vayu sena me career kaise banaye: भारतीय वायुसेना में करियर प्रतिष्ठा, जुनून और देशभक्ति का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करता है। एक समृद्ध इतिहास वाली संस्था, भारतीय वायुसेना दुनिया की विशिष्ट वायुसेनाओं में सबसे ऊपर खड़ी है। यह लेख में गहराई से प्रकाश डालता है कि नीली वर्दी पहनने और देश के आसमान की सेवा करने के लिए क्या करना पड़ता है।
भारतीय वायु सेना, हमारी सशस्त्र सेना का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह विश्व की शीर्ष वायु सेनाओं में चौथे स्थान पर है। चाहे देश की सुरक्षा हो या प्राकृतिक आपदाओं का सामना, भारतीय वायु सेना का योगदान अद्वितीय है। वे आगामी 8 अक्तूबर को अपनी 91वीं स्थापना दिवस को मना रहे हैं। इस खास अवसर पर, जानिए कैसे आप वायु सेना में करियर बना सकते हैं।
जब हम भारतीय वायु सेना में करियर बनाने के विचार करते हैं, तो मुख्य रूप से तीन प्रमुख पद होते हैं- ऑफिसर, मेडिकल ऑफिसर और अग्निवीर (वायु). वास्तविकता में, वायु सेना 12वीं पास, स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों, साथ ही डिप्लोमा प्राप्तकर्ताओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करती है। आप अपनी पात्रता के हिसाब से वायु सेना में समर्थित भूमिका के लिए तैयारी कर सकते हैं।
बारहवीं पास होने पर
“फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के साथ बारहवीं पास होने पर, पुरुष और महिला प्रत्याशी नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) के माध्यम से वायु सेना में प्रवेश पा सकते हैं। एनडीए उम्मीदवारों को वायु सेना के फ्लाइंग शाखा, ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी) और ग्राउंड ड्यूटी (अतकनीकी) में प्रवेश की सुविधा प्रदान करता है। फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी) के कैडेटों को बीटेक की डिग्री, जबकि ग्राउंड ड्यूटी (अतकनीकी) के कैडेटों को बीएससी प्रमाणित किया जाता है।”
ग्रेजुएशन पूरा होने पर
“ग्रेजुएशन पूरा होने पर, वायु सेना के फ्लाइंग शाखा में प्रवेश करने वाले अभ्यार्थी फाइटर पायलट, हेलीकॉप्टर पायलट या ट्रांसपोर्ट पायलट की प्रशिक्षण प्रक्रिया में शामिल होते हैं और विभिन्न शांति और संघर्ष सम्बंधित कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। जिन अभ्यार्थियों ने फिजिक्स और गणित सहित बारहवीं पास की है और ग्रेजुएशन की है, चाहे वो किसी भी स्ट्रीम में हो, वे सीडीएस, एनसीसी स्पेशल एंट्री या एएफकैट के जरिए फ्लाइंग शाखा में शामिल हो सकते हैं।
ग्रेजुएट्स के लिए वायु सेना ग्राउंड ड्यूटी (अतकनीकी) ब्रांच में भी विभिन्न अवसर हैं, जैसे कि वेपन प्रणाली प्रबंधन, खाता, आपूर्ति प्रबंधन, मौसम विज्ञान आदि। विभिन्न ब्रांचों की योग्यता और अन्य जानकारियां पाने के लिए, आप भारतीय वायु सेना के करियर वेबपेज पर जा सकते हैं।”
पोस्ट ग्रेजुएट पूरा करने के बाद
“पोस्ट ग्रेजुएट पूरा करने के बाद: पुरुष और महिला अभ्यर्थी ग्राउंड ड्यूटी (अतकनीकी) और शिक्षा शाखा में ऑफिसर की भूमिका में करियर की शुरुआत के लिए आवेदन कर सकते हैं। एजुकेशन ब्रांच में शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत भर्ती हेतु अभ्यर्थी के पास किसी भी विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए, जिसमें कम से कम 50 प्रतिशत अंक हो।”
वायु सेना में अग्निवीर वायु के माध्यम से जुड़ें
अग्निपथ योजना के अंतर्गत, वायु सेना समय-समय पर अग्निवीर वायु के लिए उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया आयोजित करती है। इस भर्ती का कालावधि चार वर्ष का होता है। आवेदक की उम्र 17.5 से 21 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
विभिन्न पदों के लिए शैक्षिक और शारीरिक मापदंड इंडियन एयरफोर्स द्वारा प्रकाशित किए जाते हैं। सामान्यत: भर्ती दसवीं, बारहवीं साइंस स्ट्रीम से (कम से कम 55% अंक सहित) और तीन वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा (कम से कम 50% अंक सहित) के धारकों के लिए की जाती है। अधिक विवरण के लिए, वेबसाइट https://indianairforce.nic.in पर जा सकते हैं।”
वायु सेना में करियर के लिए महत्वपूर्ण परीक्षाएं
एनडीए:
12वीं में फिजिक्स और मैथमेटिक्स से पास हुए महिला और पुरुष प्रत्याशी यूपीएससी द्वारा आयोजित नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) परीक्षा में भाग लेकर वायु सेना में करियर बना सकते हैं। इस परीक्षा का आयोजन हर साल दो बार होता है। एनडीए द्वारा चयनित प्रत्याशियों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में तीन वर्षीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, और उसके पश्चात् वायु सेना के प्रशिक्षण संस्थान में उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण को सम्पन्न करने के बाद, वे वायु सेना में अधिकारी बनकर सम्मानित होते हैं।
सीडीएस:
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा प्रतिवर्ष दो बार आयोजित सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा (सीडीएस) से वायु सेना अकादमी में प्रवेश के लिए प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया होती है। जिनके पास ग्रेजुएशन डिग्री है (जिसमें 10+2 स्तर पर भौतिकी और गणित शामिल हैं) और इंजीनियरिंग में पढ़ाई की है, वे सीडीएस परीक्षा दे सकते हैं। इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रत्याशी एसएसबी साक्षात्कार में हिस्सा लेते हैं। जो एसएसबी और चिकित्सीय परीक्षण में सफल होते हैं, उन्हें वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है।
एएफकैट:
वायु सेना द्वारा दो बार प्रतिवर्ष आयोजित एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (एएफकैट) लिखित अभियोग प्रक्रिया है। इसके जरिए अभ्यर्थी वायु सेना के फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच में अधिकारी के रूप में सेवा करने का मौका पा सकते हैं। इस परीक्षा से संबंधित शैक्षणिक पात्रता, वैवाहिक स्थिति, आयु सीमा, शारीरिक मानदंड और परीक्षा पैटर्न की सूचना आप वेबसाइट https://afcat.cdac.in/AFCAT/ पर देख सकते हैं।
What are the eligibility criteria for NDA?
Male and female candidates who have passed 12th with Physics and Mathematics are eligible for NDA.
How often is the NDA exam conducted?
NDA exam is conducted twice every year.
In which academies selection is done through CDS?
Selection for Air Force Academy is through CDS.
What kind of qualifications are required in CDS exam?
Candidates who have completed graduation degree (which includes Physics and Mathematics up to 10+2 level) and engineering can appear for CDS.
What is AFCAT?
AFCAT is a written examination conducted twice every year by the Air Force.
What kind of recruitments are done through AFCAT?
Through AFCAT, there are recruitment as officers in the flying and ground duty branches of the Air Force.
Where can I get information related to AFCAT?
AFCAT related information is available on the website https://afcat.cdac.in/AFCAT/.