को उन्होंने सारी बैठकें भी यहीं पर की और प्रदेश मुख्यालय नहीं पहुंची। प्रियंका शुक्रवार को अगले एक महीने के अभियानों पर चर्चा करेंगी। अभी तक चले हर अभियान की जिलावार समीक्षा भी वह करेंगी। प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बताया कि उत्तरप्रदेश में 58 हजारग्रामसभाओं में ग्रामसभा अध्यक्ष और कमेटियों के गठन का चल रहा है। ‘प्रशिक्षण से पराक्रम’ प्रशिक्षण का पहला चरण हो चुका है।
यूपी चुनाव 2022 के लिए प्रियंका का मंत्र ’20 हफ्ते-24 घंटे’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर फेल है। आवारा मवेशियों की समस्या सबसे बड़ी है। पार्टी की सरकार बनी तो छत्तीसगढ़ मॉडल पर गोशालाएं बनाकर गोवंश बचाए भी जाएंगे और उनके गोबर से रोजगार के मौके पैदा किए जाएंगे। कार्यकर्ता जनता से जुड़े मुद्दे आमजनकी आवाज बनकर पार्टी की सत्ता में वापसी करा सकते हैं। 20 हफ्ते-24घंटे’ कामंत्र देते हुए कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाने का आह्वान भी किया।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार के प्रति लोगों की नाराजगी और अन्य विपक्षीदलों के प्रति अविश्वसनीयता बढी है। विकास केवल नाम काहोरहा है। इसलिए कार्यकर्ता घर-बार भूलकर जनता के बीच सक्रिय रहें ताकि जनता को कोई भ्रमित न कर सके। दोपहर करीब पौने 12 बजे गेस्ट हाउस पहुंची प्रियंका गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों, पूर्व विधायकों और बुजुर्ग कांग्रेसियों से अलग-अलग भेंटकर दिनभर चुनावी तैयारियों पर मंथन किया। प्रियंका का काफिला सुबह 10:15 बजे चुरुवा मंदिर के सामने रुका। उन्होंने हनुमान जी के आगे मत्था टेका। वह लखनऊ में विश्वविद्यालय छात्रों से भी मिलीं।
यूपी में चेहरा बदलने की कवायद में जटी कांग्रेस
उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले जब बाकी दल ब्राह्मणों को साधने के तमाम जतन कर रहे हैं तो कांग्रेस किसी ब्राह्मण नेता कोही यूपी में अपना चेहरा बनाने की कवायद में जुट गई है। जानकारों का कहना है कि पार्टी का एक बड़ा तबका किसी ब्राह्मणनेता को यूपी की कमान सौंपने का पक्षधरहै। यदि बदलाव तय हो गया तो न सिर्फ यूपी के नेतृत्व का चेहरा बदलेगा बल्कि पूरे प्रदेश संगठन का कायाकल्प होगा।
कांग्रेस लम्बे समय से हाशिए पर है लिहाजा मुख्यधारा में आने की छटपटाहट तेज है। इतनी कि कांग्रेस चुनाव के ठीक पहले अपना पूरा संगठन बदलने का खतरा भी उठाने को तैयार है। प्रदेश के बड़े ब्राह्मण नेताओं को शीर्ष नेतृत्व दिल्ली बुलवा कर मिल मिल चुका है। चर्चा तेज है कि प्रदेश का नेतृत्व ब्राह्मण नेताको सौंपा जा सकता है। ऐसा हुआ तोपूरे संगठन में फेरबदल होगा। 18 राज्यों में पार्टी ने संगठन का ढांचा तय फार्मूले पर बदला है।
महिला विरोधी है उत्तर प्रदेश सरकार: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार को महिला विरोधी बताया है। उन्होंने कहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री महिला विरोधी सोच के अगुआ हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर इतना खराब रुख रखने वाली सरकार के मुखिया से आप संवेदनशीलता की आस रख भी कैसे सकते हैं?
प्रियंका ने कहा कि आज से एक साल पहले हाथरस में बलात्कार की भयावह घटना घटी थी और उप्र सरकार ने परिवार को न्याय व सुरक्षा देने की बजाय धमकियां दीं थीं। प्रदेश के अधिकारियों व भाजपा के नेताओं ने बयान देकर बलात्कार न होने जैसी बातें कही थीं।
राहुल गांधी के बयान पर योगी का पलटवार
UP Election 2022 विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के साथ वाक्युद्ध भी तेज हो गया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। राहुल ने ट्वीट कर कहा, जो नफरत करे व योगी कैसा। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से भी करारा जवाब दिया गया। उनके कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है…जिन्ह कें रही भावना जैसी। प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी।।और हां श्रीमान राहुल जी! अपराधियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना अगर नफरत है, तो ये नफरत अनवरत जारी रहेगी…।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा क्षेत्रवार नब्ज टटोलने का सिलसिला शुरू
आगामी विधानसभा यूपी चुनाव 2022 को लेकर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सरकार और संगठन में जातिगत समीकरण दुरुस्त करने के बाद अब क्षेत्रवार नब्ज टटोलने का सिलसिला शुरू किया गया है। इसकी कमान संगठन के साथ मिल कर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभाल रहे हैं। क्षेत्रवार फीडबैक लेने का सिलसिला शुरू किया गया है। खीरी के घटनाक्रम के बाद इस अभियान की शुरुआत शुक्रवार को अवध क्षेत्र से की गई।
मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार की शाम हुई बैठक में सबसे पहले विधानसभा क्षेत्रवार फीडबैक लिया गया। सांसद-विधायकों से पूछा गया कि क्या स्थिति है? पार्टी के पक्ष में हवा बनाने को ऐसा क्या किया जाए, जिसका चुनावी लाभ पार्टी और प्रत्याशी को मिल सके। विधायकों ने क्षेत्र के अधूरे कामों की जानकारी दी। इनमें कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें कम खर्च में अगले दो-तीन महीने में पूरा किया जा सकता है। इसका माइलेज भी पार्टी को मिलेगा। कुछ विधायकों ने गांव में बिजली कटौती का मुद्दा उठाया तो किसी ने बाढ़ के कारण कटाव का मसला रखा। संगठन या सरकार से जुड़े विषय भी पूछे गए।
UP Election 2022 – अधिकाधिक लोगों को पार्टी से जोड़ें
इसके साथ ही संगठनात्मक अभियानों और कार्यक्रमों को लेकर भी बात की गई। क्षेत्रीय मुद्दों के जरिए कैसे माहौल बनाया जा सकता है। विधायकों-सांसदों से कहा गया कि पार्टी के अभियान और कार्यक्रमों में हर हाल में हिस्सेदारी करें। मुख्यमंत्री ने सभी को नवरात्र की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कई अच्छे सुझाव आए हैं। उन पर गंभीरता से विचार होगा।
उन्होंने बेहतर समन्वय के साथ केंद्र और राज्य सरकार के काम जनता तक पहुंचाने को कहा। जनता को पुरानी और अपनी सरकार का फर्क बताएं। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधि संगठन से अच्छा तालमेल बनाते हुए जनता के बीच लगातार संपर्क बढ़ाएं। अधिकाधिक लोगों को पार्टी से जोड़ें। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने आगामी सौ दिन में सौ काम की रूपरेखा समझाई। कहा कि डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने को सदस्यता अभियान इसी माह शुरू हो रहा है। अधिकाधिक लोगों को जोड़ें। वोट बढ़वाएं। आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए धन्यवाद : सिद्धार्थ
सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में शामिल हो कर झाड़ू लगाने पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा देर में ही सही लेकिन प्रियंका को झाड़ू और स्वच्छता की अहमियत पता चल गयी इसके लिए वह धन्यवाद की पात्र हैं। उन्होंने प्रियंका पर तंज़ करते हुए कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री के इस लोकप्रिय अभियान की महत्ता इतनी देर में पता चली। उनको समझना चाहिए कि वैसे उनका ड्रामा जनता अच्छी तरह समझ चुकी है। उन्होंने झाड़ू पकड़ने का नाटक तब किया है जब कांग्रेस की समस्त उम्मीदों पर पहले ही झाड़ू फिर चुकी है। वैसे भी कांग्रेस के भाई-बहन अपनी नाटकबाज़ी के लिए जाने भी जाते हैं।
यूपी चुनाव 2022 – मैं भी पन्ना प्रमुख‘ अभियान शुरू
भाजपा का ‘मैं भी पन्ना प्रमुख‘ अभियान शुक्रवार से प्रारम्भ हो गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मतदाता सूची के एक पन्ने का प्रमुख बनकर इस अभियान का शुभारंभ किया। पार्टी द्वारा शुरू किये गए मैं भी पन्ना प्रमुख अभियान के अन्तर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, पन्ना प्रमुख के दायित्व का निर्वहन करेंगे। भाजपा के प्रदेश में 50 लाख से अधिक पन्ना प्रमुख सौ प्रतिशत मतदान के लिए डोर टू डोर जुडेंगे। पार्टी का यह अभियान 15 अक्तूबर तक चलेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पदाधिकारियों के साथ, मतदाता सूची के एक पन्ने को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके ‘पन्ना प्रमुख’ को पार्टी के विस्तार और मजबूत नींव तैयार करने का श्रेय देते हुए उन्हें पार्टी की शक्ति बताया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि UP Election 2022 बूथ जीता-चुनाव जीता के मंत्र पर काम करते हुए पन्ना प्रमुख के दायित्व का निर्वहन करने वाले कार्यकर्ता मतदाताओं से सीधे संपर्क करके संगठन की रीति नीति व मोदी-योगी सरकार द्वारा किये गए कार्यों व योजनाओं के बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि भाजपा की सबसे मजबूत इकाई पन्ना प्रमुख पार्टी की विजय का आधार बनेगी।
पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने हैशटैग भाजपा की ताकत पन्ना प्रमुख के साथ भाजपा को जिताने हेतु पन्ना प्रमुख है समर्पित-फिर प्रदेश में जीत करेंगे सुनिश्चित‘ ट्वीट किया।
समझौता न हुआ तो सभी सीटों पर लड़ेंगे : शिवपाल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एक बार फिर सपा को समझौता न होने की सूरत में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का संदेश दिया है। उनका कहना है कि अगर सपा से समझौता नहीं हुआ तो कार्यकर्ता सभी सीटों पर मजबूत प्रत्याशी उतारने के लिए तैयार रहें।
शिवपाल ने कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए हम तो सपा के साथ कम सीटों पर गठजोड़ के लिए तैयार हैं लेकिन अगर इसके बावजूद कोई समझौता नहीं होता है पार्टी सभी सीटों पर लड़ेगी।
मायावती आज लखनऊ में दिखाएंगी पार्टी का जनाधार
बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के 15वें परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर शनिवार नौ अक्तूबर को यहां कांशीराम स्मारक स्थल पर होने वाले श्रद्धाजंलि कार्यक्रम की जोरदार तैयारी की गई है। आगामी विधानसभा यूपी चुनाव 2022 के मद्देनजर बसपा सुप्रीमो वर्ष 2006 के बाद एक बार फिर नीले रंग के फैलाव के जरिये पार्टी के जनाधार की व्यापकता का संदेश देने की पूरी कोशिश करेंगी। पार्टी नेतृत्व का दावा है कि मायावती इस बार 2006 से बड़ी लकीर खींचने की तैयारी में हैं।
इस कार्यक्रम में मायावती मुख्य अतिथि होंगी और वहां मौजूद पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व जनमानस को संबोधित करेंगी। वर्ष 2006 में लखनऊ के रमाबाई स्थल पर एक बड़ी रैली करके मायावती ने अपनी पार्टी की ताकत दिखायी थी और उसके बाद वह सत्ता में 2007 में आ गई थीं।
इसी तरह इस बार भी शनिवार को बसपा संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्दांजलि देने के बहाने बसपा नेतृत्व बड़ा मजमा जुटा कर यह संदेश देने की कोशिश में है कि पार्टी का जनाधार कायम है और वह किसी भी सूरत में कम नहीं हुआ है।