Energy Management Course : जैसे नाम से ही पता चलता है की एनर्जी मैनेजमेंट (Energy Management) या पावर मैनजमेंट (Power Management) में एनर्जी (Energy ) को मैनेज करना होगा. इस दुनिया में ऊर्जा श्रोत लिमिटेड नहीं है इसलिए ऊर्जा को मैनेज कर के चलना पड़ेगा जिसके लिए एनर्जी मैनेजमेंट प्रोफेशनल की जरुरत होता है एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स के अंतर्गत प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम जैसे तेल, गैस, जैव ईंधन, जल, पवन, सौर ऊर्जा से ऊर्जा का उत्पादन, संग्रह एवं बचत के बारे में विस्तृत अध्ययन कराया जाता है
आज जिस तेजी से दुनिया में सभी देशों का विकास हो रहा है, इससे भी कई गुना ज्यादा तेजी से ऊर्जा (Energy) की मांग बढ़ रही है। जिसमे इंडस्ट्री से लेकर घरेलू उपयोग तक में ऊर्जा की खपत लगातार बढ़ रही है ऐसे में ऊर्जा उत्पादन और उसका संरक्षण किसी भी देश की पहली प्राथमिकता बन चुका है। अपने देश में कई सरकारी व गैर-सरकारी संगठन ऊर्जा उत्पादन एवं संरक्षण की दिशा में काम कर रहे हैं यही कारण है कि एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। और आप इस ऊर्जा श्रोतो की कमी और संकट से उबरने के प्रयासों के बीच एनर्जी सेक्टर में करियर बना सकते हैं.
भारत में प्रत्येक वर्ष 14 दिसंबर को नेशनल एनर्जी कंजर्वेशन डे मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य लक्ष्य है देश में ऊर्जा की दक्षता और संरक्षण की पहलों को सामने लाना। भारत विभिन्न पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों जैसे कोयला, प्राकृतिक गैस, परमाणु ऊर्जा और जल, पवन, सौर ऊर्जा के बड़े भंडार का घर है। लॉरेंस बर्कले लैब के एक अध्ययन के अनुसार, पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों के इस्तेमाल से भारत 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में स्वावलंबन प्राप्त कर सकता है। यह अध्ययन ऊर्जा क्षेत्र में करियर के नए अवसरों की संभावना की भी पुष्टि करता है। जानिए कि आप इस क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ सकते हैं।
एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स में अवसर
पिछले कुछ वर्षों में दुनिया भर में टिकाऊ और नवीनीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर तेजी से रुझान देखा गया है, और भारत इस दिशा में एक अग्रणी राष्ट्र है। इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (IBEF) की एक रिपोर्ट बताती है कि उत्तरी भारत में 363 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन की संभावना है।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, भारत स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर सकता है। दैनिक जीवन से लेकर औद्योगिक जरूरतों तक, ऊर्जा की मांग हर जगह है। सरकार नए ऊर्जा स्रोतों की खोज, उत्पादन और विकास पर निरंतर काम कर रही है। कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएं ऊर्जा उत्पादन और संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसी कारण इस क्षेत्र में योग्य पेशेवरों की मांग में वृद्धि हो रही है।
सॉफ्टवेयर कंपनी से लेकर कंस्ट्रक्शन साइट तक लगभग सभी क्षेत्रों में ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा एनर्जी के नये स्रोतों की खोज, उत्पादन एवं विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है. जिसके लिए ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत जैसे सौर ऊर्जा, विंड एनर्जी, बायो एनर्जी, हाइड्रो एनर्जी , रिन्यूएबल एनर्जी आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। और इन सब को मैनेज करने के लिए काफी संख्या में एनर्जी मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की होगी। इसलिए नए युग के हिसाब से देश ही नहीं विदेश में भी एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स कर अपना करियर बना सकते है.
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क्या है एनर्जी सेक्टर ? – What is energy sector?
एनर्जी सेक्टर को विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ कर देखा जाता है, जैसे ईंधन, पेट्रोलियम, गैस, कोयला, सौर ऊर्जा, पावर प्लांट, पवन ऊर्जा एवं परमाणु ऊर्जा उद्योग आदि.
लोगों में ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भारत में प्रतिवर्ष 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का एक उद्देश्य एनर्जी सेक्टर में योग्य लोगो की नियुक्ति को बढ़ावा देना भी है.
एनर्जी सेक्टर में कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता?
अगर आप एनर्जी सेक्टर में करियर बनाना चाहते है तो इसके लिए किसी भी मान्यताप्राप्त संस्थान से 12th (इंटर) Science विषय से किया होना चाहिए जिसमे पीसीएम (Physic ,Chemistry और Math या Physic ,Computer science और Math ) के साथ बारहवीं पास होना आवश्यक है.
बारहवीं (12th) के बाद एनर्जी इंजीनियरिंग के लिए बीइ या बीटेक कोर्स में दाखिला ले सकते है. वही अगर मास्टर डिग्री करना चाहते है तो इसके लिए एमइ/ एमटेक भी कर सकते हैं. और अगर पोस्ट ग्रेजुएट करना चाहते है तो एनर्जी मैनेजमेंट में एमबीए या पीजीडीएम भी कर सकते हैं.
यदि आप विज्ञान संकाय के छात्र हैं और एक तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में करियर की तलाश में हैं, तो ऊर्जा क्षेत्र आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। आप किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से फिजिक्स, केमिस्ट्री/मैथमेटिक्स (PCM) और कंप्यूटर साइंस विषयों के साथ 12वीं पास करने के बाद, ऊर्जा इंजीनियरिंग में बीई या बीटेक कार्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। आगे चलकर, आप ऊर्जा इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री (एमई / एमटेक) भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, ऊर्जा प्रबंधन में एमबीए या पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDM) करने का विकल्प भी उपलब्ध है।
भारत के कई प्रमुख संस्थान और विश्वविद्यालय पोस्टग्रेजुएट स्तर पर ऊर्जा प्रबंधन या ऊर्जा अध्ययन से संबंधित कोर्सेज प्रदान कर रहे हैं। इसी तरह, कई व्यापार संस्थान ऊर्जा प्रबंधन या पावर मैनेजमेंट में एमबीए कार्यक्रम भी चला रहे हैं। इन कोर्सेज में तेल, गैस, जैव ईंधन, जल, पवन, सौर ऊर्जा जैसे प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम से ऊर्जा उत्पादन, संग्रहण और संरक्षण का अध्ययन शामिल होता है। यह क्षेत्र आपको ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं पर काम करने का मौका देता है, जिससे आप इस तेजी से बढ़ते क्षेत्र में अपना करियर स्थापित कर सकते हैं।
एनर्जी मैनेजमेंट के लिए प्रवेश परीक्षा
Common Management Admission Test (CMAT) –यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। जो की NTA (National Testing Agency) द्वारा सभी Management Courses के लिए लिया जाता है यह JNU और AICTE के द्वारा Approved सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए मान्य है।
यदि आप ऊर्जा इंजीनियरिंग में बीटेक करने की इच्छा रखते हैं, तो ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई-मेन) आपके लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षा है। भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों जैसे कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (ट्रिपल आईटी) और अन्य में बीटेक कोर्सेज के लिए जेईई मेन के स्कोर का उपयोग प्रवेश प्रक्रिया में किया जाता है।
इसके अलावा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश के लिए जेईई मेन पास करना प्रारंभिक चरण है, जिसके बाद जेईई एडवांस्ड परीक्षा देने की पात्रता प्राप्त होती है। इसलिए, यदि आप इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं, खासकर ऊर्जा क्षेत्र में, तो जेईई मेन की तैयारी और इसमें अच्छे स्कोर के साथ आगे बढ़ना आवश्यक होता है। यह परीक्षा न केवल आपको इंजीनियरिंग के विभिन्न संस्थानों में प्रवेश दिलाने में मदद करेगी, बल्कि आपको ऊर्जा क्षेत्र में एक मजबूत आधार भी प्रदान करेगी।
कहाँ से कर सकते है एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स?
देश के कई यूनिवर्सिटी और संस्थान एनर्जी मैनेजमेंट या एनर्जी स्टडीज से जुड़े कोर्स संचालित कर रहे हैं. इन एनर्जी मैनेजमेंट कोर्सेज में प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम जैसे तेल, गैस, जैव ईंधन, जल, पवन, सौर ऊर्जा से ऊर्जा का उत्पादन, संग्रह एवं बचत का अध्ययन कराया जाता है.
एनर्जी मैनेजमेंट को पावर मैनेजमेंट भी कहते है जिसे कई बिजनेस संस्थान एमबीए कोर्स के रूप में संचालित कर रहे हैं. एनर्जी मैनेजमेंट में एमबीए कोर्स ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है। वही रिसर्च करने के लिए मास्टर डिग्री होना जरूरी होता है।अधिकतर कॉलेज/शिक्षण संस्थान इन कोर्सेज में दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से लेते हैं.
Energy Management Courses important Highlights
पाठ्यक्रम का नाम | Energy Management |
अवधि | 4 (चार) वर्ष |
न्यूनतम पात्रता | 12 वीं कक्षा साइंस में पीसीएम स्ट्रीम के साथ |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश आधारित / मेरिट आधारित / डायरेक्ट एडमिशन |
छात्रवृत्ति | प्राइवेट संस्थान प्रवेश परीक्षा में आये नंबर के आधार पर छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं / कक्षा 12वीं के आये नंबर के आधार पर |
एनर्जी इंजीनियरिंग का कोर्स के लिए टॉप संस्थान–
- आइआइटी नयी दिल्ली, बॉम्बे व खड़गपुर. – ये संस्थान विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं और ऊर्जा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं।
- एनआइटी तिरुचिरापल्ली, अगरतला, केरल.
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, झारखंड.
- राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल.
- पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन, नयी दिल्ली.
एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स के लिए संस्थान
- राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, रायबरेली.
- स्कूल ऑफ एनर्जी एंड एनवायर्नमेंटल स्टडीज, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, इंदौर.
- सेंटर फॉर डिस्टेंस एजुकेशन, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, हैदराबाद.
- यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ, लखनऊ
- यूनिवर्सिटी ऑफ पुणे, पुणे
- आईआईटी दिल्ली, नई दिल्ली
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली
- राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल
- इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट (डीम्ड यूनिवर्सिटी), इलाहाबाद
- पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन, नई दिल्ली
- NTPS School of Business
इन संस्थानों से ऊर्जा से संबंधित स्नातक या इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए निजी और सरकारी क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के जॉब के अवसर उपलब्ध होते हैं, जैसे एनर्जी सेक्टर मैनेजर, रिसर्च एनालिस्ट, एनर्जी सेक्टर एनालिस्ट, एनर्जी इंजीनियर, रिन्यूबल एनर्जी प्रोजेक्ट मैनेजर, सोलर एनर्जी इंजीनियर, डिस्ट्रीब्यूशन इंजीनियर, मेंटेनेंस इंजीनियर, क्वालिटी एश्योरेंस / क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर, विंड फार्म डिजाइनर, प्रोजेक्ट मैनेजर, सुपरवाइजर आदि। यह सेक्टर विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर प्रदान करता है, जैसे कि ईंधन, पेट्रोलियम, गैस, कोयला, सौर ऊर्जा, पावर प्लांट्स, पवन ऊर्जा, और परमाणु ऊर्जा उद्योग।
स्किल्स से बनते हैं तरक्की की राह आसान
आज के समय में शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ कार्य संबंधी स्किल्स को महत्व दिया जा रहा है इस लिए आपको शैक्षणिक ज्ञान के साथ साथ स्किल्स पर भी ध्यान देना होगा. स्किल्स आपके जितने अच्छे होंगे उतनी अच्छी सैलेरी और पोस्ट दिया जायेगा. एनर्जी सेक्टर में करियर को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए आपको विशेष ध्यान अपने कुछ स्किल्स पर देना होगा. जो इस प्रकार हैं
- लॉजिकल व एनालिटिकल स्किल,
- इंजीनियरिंग कंप्यूटेशन स्किल,
- टेक्निकल राइटिंग
- स्ट्रांग कम्युनिकेशन स्किल आदि
इसके अतिरिक्त आपमें कठिन परिस्थितियों में बेहतर निर्णय लेने की क्षमता, बेसिक मेकेनिकल और इलेक्ट्रिकल का ज्ञान होना भी आवश्यक है.
निवेश के साथ बढ़ रही संभावनाएं
भारत सरकार द्वारा एनर्जी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए आये दिन नये कदम उठाये जा रहे हैं. हाल में आयोजित हुए इंडिया एनर्जी फोरम सेरावीक का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत का एनर्जी फ्यूचर उज्ज्वल और सुरक्षित है। भारत का ऊर्जा क्षेत्र पिछले पांच वर्षों में तेजी से बढ़ा है जिससे भारत तीसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज बढने वाला डोमेस्टिक एविएशन मार्केट हैं भारत सरकार ने 2022 तक 1,75,000 मेगावॉट रीन्यएबल एनर्जी क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है. साथ ही आनेवाले दस वर्षों यानी 2030 तक रीन्यूएबल ऊर्जा क्षमता बढ़ाकर 4,50,000 मेगावॉट करने का टारगेट निर्धारित किया गया है.
भारत के एनर्जी सेक्टर में वर्ष 2000 से 2019 के बीच 14.32 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया है. आनेवाले वर्षों में इस निवेश के और बढ़ने की उम्मीद है. जाहिर है निवेश में वृद्धि के साथ एनर्जी सेक्टर में युवाओं के लिए नौकरी की संभावनाए भी बढ़ेंगी.
एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स करने पर किस किस पोस्ट पर मिलेगा जॉब.
एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद युवा प्राइवेट एवं सरकारी दोनों क्षेत्रों में जॉब के अवसर प्राप्त कर सकते हैं. इन क्षेत्रों में आपको कमिशनिंग इंजीनियर, डिस्ट्रिब्यूशन इंजीनियर, मेंटेनेंस इंजीनियर, सबस्टेशन मैनेजर, क्वॉलिटी अश्योरेंस/क्वॉलिटी कंट्रोल मैनेजर, विंड फार्म डिजाइनर, सोलर एनर्जी सिचस्टम इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजर, सुपरवाइजर आदि के रूप में आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे.
एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए गए वीडियो को दिखे और लेटेस्ट वीडियो देखने के लिए हमारा YouTube चैनल Subscribe करना का भूले.
What is National Energy Conservation Day and its significance in India?
National Energy Conservation Day is celebrated every year on December 14 in India. It aims to showcase the country’s achievements in energy efficiency and conservation. India has an abundance of traditional energy sources like coal, natural gas, nuclear, as well as renewable sources like hydro, wind, and solar energy.
What is the current trend in global energy?
In recent years, there has been a global shift towards sustainable and renewable energy sources, with India being a leading country in this effort. Reports from various organizations suggest that India has the potential to achieve energy self-sufficiency by 2047 through clean energy solutions.
What are the key areas in the energy sector for job opportunities?
Key areas include fuel, petroleum, gas, coal, solar energy, power plants, wind energy, and nuclear energy industries.
What career opportunities are available in the energy sector?
Graduates can find opportunities in both private and government sectors, such as Energy Sector Manager, Research Analyst, Energy Sector Analyst, Energy Engineer, Renewable Energy Project Manager, Solar Energy Engineer, Distribution Engineer, Maintenance Engineer, QA/QC Manager, Wind Farm Designer, Project Manager, Supervisor, etc.
इस पोस्ट में हमने बताया की एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स क्या हैं और एनर्जी मैनेजमेंट कोर्स कैसे कर सकते हैं हमें उम्मीद है की आपको सभी जानकारी मिल गया होगा अगर Energy Management Course पोस्ट से सम्बंधित आपके पास कोई प्रश्न है तो कृपया कमेंट कर के पूछे हम उसका जबाब जल्द से जल्द देने के कोशिश करेंगे।