भारतीय नौसेना में करियर एक प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण पेशा है जो विविध अवसर प्रदान करता है। नौसेना में विभिन्न रोल्स और विशेषज्ञता के क्षेत्र होते हैं, जिनमें आपकी रुचि और योग्यताओं के अनुसार आप चयन कर सकते हैं। भारतीय नौसेना में करियर न केवल पेशेवर विकास के अवसर प्रदान करता है बल्कि एक सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन शैली भी देता है। इसमें करियर बनाने का अर्थ है देश की सेवा करना और अपनी क्षमताओं का उपयोग करते हुए विकसित होना।
1971 के युद्ध में, कराची से बंगाल की खाड़ी तक फैले ऑपरेशन त्रिशूल के दौरान, भारतीय नौसेना के उत्कृष्ट प्रदर्शन को स्मरण करते हुए, प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। भारतीय नौसेना, भारतीय सेना का एक सामुद्रिक शाखा और एक बहुआयामी बल है, जिसकी स्थापना भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा के लिए की गई है। आज, यह विश्व की दस सबसे शक्तिशाली नौसेनाओं में अपना स्थान रखती है और युवाओं को उत्कृष्ट करियर के अवसर प्रदान करती है। जानिए, कैसे नौसेना में नौकरी प्राप्त की जा सकती है.
NDA (National Defence Academy) के माध्यम से प्रवेश:
- आयु सीमा: 16.5 से 19.5 वर्ष।
- शैक्षिक योग्यता: 10+2 (भौतिक विज्ञान और गणित के साथ)।
- प्रक्रिया: UPSC द्वारा आयोजित NDA परीक्षा पास करनी होती है।
CDS (Combined Defence Services) के माध्यम से प्रवेश:
- आयु सीमा: 19 से 24 वर्ष।
- शैक्षिक योग्यता: स्नातक डिग्री (इंजीनियरिंग या भौतिक विज्ञान और गणित में डिग्री पसंदीदा)।
- प्रक्रिया: UPSC द्वारा आयोजित CDS परीक्षा, SSB साक्षात्कार, और मेडिकल टेस्ट।
INET (Indian Navy Entrance Test):
- आयु सीमा और शैक्षिक योग्यता: विभिन्न ब्रांचों के लिए अलग-अलग (इंजीनियरिंग, लॉ, लॉजिस्टिक्स, एजुकेशन आदि)।
- प्रक्रिया: INET परीक्षा, SSB साक्षात्कार, और मेडिकल टेस्ट।
विशेष प्रवेश योजनाएँ:
- इंजीनियरिंग शाखा, नेवल आर्किटेक्ट, लॉ, लॉजिस्टिक्स, आदि के लिए विशेष प्रवेश योजनाएँ होती हैं।
- शैक्षिक योग्यता और आयु सीमा विशिष्ट ब्रांचों के अनुसार होती है।
- प्रक्रिया में सामान्यत: डायरेक्ट SSB साक्षात्कार और मेडिकल टेस्ट शामिल होते हैं।
कार्य क्षेत्र और विशेषज्ञताएं:
- युद्धपोत संचालन: जहाजों के संचालन और रणनीति में शामिल।
- तकनीकी शाखा: जहाजों और उपकरणों के रखरखाव और मरम्मत में लगे होते हैं।
- नौसैनिक उड्डयन: पायलट या ऑब्जर्वर के रूप में कार्य करते हैं।
- लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन: सामग्री प्रबंधन, आपूर्ति श्रृंखला, और लॉजिस्टिक्स।
- सबमरीन और स्पेशल फोर्सेज: पनडुब्बियों में कार्य और मार्कोस (MARine COmmandoS) जैसी विशेष इकाइयों में सेवा।
इन प्रवेश प्रक्रियाओं के अलावा, शारीरिक और चिकित्सा मानकों को भी पूरा करना आवश्यक होता है।
एनडीए एवं एनए एग्जाम
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) द्वारा वर्ष में दो बार नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) और नेवल अकादमी (एनए) के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में वे युवा शामिल हो सकते हैं जिनकी उम्र 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच है और जिन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री, और मैथ्स विषयों के साथ 12वीं कक्षा पास की हो। परीक्षा में गणित और सामान्य योग्यता की लिखित परीक्षा होती है।
लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) इंटरव्यू देना होता है, इसके बाद मेडिकल परीक्षण होता है। इस प्रक्रिया के अंत में, यूपीएससी एक ऑल इंडिया मेरिट सूची जारी करता है, और विज्ञापित पदों के आधार पर एनडीए नेवल विंग के लिए नियुक्ति पत्र जारी किए जाते हैं। इस परीक्षा में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी भाग ले सकती हैं।
सीडीएस एग्जामिनेशन
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) द्वारा प्रतिवर्ष दो बार आयोजित किए जाने वाले कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (सीडीएस) परीक्षा के माध्यम से नौसेना, थल सेना, और वायु सेना में नियुक्तियां की जाती हैं। सीडीएस परीक्षा को पास करने के बाद, अभ्यर्थी केरल के कन्नूर जिले में स्थित भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, जिसके बाद वे नौसेना में ऑफिसर के रूप में करियर आरंभ करते हैं। भारतीय नौसेना अकादमी में प्रशिक्षण के लिए, अभ्यर्थी का इंजीनियरिंग में स्नातक होना आवश्यक है। सीडीएस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, और अंतिम चयन के बाद वे प्रशिक्षण के लिए अकादमी में शामिल होते हैं।
इंडियन नेवी एंट्रेंस टेस्ट
इंडियन नेवी एंट्रेंस टेस्ट के जरिए, आप अपनी ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय नौसेना में शामिल हो सकते हैं। भारतीय नौसेना एक तकनीक-प्रेरित बल है, और इसकी अधिकांश शाखाओं में शामिल होने के लिए शैक्षिक योग्यता के रूप में बीई या बीटेक होना जरूरी है।
ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन में किस विशेष स्ट्रीम के अभ्यर्थी किस शाखा में आवेदन कर सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी प्रत्येक एंट्री के नोटिफिकेशन में दी जाती है और नौसेना की भर्ती वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर अपडेट की जाती है।
नॉन-यूपीएससी एंट्री के तहत भारतीय नौसेना ऑनलाइन परीक्षा, जैसे कि इंडियन नेवी एंट्रेंस टेस्ट की व्यवस्था की जाती है। शॉर्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों को सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) के लिए बुलाया जाता है और सफल अभ्यर्थियों को मेडिकल परीक्षा देनी होती है। चयन की अंतिम प्रक्रिया मेरिट लिस्ट होती है, जिसके आधार पर उपलब्ध पदों के अनुसार शाखाओं में अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग लेटर जारी किए जाते हैं। चयनित अभ्यर्थी भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के रूप में ट्रेनी के तौर पर ज्वाइन करते हैं और उनकी ट्रेनिंग इंडियन नेवी अकादमी, केरल में होती है।
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अग्निवीर बनने का भी है मौका
अग्निपथ योजना के अंतर्गत, पुरुष और महिला अभ्यर्थी भारतीय नौसेना में अग्निवीर (एसएसआर) और अग्निवीर (एमआर) के पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन पदों के लिए दसवीं और बारहवीं कक्षा पास होना अनिवार्य है। इस योजना और भर्ती प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप भारतीय नौसेना की आधिकारिक भर्ती वेबसाइट https://www.joinindiannavy.gov.in पर जा सकते हैं। इस वेबसाइट पर नौसेना द्वारा विभिन्न पदों के लिए की जाने वाली भर्ती की नवीनतम अधिसूचनाएं उपलब्ध होती हैं।
महिलाओं के लिए हैं अच्छे अवसर
1992 में, भारतीय नौसेना ने महिलाओं के लिए ऑफिसर रैंक पर एंट्री शुरू की। इन महिला अधिकारियों ने शिक्षा, लॉजिस्टिक्स, कानून, एयर ट्रैफिक कंट्रोल, नौसेना निर्माण, पायलट और अन्य शाखाओं में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। अब, अग्निपथ योजना के तहत, महिलाएं भी सेलर या नाविक के पदों पर भारतीय नौसेना में ज्वाइन कर सकती हैं। इस योजना और महिलाओं के लिए उपलब्ध अन्य करियर अवसरों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, इंडियन नेवी की वेबसाइट के करियर सेक्शन को देखें।
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भारतीय नौसेना में करियर संबंधित प्रश्नोत्तरी (FAQ)
भारतीय नौसेना में अधिकारी बनने के लिए कौन-कौन से मार्ग उपलब्ध हैं?
अधिकारी बनने के दो प्रमुख मार्ग हैं: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) के तहत एंट्री (जैसे NDA/NA और CDS परीक्षा) और इंडियन नेवी एंट्रेंस टेस्ट (INET).
एनडीए और एनए परीक्षा के बारे में क्या जानना चाहिए?
यूपीएससी द्वारा आयोजित इस परीक्षा के लिए 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच की आयु और 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और मैथ्स होना आवश्यक है।
सीडीएस परीक्षा क्या है?
यूपीएससी द्वारा आयोजित सीडीएस परीक्षा के माध्यम से नौसेना, थल सेना, और वायु सेना में नियुक्तियां की जाती हैं। इसमें सफल अभ्यर्थी नौसेना अकादमी में प्रशिक्षित होते हैं।
इंडियन नेवी एंट्रेंस टेस्ट के बारे में विवरण क्या है?
ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद इस टेस्ट के माध्यम से नौसेना में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए बीई या बीटेक होना जरूरी है।
अग्निपथ योजना क्या है?
अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला अभ्यर्थी नौसेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती हो सकते हैं। इसके लिए 10वीं या 12वीं पास होना आवश्यक है।
भारतीय नौसेना में महिलाओं के लिए क्या अवसर हैं?
1992 से महिलाओं के लिए नौसेना में अधिकारी रैंक पर एंट्री शुरू हुई। महिलाएं शिक्षा, लॉजिस्टिक्स, कानून, एयर ट्रैफिक कंट्रोल, और अन्य क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं। अग्निपथ योजना के तहत, महिलाएं सेलर या नाविक के रूप में भी शामिल हो सकती हैं।