साइबर लॉ Cyber Law Course: आज के इस डिजिटल युग में इंटरनेट और फ़ोन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता हैं। जिसके कारण हम कह सकते है की आज इंटरनेट ने इंसानी जीवन को हर जगह से घेर रखा है। इंटरनेट के सुविधा के कारण सभी चीजे तेजी से डिजिटल होती जा रही है जिससे लोगो का जीवन आसान होता जा रहा है लेकिन डिजिटल होती इस दुनिया का गलत उपयोग भी किया जा रहा है।
कुछ ऐसे भी लोग है जो इंटरनेट का दुरुपयोग कर लोगो के साथ धोखाधड़ी, लोगो के निजी डाटा कि चोरी, और लोगो को भटकाने जैसे संगीन अपराध को अंजाम दे रहे है। जिसे साइबर क्राइम (Cyber crime) कहते है। और इस साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगो को साइबर लॉयर (cyber lawyer) की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए अगर आप टेक्नोलॉजी को पसंद करते हैं और कानून और टेक दोनों को अपने करियर में शामिल करना चाहते हैं तो साइबर लॉयर (cyber lawyer) के रूप में अपना करियर बना सकते है।
लोगो के आलावा निजी से लेकर सरकारी कंपनियां साइबर क्राइम के खतरों से बचने के लिए साइबर लॉयर की सहयता लेते है। इनका काम किसी व्यक्ति, कंपनी या सरकार के साथ होने वाले साइबर क्राइम के मामलों को सुलझाना हैं। साइबर क्राइम का सबसे बड़ा कारण नियम और नीतियों है
इसके अभाव में ही साइबर अपराधी हैकिंग, क्रेडिट कार्ड जालसाजी, ई-कॉमर्स, नेटबैंकिंग आदि से जुड़े साइबर क्राइम को अंजाम देते है जिससे निपटने का काम साइबर लॉयर का होता है। Cyber Law का कोर्स करने के बाद आप बतौर कंसल्टेंट साइबर लॉयर के रूप में किसी कंपनी, फर्म या स्वतंत्र रूप से भी अपना करियर बना सकते हैं।
साइबर लॉयर (cyber lawyer) का क्या काम है? | what does a cyber lawyer do?
साइबर लॉ सिर्फ अपराध को खत्म करने वाला लॉ नहीं है बल्कि यह आज उन तमाम युवाओं को आकर्षित कर रहा है जो की रोज़गार के तलाश मै घूम रहे है। इसमें युवाओं को अपना भविष्य दिख रहा है और कहीं न कहीं आने वाले समय में यह रोज़गार का अच्छा साधन बनेगा।
एक साइबर लॉयर के तौर पर, आप अपने मुवक्किल (क्लाइंट) को साइबर अपराध (Cyber crime) से जुड़े सभी आपराधिक और सिविल मामलों में सुरक्षा प्राप्त करने में मदद करेंगे। एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बनने से बचाने के लिए अपने क्लाइंट को कानूनी सुरक्षा देंगे। साइबर लॉयर के रूप में आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि Cyber Law के तहत आने वाले सभी नियमों, रेगुलेशंस, नीतियों और निर्देशों को पूरा करते हों ताकि इंटनेट पर गतिविधियों को कानूनी तरीके से नियंत्रित किया जा सके।
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साइबर लॉयर का प्रमुख काम:-
- साइबर अपराध से जुड़े मामले में शामिल क्लाइंट के लिए केस तैयार करना, उसकी जाँच और वकालत करना काम होता है।
- डिजिटल फाइलों को अनधिकृत तौर पर बर्बाद होने से बचाने के लिए प्लान तैयार करना और इसको साइबर कानून के तहत कानूनी मान्यता दिलाना सुनिश्चित करना करना होगा।
- समय-समय पर साइबर कानून में आ रहे बदलावों को मॉनिटर और मैनेज करना होगा साथ ही इसके बारे में अपने मुवक्किल को बताता होगा।
साइबर लॉयर की जरूरत क्यों?
आज जितनी तेजी से दुनिया डिजिटल हुई हैं, उतनी ही तेजी से साइबर हमलों के मामले सामने आए हैं। इसलिए तमाम सरकारी और निजी कंपनियां इन खतरों से बचने के लिए साइबर क्राइम के विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही हैं। साइबर अपराधों में किसी व्यक्ति की बैंक डिटेल निकालना, साइबर टेररिज्म और वायरस अटैक जैसे मामले सबसे आम हैं। इन जोखिमों से निपटने के लिए साइबर लॉ के विशेषज्ञों मतलब साइबर लॉयर की जरूरत पड़ती है।
कैसे करे साइबर लॉयर का कोर्स?
साइबर लॉ मे कैरियर बनाने हेतु भारत मै ढेर सारे डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्सेस करवाए जाते है। साइबर लॉयर बनने के लिए एलएलबी (बैचलर प्रोग्राम ऑफ लॉ) का डिग्री होना आवश्यक है बैचलर प्रोग्राम ऑफ लॉ का कोर्स करने के लिए10+2 करने के बाद किसी भी लॉ स्कूल से 5 साल का बी.ए. एलएल.बी (BA LLB) या बी.एससी.एलएल.बी (BSC LLB) या बी. कॉम. एलएल.बी (BCOM LLB) या बी.बी.ए. एलएल.बी (BBA LLB) कोर्स कर सकते है।
जिसके चौथे और पांचवें साल में Cyber Law स्पेशलाइजेशन (cyber law specialization ) कराया जाता है। या तीन साल ग्रेजुएशन के बाद डायरेक्ट साइबर लॉ में बैचलर डिग्री (cyber law in bachelor degree) कर सकते हैं।
जब आपका एलएल.बी कोर्स कम्पलीट हो जाता है उसके बाद साइबर लॉ के पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के किसी कोर्स में दाखिला ले सकते है। इन साइबर लॉ कोर्सेज में दाखिला प्रवेश परीक्षाओं या फिर मेरिट के आधार पर दिया जाता है। अगर कोई नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के ऐसे ही किसी कोर्स में दाखिला लेना चाहता है, तो उसे ‘कॉमन लॉ एप्टीटुड टेस्ट‘ (CLAT ) या आयलेट’ (AILET) जैसे एन्ट्रेंस एग्जाम को पास करना होगा।
आपके जानकारी के लिए बता दू सिर्फ LLB ( Legum Baccalaureus) का डिग्री ले लेने से आप वकील नहीं बन जाते है आपको भारत में कानून (लॉ) की प्रैक्टिस करने के लिए आपको ग्रेजुएशन के बाद ख़ुद को किसी भी स्टेट बार कॉउंसिल में रजिस्टर करवाना होगा और उसके बाद आपको बार कॉउंसिल के द्वारा संचालित होने वाले आल इंडिया बार एग्जामिनेशन (एआईबीई) को देना होगा ।
साइबर लॉ कोर्स | Cyber Law Course List:-
Diploma & Certificate course के लिए स्टूडेंट्स को किसी भी recognised बोर्ड से 10+2 में मिनिमम मार्क्स से पास होने चाहिए।
Sl. No. | Diploma Course | Duration of the Course |
1 | डिप्लोमा इन साइबर लॉ | 1 साल |
2 | प्रोफेशनल डिप्लोमा इन साइबर इंवेस्टीगेशंस एंड लॉज़ | 1 साल |
3 | पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर लॉ एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी | 1 साल |
4 | पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर लॉ | 1 साल |
5 | डिप्लोमा इन इनफार्मेशन सिक्योरिटी एंड साइबर लॉ | 1 साल |
6 | डिप्लोमा इन इंटरनेट लॉ एंड पालिसी | 1 साल |
7 | पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ | 1 साल |
8 | डिप्लोमा इन इंटरनेट लॉ एंड पालिसी | 1 साल |
साइबर लॉ UG कोर्सेस के लिए स्टूडेंट्स को किसी भी Recognised बोर्ड से 10+2 मे (45% से 50%) मार्क्स से पास होने चाहिए। Post Graduate courses के लिए स्टूडेंट्स को LLB और इसके समकक्ष डिग्री से किसी भी recognised university से मिनिमम 55% से पास होने चाहिए।
Sl. No. | Course | Duration of the Course |
1. | पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन साइबर लॉ {Certificate Course} | संस्थान पर निर्भर करता है |
2. | बीए एलएलबी (साइबर लॉ स्पेशलाइजेशन के साथ) {UG Course} | 5 साल |
3. | एलएलएम इन साइबर लॉ {PG Course} | 1 साल |
4. | }एलएलएम इन साइबर लॉ एंड साइबर सिक्योरिटी {PG Course} | 1 साल |
5. | मास्टर ऑफ साइबर लॉ {PG Course} | 2 साल |
6. | बीटेक इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग + एलएलबी (ऑनर्स) साइबर लॉ में स्पेशलाइजेशन के साथ) – {UG Course} | 5 साल |
Doctoral courses in Cyber Law :-
Doctoral courses के लिए स्टूडेंट्स के पास masters degree in law और इसके समकक्ष डिग्री मे किसी भी recognised university से मिनिमम 55% मार्क्स से पास होने चाहिए।
- Ph.D.. In Cyber Law- 3-6 Years
Cyber Law Course university/institute list:-
- एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ, मुंबई
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलुरु
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट, दिल्ली
- नलसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, हैदराबाद
- सिम्बियोसिस लॉ स्कूल, नोएडा
- नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल
- आईआईआईटी, इलाहाबाद
साइबर लॉ करने के बाद इन पदों पर कर सकते है काम
1. साइबर लॉयरः इंटरनेट पर होने वाली अवैध गतिविधियां जैसे डेटा की चोरी, ऑनलाइन धोखाधड़ी , नुकसान, हैकिंग, उत्पीड़न के मामले, सामाजिक शोषण, साइबरस्टाकिंग, क्रेडिट कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी और सिविल अपराध जैसे ट्रेडमार्क्स, कॉपीराइट और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी अधिकार आदि अपराधों को सुलझाने के लिए साइबर लॉयर को किसी निजी संस्थान, कानूनी संस्था या फिर बिजनेस समूहों में होने वाले साइबर अपराधों को हल करना होता है।
2. साइबर लीगल एडवाइजर/ कंसल्टेंटः इनका काम अपने क्लाइंट को साइबर अपराधों से जुड़े मसलों पर कानूनी सलाह देना होता हैं। ऐसे लॉयर को नेटवर्क सिक्योरिटी के साथ साथ कंप्यूटर नेटवर्किंग प्रोटोकॉल की अच्छी समझ होनी चाहिए।
3. साइबर लॉ एक्सपर्टः काफी साल या अच्छा खासा एक्सपेरिएंस होने के बाद आप साइबर लॉ एक्सपर्ट के रूप में जाने जाते है आपका अपने जानकारी के हिसाब से संस्थानों के कंप्यूटर इन्फॉर्मेशन सिस्टम को सुरक्षित बनाए रखने के लिए योजना बनाते है तो उससे लागु करते हैं।
4. साइबरलॉ-लेक्चररः साइबर लॉ करने के बाद अगर शिक्षा के क्षेत्र के अपना करियर बनना चाहते है तो साइबरलॉ-लेक्चर बन सकते है जिसके लिए Cyber Law की गहरी समझ होने के साथ-साथ इससे संबंधित कोर्सेज पढ़ाने का तजुर्बा भी होना चाहिए।
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Career in cyber law :-
आज हम देखते है कि इतने तमाम Rules and Regulations के बावजूद हमे हर दिन हजारों नए साइबर क्राईम के केस देखने को मिलते है। ऐसे में हमे ऐसे साइबर लॉ एक्सपर्ट्स कि जरूरत है जो कि इस तरह के मामलो को समाप्त करने मे पुलिस एवं कानून कि सहायता कर सके। साइबर लॉ कि जानकारी के लिए तमाम यूनिवर्सिटीज ने नए नए कोर्सेस लॉन्च किया है।
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साइबर लॉयर की सैलरी
सीनियर प्रैक्टिसिंग वकील के जूनियर के तौर पर, आप शुरुआत में 5,000 -15,000 या उससे ज़्यादा कमा सकते हैं। 5 से 10 साल बाद, आप 15,000 -40,000 रूपये हर महीना कमा सकेंगे। लॉ फर्म या सॉलिसिटर फर्म में, शुरुआत में आप 8,000 -20,000 रूपये या इससे ज़्यादा कमा सकते हैं। 5 से 10 साल के बाद आप 15,000 -60,000 रूपये हर महीना कमा सकेंगे।
मैनेजमेंट कंसल्टिंग या फाइनेंसियल कंसल्टिंग फर्म में, आप शुरुआत में 30,000 -50,000 रूपये या इससे ज़्यादा हर महीना कमा सकते हैं। 5 से 10 साल बाद आप 45,000 -2,00,000 रूपये तक कमा सकेंगे। कॉर्पोरेट और दूसरे संगठनों के कानूनी विभाग में आप शुरुआत में 25,000 -40,000 रूपये महीना और 5 से 10 साल बाद 40,000 -1,50,000 या इससे ज़्यादा हर महीना कमा सकते हैं।
रक्षा और सरकारी सेवाओं में, आप शुरुआत में 65,000 -70,000 रूपये महीना और 5 से 8 साल बाद 1,20,000 -1,40,000 रूपये महीना और 15 से 18 साल बाद 2,40,000 रूपये महीने के लगभग कमा सकेंगे। किसी सीनियर वकील या फर्म के साथ 8 से 10 साल या इससे ज़्यादा समय तक काम करने के बाद अगर आप निजी रूप से प्रैक्टिस करना शुरू करेंगे तो आप 25,000 -1,00,000 रूपये हर महीना या इससे ज़्यादा कमा सकेंगे। 15 से 20 साल बाद आप 1,00,000 – 2,00,00,000 रूपये या इससे ज़्यादा हर महीना कमा सकते हैं।
साइबर लॉ क्या होता है
साइबर लॉ डिजिटल कानूनी प्रणाली का एक हिस्सा है जिसे इंटरनेट, साइबर स्पेस और इसमें होने वाले दिक्कतों जैसे मुद्दों से संबंधित किया गया है। साइबर लॉ ने इंटरनेट के बहुत बड़े क्षेत्र पर अपना पकड़ बना रखा है , मगर इसके बावजूद Cyber Law कि जानकारी के अभाव में अपराधी प्रवृति के लोग इंटरनेट कि दुनिया में बड़े पैमाने पर अपराध को अंजाम दे रहे है।
आज हम बेफिक्र होके अपने महत्वपूर्ण जानकारी और डाटा स्टोर करने के लिए कंप्यूटर कि मदद लेते है और उसमें स्टोर करते है। हमारे महत्वपूर्ण डाटा और जानकारी फ्रॉड या धोखाधड़ी का शिकार ना हो जाए इसलिए Cyber Law इससे संबंधित है।
साइबर लॉ के अनुसार हर एक साइबर क्राइम के लिए अलग से धारा एवं सजा सुनिश्चित किया गया है।
CRIME | ACT | PUNISHMENT |
Online Harassment | IT Act 2009 | धारा 66(ए) तीन साल तक कि जेल या जुर्माना। |
Copyright Infringement | Copyright law 1957 | धारा 14, 63(B) सात- तीन दिन तक जेल या 50 हजार – 2 लाख रुपए तक जुर्माना। |
Data Theft | IT Act 2008 | धारा 43(B), 66(E), 67(C)/IPC धारा 379,405,420 , 3 साल जेल या 2 लाख रूपए तक जुर्माना। |
Hacking | IT Act 2008 | धारा 43(A), 66 IPC धारा 379 और 406 3 साल जेल या 5 लाख रूपए तक जुर्माना। |
इसी प्रकार के बहुत से धाराएं बनाए गए है, जिससे लोगो के लिए खतरा ना बढ़ने पाए।