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pharmacy course kaise kare : pharmacy में करियर बनाना युवा के लिए हमेशा से अच्छा विकल्प रहा है खास कर कोरोना वायरस के इस दौर में दवाओं की खोज एवं विकास से जुड़ा फार्मेसी सेक्टर करियर की नयी आकर्षक संभावनाओं से भरा और तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र बन गया है। यही नहीं भारत सरकार जल्द ही नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन शुरू करने की योजना बना रही है जिसमे इ-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन सेवा को भी शामिल किया जायेगा. जिसके कारण फार्मा सेक्टर में नौकरी एवं स्वरोजगार के नये अवसर बनेंगे. ऐसे में pharmacy course कर करियर बनना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
pharmacy के इस क्षेत्र में नई-नई दवाइयों की खोज और उसके विकास का कार्य किया जाता हैं। इसके अलावा pharmacy के इस क्षेत्र में दवाओं के बनाने से लेकर, पैकेजिंग,मार्केटिंग ,वितरण और मैनेजमेंट तक के सभी काम किए जाते हैं। आज के इस पोस्ट में बताऊंगा की pharmacy course क्या है, 12 वीं के बाद फार्मेसी के लिए प्रवेश परीक्षा कौन कौन सी है, pharmacy course सब्जेक्ट्स क्या है और फार्मा करने के बाद कौन सी नौकरी मिल सकती है? साथ ही बताऊंगा की बी फार्मा करने के बाद सैलरी कितनी मिलेगी, और डी फार्मेसी करियर स्कोप क्या है. इस सभी सवालो का जबाब इस पोस्ट में पढ़ने को मिल जायेगा।
pharmacy course qualification
फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स/ बायोलॉजी विषयों के साथ बारहवीं पास करने के बाद फार्मा में दो साल का डिप्लोमा (डीफार्मा) या चार साल का बैचलर डिग्री (b pharmacy course) कोर्स कर सकते हैं. बी फार्मा के बाद फार्माकोग्नॉसी, फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग, बायो केमिस्ट्री जैसे स्पेशलाइजेशन के साथ एम फार्मा कर इस क्षेत्र में अच्छा करियर बना सकते हैं.
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मास्टर लेवल फार्मेसी प्रोग्राम में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टिट्यूड टेस्ट (जीपैट) पास करना होगा. इसके अलावा पीजी डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल एवं हेल्थ केयर मार्केटिंग, डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग, एडवांस डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग एवं पीजी डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग जैसे कोर्स का विकल्प भी है.
diploma in pharmacy course
Course Name | Duration |
डिप्लोमा इन फार्मेसी (D. Pharma) | 2 Years |
डिप्लोमा इन वेटरनरी फार्मेसी | 2 Years |
डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट | 2 Years |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हर्बल प्रोडक्ट्स | 1 to 3 years पाठ्यक्रम और संस्थान पर निर्भर करता है |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री | 1 to 3 years पाठ्यक्रम और संस्थान पर निर्भर करता है |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल रेगुलेटरी अफेयर्स | 1 to 3 years पाठ्यक्रम और संस्थान पर निर्भर करता है |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट | 2 Years |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टेक्निकल एंड एनालिटिकल केमिस्ट्री | 2 Years |
Bachelor’s Degree in Pharmacy
Course Name | Duration |
बैचलर ऑफ़ फार्मेसी (B.Pharma) | 4-Years |
बैचलर ऑफ़ फार्मेसी इन होनोर्स (B.Pharm. (Hons.) | 4-Years |
बैचलर ऑफ़ फार्मेसी इन फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री | 4-Years |
बैचलर ऑफ़ फार्मेसी इन आयुर्वेदिक | 4-Years |
बैचलर ऑफ़ फार्मेसी + मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन B.Pharm + M.B.A. (Dual Degree) | 5-Years |
Postgraduate Courses in pharmacy
Course Name | Duration |
मास्टर ऑफ़ फार्मेसी (M. Pharma) | 2-Years |
एम फार्मा इन बिओफॉर्मासुटिक्स एंड फार्माकोकिनेटिक्स | 2-Years |
एम फार्मा इन बायोटेक्नोलॉजी | 2-Years |
एम फार्मा इन क्लीनिकल फार्मेसी | 2-Years |
PhD (Doctoral) course in Pharmacy
Course Name | Duration |
PhD इन फार्मेसी | 3-Years |
PhD इन फार्मसूटिक्स | 3-Years |
PhD इन फार्मास्यूटिकल मेडिसिन | 3-Years |
PhD इन फार्मास्यूटिकल बायोटेक्नोलॉजी | 3-Years |
Best pharmacy course institute/college
- दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ऐंड रिसर्च, दिल्ली
- जामिया हमदर्द, नई दिल्ली
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नयी दिल्ली
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
- बॉम्बे कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, मुंबई
- इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, कानपुर
- कॉलेज ऑफ फार्मेसी, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
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pharmacy course fees
pharmacy course करने की fees सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में अलग अलग होता है जो की 20 हजार से 1,25,000 रूपये प्रति साल होता है सरकारी कॉलेज में फीस बिलकुल कम होता है और उसकी मान्यता भी अधिक होता है
pharmacy में करियर स्कोप
पूरी दुनिया में भारत अकेला एक ऐसा देश है जिसके पास अमेरिकी दवा नियामक यूएसएफडीए के मानकों के अनुरूप अमेरिका से बाहर सबसे अधिक संख्या में दवा बनाने के प्लांट हैं। जिसके कारण भारतीय फार्मा उद्योग मात्रा के आधार पर दुनिया का तीसरा सवसे बड़ा बाजार बन गया है। 2024 तक देश का फार्मा उद्योग 65 अरव डॉलर की ऊंचाई तक पहुंचने का अनुमान है। जाहिर है जैसे-जैसे फार्मा सेक्टर बढ़ेगा वैसे वैसे करियर के मौके भी तेजी से बढ़ेंगे.
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अगर आप 12th में विज्ञान विषय का छात्र हैं और विभिन्न रोगों में लाभ पहुंचानेवाली दवाओं की खोज एवं निर्माण में रुचि रखते हैं, तो pharmacy के इस क्षेत्र में करियर की बेहतरीन संभावनाएं प्राप्त कर सकते हैं pharmacy course करने के बाद ड्रग मैन्युफैक्चरिंग, ड्रग रिसर्च, डग मार्केटिंग, फार्माकोविजिलेंस, हॉस्पिटल फार्मेसी और रिसोर्स मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते है। ड्रग मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में मॉलिक्युलर बायोलॉजिस्ट, फार्मेकोलॉजिस्ट, टॉक्सिकोलॉजिस्ट या मेडिकल इनवेस्टिगेटर जैसे कार्य होते हैं। जहाँ नई-नई दवाओं की खोज व विकास संबंधी कार्य किए जाते हैं वहाँ रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट का काम कर सकते है ।
कुछ और भी करियर विकल्प है जो नीचे दिए गए है:
ड्रग मैन्युफैक्चरिंग:
pharmacy course करने के बाद ड्रग मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में आप मॉलिक्युलर बायॉलजिस्ट, फार्मेकॉलजिस्ट, टॉक्सिकॉलजिस्ट , मेडिकल इंवेस्टिगेटर, पैकेजिंग, क्वालिटी कंट्रोल, प्रोडक्ट मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर आदि के तौर पर काम कर सकते है. मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव बनकर फार्मा मार्केटिंग में भी जॉब के अवसर प्राप्त कर सकते हैं.
- मॉलिक्युलर बायॉलजिस्ट का काम जीन संरचना और मेडिकल व ड्रग रिसर्च में प्रोटीन के इस्तेमाल का अध्ययन करना होता है।
- फार्मेकॉलजिस्ट इंसान के बॉडी पार्ट्स और Tissues पर ड्रग के प्रभाव का जांच कारण होता है।
- टॉक्सिकॉलजिस्ट इनका काम किसी भी दवा से होने वाले नेगेटिव इफेक्ट को चेक कर टेस्टिंग करना होता है।
- मेडिकल इंवेस्टिगेटर ये नई दवाओं के डेवलपमेंट और उसके टेस्टिंग की पर्किर्या को देखते है।
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फार्मासिस्ट:
अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल परीक्षणों के संदर्भ में फार्मासिस्ट की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है. इन पर दवाइयों और चिकित्सा संबंधी अन्य सहायक सामग्रियों के भंडारण, स्टॉकिंग और वितरण की जिम्मेदारी होती है. वही रिटेल सेक्टर में फार्मासिस्ट को एक बिजनेस मैनेजर की तरह काम करना होता है
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क्लिनिकल रिसर्च:
इसके तहत नयी दवाइयों पर रिसर्च की जाती है कि वह कितनी सुरक्षित और असरदार हैं. दवाइयों की स्क्रीनिंग संबंधी काम में नयी दवाओं या फॉर्मुलेशन का पशु मॉडलों पर परीक्षण करना या क्लिनिकल रिसर्च करना शामिल है.
क्वालिटी कंट्रोल:
फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में क्वालिटी ङ्केफंट्रोलार का काम काफी अहम होता है। ये यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी दवा को लेकर कंपनी द्वारा जो नतीजे बताये जा रहे हैं, वे सुरक्षित व असरदायी हैं या नहीं.
फार्मा टीचिंग करियर :
एम फार्मा या पीएचडी करने के बाद किसी भी निजी या सरकारी संस्थान में शिक्षक की रूप में अपना करियर बना सकते हैं।
अनुसंधान क्षेत्र:
सरकारी शोध संस्थान और निजी कंपनियां नयी दवाइओं की खोज व पुरानी दवाइओं की क्षमता वृद्धि के लिए लगातार अनुसंधान करती रहती हैं. आप चाहें तो अपनी क्षमता और ज्ञान का इस्तेमाल नये उत्पादों के विकास में करने के लिए किसी निजी या सार्वजनिक अनुसंधान संगठनों से जुड़ सकते हैं.
खुद का मेडिकल स्टोर :
d pharmacy course या b pharmacy course करने के बाद अगर आप नौकरी नहीं करना चाहते हैं, तो आप खुद का मेडिकल स्टोर मतलब दवा दुकान भी खोल सकते हैं। आपके जानकारी की लिए बता दू की दवा दुकान खोलने की लिए लाइसेंस की जरूरत होती है जिसे सिर्फ डी फार्मा या बी फार्मा डिग्री धारक ही प्राप्त कर सकता है.
pharmacy course सब्जेक्ट्स | B. Pharma Syllabus
पहला साल:
Pharmaceutical Analysis 1 | Pharmaceutical Chemistry |
Computer Applications | Biology |
Organic Chemistry | Pharmacognosy 1 |
Advanced Mathematics | Basic Electronics |
Anatomy & Physiology |
दूसरा साल:
Pharmacognosy 2 | Pharmaceutical Chemistry 2 |
Pharmaceutical Analysis 2 | AP HE-1 |
Pharmaceutics | Organic Chemistry 2 |
Pharmacognosy 3 | AP HE- 2 |
Dispensing & Community Pharmacy |
तीसरा साल:
Biochemistry | Pharmacology 2 |
Biopharmaceutics | Medicinal Chemistry 1 |
Pharmaceutical Jurisprudence Ethics | Medicinal Chemistry 2 |
Pharmacology 1 | Hospital Pharmacy |
Chemistry of Natural Products |
चौथा साल:
Pharmaceutical Biotechnology | Pharmaceutics |
Electives | Clinical Pharmacy |
Projected Related to Elective | Pharmacognosy |
Medicinal Chemistry 3 | Drug Interactions |
Chemistry of Natural Products |
इस पोस्ट में हमने आपको बताया की pharmacy course कैसे करें और फार्मा करने के बाद कौन सी नौकरी मिल सकती है? हमें उम्मीद है की pharmacy course के बारे में आपको सभी जानकारी मिल गया होगा अगर B. Pharma या D. Pharma या pharmacy course पोस्ट से सम्बंधित आपके पास कोई प्रश्न है तो कृपया कमेंट कर के पूछे हम उसका जबाब जल्द से जल्द देने के कोशिश करेंगे।