फेसबुक लोन: सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने भारत के 200 शहरों में छोटे कारोबारियों के लिए एक खास लोन स्कीम शुरू करने का ऐलान किया है। फेसबुक ने ‘स्मॉल बिजनेस लोन इनिशिएटिव’ नाम से इस स्कीम को लॉन्च किया। कंपनी ने लोन देने के लिए वित्तीय कंपनी इंडिफी के साथ साझेदारी की है। इसके तहत फेसबुक छोटे कारोबारियों (एमएसएमई) को पांच लाख से 50 लाख का लोन देगी।
जीडीपी में योगदान
- 29% योगदान जीडीपी में छोटे उद्योगों का भारत में
- 55% जर्मनी की जीडीपी में 170 छोटे उद्योगों का
- 60% योगदान चीन की जीडीपी में एमएसएमई का है
क्यों अहम है एमएसएमई
- 10 करोड़ लोगों को रोजगार 12 मिला हुआ है भारत में
- योगदान भारत के 43% औद्योगिक उत्पादन में
- हिस्सेदारी है देश के 40% निर्यात में एमएसएमई की
सिर्फ पांच दिन में मिलेगा फेसबुक लोन
फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अजीत मोहन ने बताया कि छोटे कारोबारियों को इस Small Business Loans initiative लोन के लिए कोई कोलेट्रल नहीं देना होगा। यह लोन सिर्फ पांच दिन में पास होगा और इस पर 17 से 20 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज चुकाना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को खास छूट दी जाएगी। उन्हें ब्याज दर में भी 0.2 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
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फेसबुक लोन का पैसा फेसबुक की ओर से दिया जाएगा
छोटे कारोबारियों को पैसा फेसबुक की ओर से दिया जाएगा जबकि पैसा किसे देना है और उसकी रिकवरी किस प्रकार की जाएगी, इसका अंतिम निर्णय इंडिफी करेगी। गौरतलब है कि फेसबुक ने पिछले साल सितंबर में 100 मिलियन डॉलर का एक फंड बनाया था जिसे भारत सहित 30 अन्य देशों में उपयोग करने की बात कही गई थी।
एमएसएमईका अर्थव्यवस्था में अहम योगदानः
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की विकास में एमएसएमई की खास भूमिका होती है। ऐसे में अब फेसबुक की इस महिम से एमएसएमई सेक्टर को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एमएसएमई को हर संभव मदद करने की दिशा में काम कर रही है। कोरोना महामारी के बाद भारतीय एमएसएमई के लिए बड़ा अवसर है। वह इस मौके का फायदा उठा सकती हैं।
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कारोबार करने में मदद मिलेगीः
फिक्की उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष उदय शंकर ने कहा कि फेसबुक की इस मुहिम से एमएसएमई सेक्टर को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। खासकर उन कंपनियों को इस योजना का ज्यादा लाभ होगा जो कुछ गिरवी रखकर लोन नहीं ले पाती हैं। लेकिन अगर उन्हें वर्किंग कैपिटल मिल जाए तो वे इस संकट के समय भी अपना कारोबार आगे बढ़ा सकती हैं। क्योकि भारत में लोन की गारंटी न होने के कारण भारतीय बैंक और दूसरी कंपनियों छोटे कारोबारियों को बिजनेस लोन नहीं देती हैं।