देशभर के करोड़ों आयकरदाताओं के लिए आयकर विभाग की नई वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/ जारी कर दी गई है। आयकर करदाताओं को रिटर्न भरने में सहूलियत देने के साथ साथ ही कई नए फीचर भी जोड़ कर इस www.incometax.gov.in नई वेबसाइट को अधिक यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा है कि नई वेबसाइट से रिटर्न दाखिल करने में आसानी होगी और रिफंड भी जल्दी मिलेगा।
करदाताओं को नई वेबसाइट पर लॉगइन करने के साथ ही डैशबोर्ड पर सभी जानकारी मिल जाएंगी। नई वेबसाइट से वेतनभोगियों और पेंशनर्स को रिटर्न भरने में और ज्यादा आसानी होगी। कारोबारियों को भी पहले के मुकाबले रिटर्न में कई तरह की नई जानकारियां पहले से भरी मिलेंगी।
बयान के मुताबिक सीबीडीटी एक नई टैक्स पेमेंट सिस्टम भी 18 जून का शुरू करने जा रहा है। पोर्टल लॉन्च किए जाने के बाद में मोबाइल ऐप भी जारी किया जाएगा। इसके बाद करदाता मोबाइल से भी रिटर्न भर सकते हैं। नई वेबसाइट पर बचत के अलावा किसी भी तरह के लाभांश, टीडीएस और अन्य जानकारी भी पहले से ही फार्म में भरी हुई मिलेगी। इससे आयकरदाताओं को आयकर रिटर्न भरने में और ज्यादा आसानी होगी। Also read … SBI Mutual Fund Me Paisa Kaise Lagaye in Hindi
नई वेबसाइट www.incometax.gov.in पर पांच खास फीचर मिलेंगे
- करदाताओं की मदद को मुफ्त में सॉफ्टवेयर मिलेगा जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति रिटर्न दाखिल करना सीख सकेगा। साथ ही अगर आपके मन में कोई दुविधा या सवाल है तो इसका जवाब भी यहां मिलेगा।
- लॉगइन करने के बाद ही डैशबोर्ड पर ही इनकम टैक्स से जुड़े सभी जरूरी जानकारी मेल जायेगा जिससे यूजर उससे चेक कर पाएंगे और जो जरुरी कदम होगा वो उठा सकेंगे। मतलब साफ़ है की यूजर को आईटीआर फाइल करना, उसे चेक करना और किसी तरह की परेशानी होने पर उस पर एक्शन लेना आसान हो जाएगा।
- जो सुविधा डेक्सटॉप/लैपटॉप वर्जन पर उपलब्ध रहती है, वह अब मोबाइल पर भी उपलब्ध रहेगी। मोबाइल एप से कहीं से भी रिटर्न दाखिल किया जा सकेगा।
- नए पोर्टल पर इनकम टैक्स रिटर्न भरने की की सुविधा रहेगी, अगर कोई यूजर इस वेबसाइट रिटर्न भरेगा तो रिफंड जल्दी इससे रिफंड जल्दी मिलेगा।
- नए पोर्टल पर नई पेमेंट सुविधा भी रहेगी। इससे यपीआई. क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिग से भी भुगतान किया जा सकेगा।
24 घंटे कॉल सेंटर सुविधा
करदाताओं के लिए नया कॉल सेंटर भी होगा, जहां कभी भी कोई भी आईटीआर दाखिल करने वाला व्यक्ति अपनी समस्याएं बता पाएगा और उसे तुरंत ही हल मिल सकेगा। इसके अलावा करदाताओं के लिए वेबसाइट में ट्यूटोरियल, वीडियो और चैटबॉट या लाइव एजेंट जैसे सिस्टम शामिल किए गए हैं, जिनसे टैक्सपेयर्स की मुश्किलों का समाधान किया जा सके।