Entrepreneur kaise bane in hindi : एंटरप्रेन्योरशिप | entrepreneurship meaning | एंटरप्रेन्योरशिप क्या है | एंटरप्रेन्योरशिप मीनिंग इन हिंदी | entrepreneurship development | एंटरप्रेन्योरशिप क्या होता है | एंटरप्रेन्योरशिप का मतलब | बिजनेस आइडिया |
पिछले कुछ वर्षों से इंडिया में एक नया शब्द काफी ज्यादा सुनने में आ रहा है जिसका नाम है एंटरप्रेन्योरशिप। जैसा कि आप जानते हैं कि आजकल इंडिया के युवाओं में बिजनेसमैन बनने की इच्छा प्रबल हो रही है। इंडिया के अधिकतर लड़के और लड़कियां अब नौकरी से ज्यादा बिजनेस करने में इंटरेस्ट ले रहे हैं और इसीलिए वह अपने नए-नए और विशेष आइडिया के साथ मार्केट में अपने बिजनेस को लॉन्च कर रहे हैं। आन्ट्रप्रनर अपना खुद का बिज़नेस बनाते हैं | आन्ट्रप्रनर्शिप में नए विचारों की निरंतर खोज, जिम्मेदारी लेने की इच्छा और मन को किसी काम में लगाने की इच्छा और इसे शुरू करने से लेकर पूरा होने तक देखना शामिल है।
अच्छी पढ़ाई लिखाई होने के कारण और बिजनेस के बारे में पूरी रिसर्च करने के बाद जब कोई युवा एंटरप्रेन्योरशिप करते हुए अपना प्रोडक्ट/सर्विस मार्केट में लांच करता है, तो उसके सफल होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। इसीलिए बड़े बुजुर्ग यह बात कह गए हैं कि किसी भी चीज के बारे में अगर सोच विचार करके अपने कदम आगे बढ़ाए जाए, तो उस चीज में सफलता मिलने के चांस ज्यादा हो जाते हैं।
एंटरप्रेन्योरशिप क्या है? what is Entrepreneurship
सरल शब्दों में एंटरप्रेन्योरशिप से तात्पर्य एक शानदार बिजनेस आइडिया के साथ मार्केट में उतरना है। अपनी मेहनत के दम पर उस बिजनेस को आगे चलकर के हर जगह फैला देना और उसे एक बड़े बिजनेस में कन्वर्ट कर देना।
एंटरप्रेन्योर क्या है?
जो इंसान किसी बिजनेस आइडिया के साथ मार्केट में उतरता है और धीरे-धीरे उस बिजनेस को अपनी रणनीति का इस्तेमाल करके आगे चलकर के एक बड़े बिजनेस में तब्दील कर देता है उसे इंसान को ही एंटरप्रेन्योर अर्थात उधमी कहा जाता है। एंटरप्रेन्योर अपने बिजनेस आइडिया पर पूरा फोकस लगाकर के वर्क करते हैं। आजकल कई यंगस्टर्स एंटरप्रेन्योर बनने की इच्छा रखते हैं। यदि आप एक स्व-नियोजित व्यक्ति के रूप में फल-फूल सकते हैं, तो आपका व्यवसाय ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला या ग्राहकों की एक व्यापक सेवा के लिए विकसित हो सकता है और आप निश्चित रूप से एक सफल व्यवसायी बन सकते हैं।
एक आन्ट्रप्रनर बनने के लिए, आपको यह जानकर शुरू करना होगा कि अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना एक जोखिम भरा काम है और एक तनावपूर्ण यात्रा है लेकिन निवेश पर लाभ (रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट) (आरओआई) एक सादी नौकरी करने की तुलना में बहुत बड़ा हो सकता है! जैसे की ज़्यादा जोखिम ज़्यादा इनाम | इसका मतलब यह है कि जब आपका स्टार्टअप एक पूर्ण व्यवसाय में बदल जाएगा, तब आप बहुत अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन आमतौर पर शुरुआती वर्षों में नहीं।
आन्ट्रप्रनर्शिप में नए विचारों की निरंतर खोज, जिम्मेदारी लेने की इच्छा और मन को किसी कार्य में लगाने की इच्छा और इसे शुरुआत से लेकर ख़तम होने तक संभालना शामिल है।आज विभिन्न स्टार्टअप्स को भारत सरकार की स्टार्टअप इंडिया पहल के द्वारा पंजीकृत किया जा रहा है। स्टार्टअप वह छोटे व्यवसाय हैं जो एक समस्या (नवीन व्यावसायिक अवधारणाओं) को हल करने के उद्देश्य से शुरू किए जाते हैं जिनकी आन्ट्रप्रनर कल्पना करते हैं और अंततः अपने उत्पादों और / या सेवाओं को बेचने के लिए बनाते हैं।
आन्ट्रप्रनर लगभग किसी भी विषय, पृष्ठभूमि, जोखिम के स्तर, पिछले अनुभवों और आय समूहों से आते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि चाहे आपकी शैक्षिक योग्यता वरिष्ठ माध्यमिक स्तर हो या डॉक्टरेट स्तर की, आप हमेशा एक आन्ट्रप्रनर बन सकते हैं। आन्ट्रप्रनर बनने के लिए स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग और फॉर्मल सर्टिफिकेशन जरूरी नहीं है। ज़िन्दगी के अनुभव इस क्षेत्र में योग्यता से आगे निकल जाते हैं !
शुरू करने के लिए, आपको एक बहुत अच्छा विचार सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, अपने बाजार के बारे में शोध करें, संभावित ग्राहकों / क्लाइंट से बात करें, एक लक्ष्य के लिए (एक योजना नहीं) प्रतिबद्ध हों, अपने विचार में विश्वास करें, छोटे कदम उठाएं, दूसरों से सीखें और लगातार कार्रवाई करते रहें।
मुख्य काम और जिम्मेदारियाँ
- एक आन्ट्रप्रनर के रूप में, आप निम्नलिखित भूमिकाओं और जिम्मेदारियों में से एक या अधिक निभाएंगे: –
- स्थान, भूगोल, आर्थिक ढांचे, आदि के आधार पर उत्पादों और ग्राहक समूहों को बेचने के लिए मुख्य बाजार की पहचान करना।
- हितधारकों(स्टेकहोल्डर)(ग्राहक, निवेशक, प्रतिस्पर्धी, सार्वजनिक आदि) तक कंपनी से संबंधित जानकारी पहुँचाने का तरीका निर्धारित करना और व्यावसायिक योजनाओं को विकसित / कार्यान्वित करना।
- व्यापार के विचारों को साझा करने के लिए प्रायोजकों, निवेशकों, आपूर्तिकर्ताओं या इच्छुक पार्टियों को ढूँढ़ना और व्यक्तियों और भागीदारों को ढूँढ़ना जो योगदान दे सकते हैं।
- व्यापार के रुझानो की जानकारी रखना और उसके अनुसार व्यापार रणनीतियों में सुधार के लिए प्रतियोगियों, ग्राहकों, पेशेवर संगठनों, आपूर्तिकर्ताओं, या दूसरों के साथ संवाद करना।
- नियमित रूप से व्यापारिक बैठकों, लेनदेन आदि के लिए यात्रा करना।
- उद्योग या भौगोलिक रुझानों के साथ व्यावसायिक रणनीति की पहचान / तुलना करना।
- कार्यबल विस्तार (अधिक कर्मचारियों को काम पर रखना), पूंजी जुटाना(कैसे और कहाँ खर्च करना है) और विभिन्न निवेश योजनाओं, ऋणों या प्रस्तावों को पहचानना जो आपके व्यवसाय के अनुरूप होंगे |
- रोज़ाना की व्यावसायिक गतिविधियों का प्रबंधन करना और नियमित रूप से अपने कर्मचारियों के साथ संवाद करना।
- आयात / निर्यात व्यवसायों के मामले में देश और संबंधित राज्यों या सीमा-पार कानूनों में प्रचलित सभी लेखांकन या व्यापार कानूनों का पालन सुनिश्चित करना।
एंटरप्रेन्योरशिप कैसे करें?
कुछ लोगों के लिए एंटरप्रेन्योरशिप नया नाम है।इसीलिए लोग इसके बारे में चर्चा करने से बचते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह कोई एक ऐसी चीज है, जो उनके बस के अंदर नहीं है, परंतु हम आपको बता दें कि अगर आप एंटरप्रेन्योरशिप को समझने का प्रयास करेंगे, तो आप आसानी से इसके महत्वपूर्ण पहलुओं और बेसिक इनफार्मेशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
एंटरप्रेन्योरशिप कैसे की जाती है,यह जानना हर उस व्यक्ति के लिए आवश्यक है जो अपना खुद का कोई बिजनेस स्टार्ट करना चाहता है अथवा अपने यूनिक आइडिया को बिजनेस में तब्दील करके मार्केट में लांच करना चाहता है
शैक्षिक योग्यता – एक नज़र में
आन्ट्रप्रनर बनने के लिए स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग और फॉर्मल सर्टिफिकेशन जरूरी नहीं है। हालांकि, आन्ट्रप्रनर बनने से पहले कम से कम ग्रेजुएशन पूरा करना उचित है।
आप आन्ट्रप्रनर बनने से पहले किसी कंपनी में कुछ साल काम भी कर सकते हैं। यह अनुभव आपको कई व्यावसायिक संपर्कों, वित्तीय संसाधनों के साथ-साथ एक वाणिज्यिक वातावरण के संपर्क में लाता है।
- विभिन्न निजी / सार्वजनिक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान संबंधित कोर्स प्रदान करते हैं:
- आन्ट्रप्रनर्शिप एंड इनोवेशन स्टडीज़
- आन्ट्रप्रनर्शिप
- इनोवेशन एंड आन्ट्रप्रनर्शिप
- सोशल आन्ट्रप्रनर्शिप
- क्रिएटिव आन्ट्रप्रनर्शिप & क्रिएटिव इंडस्ट्रीज़
ज़रूरी योग्यताएँ
- इंटरप्राइज़िंग रोज़गार-आपको एंटरप्राइज़िंग रोज़गारों में दिलचस्पी होनी चाहिए। एंटरप्राइज़िंग रोज़गारों में, किसी भी चीज़ की पहल करना, काम के लिए पहला कदम उठाना और लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्लान बनाना शामिल होता है। इसमें साधनों को इकठ्ठा करके काम पूरा करने के लिए लोगों का मार्गदर्शन किया जाता है। जिसके अंदर सही फैसले लेने, रिस्क (जोखिम) उठाने और काम पूरा करने के लिए सही कदम उठाने की ज़रूरत होती है।
- सामाजिक रोज़गार- सामाजिक रोज़गारों (सोशल ऑक्यूपेशंस) में आपकी दिलचस्पी होनी चाहिए। सामाजिक रोज़गारों में दूसरों को असिस्ट करना और उनकी मदद करना शामिल है; इसमें लोगों को अलग-अलग सर्विसेज़ देने के लिए उनसे संपर्क करना; दूसरों को एजुकेट करना और उन्हें सलाह देना भी शामिल है।
- वास्तविक रोज़गार- आपको वास्तविक रोज़गारों (रियलिस्टिक ऑक्यूपेशंस) में दिलचस्पी होनी चाहिए| वास्तविक रोज़गारों में कागज़ी काम या ऑफिस के काम की बजाय हाथ से काम करने और प्रैक्टिकल कामों की ज़रुरत होती है। ऐसे रोज़गारों में अक्सर दौड़ धूप करके अलग-अलग तरह के औज़ारों और मशीनों के इस्तेमाल से काम को पूरा किया जाता है।
- आपको सेल्स और प्रोमोशन की जानकारी होनी चाहिए। अलग अलग प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए उसके फ़ायदे बताना।
- कस्टमर सर्विसेज़ प्रदान करने के तरीकों के बारे में जानकारी। इसमें कस्टमर्स की जरूरतों को समझना, प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ का इस्तेमाल करने में कस्टमर्स की मदद करना, कस्टमर्स के सवालों का जवाब देना, कस्टमर्स की शिकायतों और परेशानियों को सुलझाना और कस्टमर्स सेटिस्फेक्शन का मूल्यांकन करना शामिल है।
- दूसरों की मदद और उन्हें सर्विसेज़ देने की जानकारी। इसमें लोगों की जरूरतों की देखभाल करना, यह समझना कि उन्हें क्या चाहिए और उन्हें घर या दूसरी जगहों पर सभी मदद प्रदान करना है।
- आपको कम्प्यूटर का ज्ञान होना चाहिए- रोज़ की डेटा एंट्री/ और डाटाबेस तैयार करने के लिए आपको कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन की समझ होनी ज़रूरी है।
- लोग जो कहते हैं उसे पूरा सुनना, कही गई ज़रूरी बातों को समझना, सवाल पूछना, आदि।
- दूसरों को किसी कार्य को करने के तरीके की ट्रेनिंग देने की स्किल्स।
- .लोगों की मदद करने की स्किल्स या दिलचस्पी होना।
- आपको लोगों को अपनी बात के लिए राज़ी करने की क्षमता होनी चाहिए। लोगों को उनके मन और व्यवहार की बदलने की क्षमता होनी चाहिए।
- कोई भी फैसले करने के पीछे के फायदे ओर नुकसान की समझने और उसने परिणामों पर विचार करने की क्षमता होनी चाहिए; अनुकूल और उचित फैसले लेने की क्षमता ज़रूरी है।
- अपने, दूसरों के, बिज़नेस और अलग अलग चल रहे प्रोजेक्ट के प्रदर्शन को सुपरवाइज़ करना और उनपर निगरानी रखना आना चाहिए।
- काम को पूरा करने के लिए दूसरों के कार्यों को निर्देशित (डायरेक्टिंग) करने की स्किल्स।
- एक विशेष नियम या कईं नियमों के आधार पर अलग-अलग चीज़ों और कामों को सही क्रम या पैटर्न में जमाने की काबिलियत (उदहारण, नम्बरों,अक्षरों, शब्दों, फ़ोटो और मैथमेटिकल ऑपरेशन के पैटर्न)
- परेशानियों का विश्लेषण करने (एनालिसिस) और समझने की स्किल्स, दुसरे विकल्पों का मूल्यांकन करना और परेशानियों को सुलझाने के लिए सबसे अच्छा तरीके का इस्तेमाल करना।
- किसी विशेष परेशानी के लिए नियम और लॉजिक (तर्क) लगाकर ऐसे हल खोजने की काबिलियत जोकि सही भी हों और जिनका कोई मतलब भी निकलता हो। उदाहण के लिए,साधारण तौर पर नियम और लॉजिक लगाकर किसी ख़ास मौके या परिस्थिति के पीछे के कारणों को समझना।
- आप हमेशा नई-नई चीज़ों का अनुभव लेना पसंद करते हैं या ज़्यादातर अनुभव लेते हैं।
- आप हमेशा या ज़्यादातर परिस्थतियों में बिना किसी मदद के काम कर लेते हैं।
- आप हमेशा या ज़्यादातर अपने कामों और व्यवहार के प्रति सजग रहना होगा।
- आप हमेशा या ज़्यादातर आने रोज़ के कामों में व्यवस्थित रहना होगा
- आप हमेशा मित्रता और बोलचाल का भाव रखते हैं; आपको हमेशा या ज़्यादातर लोगों के बीच रहना अच्छा लगता है।
- आप हमेशा या ज़्यादातर दूसरों का ख्याल रखते हैं, उनकी मदद करते हैं, उनसे सहानुभूति और उनके प्रति दया का भाव रखते हैं।
एंटरप्रेन्योरशिप कैसे की जाती है?
अगर आपके पास कोई यूनीक बिजनेस आइडिया, कोई यूनिक स्टार्टअप या फिर किसी भी प्रकार का बिजनेस आईडिया है और आप उस बिजनेस आइडिया को मार्केट में अपनाना चाहते हैं,तो आपको एंटरप्रेन्योरशिप के बारे में जानकारी हासिल करने की आवश्यकता है। नीचे हम आपको इस बात की इंफॉर्मेशन दे रहे हैं कि आप कैसे एंटरप्रेन्योरशिप कर सकते हैं अथवा एंटरप्रेन्योरशिप स्टार्ट कैसे की जाती है।
1: फंड इकट्ठा करें
आप एंटरप्रेन्योरशिप तब तक स्टार्ट नहीं कर सकते, जब तक आपके पास फंड यानी कि पैसों का प्रबंध ना हो जाए, क्योंकि यह बात तो जगजाहिर है कि किसी भी प्रकार के बिजनेस को करने के लिए या फिर किसी भी ऐसे काम को करने के लिए जिसमें पैसे की आवश्यकता होती है, उसके लिए आपके पास फंड होना जरूरी है।
इसीलिए एंटरप्रेन्योरशिप स्टार्ट करने के लिए आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि, आप जो बिजनेस चालू करना चाहते हैं, उसमें कितना इन्वेस्टमेंट आपको करना पड़ेगा और आपको अपने बिजनेस के लिए कौन सी मशीनें लानी पड़ेगी, साथ ही कारीगर और उनकी सैलरी के बारे में भी आपको इंफॉर्मेशन प्राप्त करनी होगी।
2: बिजनेस का सिलेक्शन करें
फंड का प्रबंध करने के बाद किसी भी प्रकार के बिजनेस को चालू करने के लिए आपके पास एक यूनीक बिजनेस आइडिया और उस बिजनेस को किस प्रकार से चालू करना है उसका प्लान होना चाहिए।अक्सर व्यक्ति बिजनेस से अधिक फायदा कमाने के बारे में सोचता है।
इसीलिए हमारी राय के अनुसार आपको इस बात पर गौर करना चाहिए कि कौन से बिजनेस की मार्केट में डिमांड ज्यादा है और उसी हिसाब से आपको अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहिए। बिजनेस स्टार्ट करने से पहले आपको यह भी देखना चाहिए कि आप जो बिजनेस चालू करने जा रहे हैं, उसके फायदे नुकसान क्या है और उस बिजनेस को करके आप कितना पैसे कमा सकते हैं।
3: जोखिम उठाने के लिए रेडी रहें
जिस प्रकार दुनिया में कोई भी काम आसान नहीं होता है, उसी प्रकार एंटरप्रेन्योरशिप करना भी आसान काम नहीं है।आपको इस काम को करने में कई कठिनाइयां झेलनी पड़ेगी और इसीलिए आपको पहले ही कठिनाइयों और रिस्क को झेलने के लिए तैयार रहना पड़ेगा।
कई लोग ऐसे होते हैं जो अपनी जिंदगी में जोखिम उठाने से डरते हैं, इसके कारण उनके पास बिजनेस आइडिया होते हुए भी वह अपने बिजनेस आइडिया को धरातल पर नहीं उतार पाते हैं।
हम आपको यह कहना चाहते हैं कि अगर आप जोखिम उठाने से डरते हैं, तो आपको सबसे पहले तो ऐसे लोगों के बारे में पढ़ना चाहिए, जो एंटरप्रेन्योर बन चुके हैं। वह लोग भी पहले एक साधारण व्यक्ति ही थे और कठिनाइयों को पार करके ही उन्होंने एंटरप्रेन्योरशिप की है। इस प्रकार जब वह लोग कर सकते हैं तो आप क्यों नहीं।
4: अपनी लीडरशिप स्किल्स को डिवेलप करें।
अगर आप अपने आपको एक सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर बनाना चाहते हैं और एंटरप्रेन्योरशिप करना चाहते हैं, तो आपको अपने अंदर मौजूद लीडरशिप स्किल्स को और भी ज्यादा डेवलप करना होगा, क्योंकि जब आपकी लीडरशिप स्किल्स अच्छी होगी, तभी आप अपने साथ काम करने वाले वर्करों के साथ अच्छा व्यवहार कर पाएंगे और उनसे अच्छा काम करवा पाएंगे।कुछ काम ऐसे होते हैं, जिन्हें करवाने के लिए आपको दूसरे लोगों पर निर्भर रहना पड़ता है।ऐसे में अगर आपका लीडरशिप कौशल अच्छा है, तो आप आसानी से दूसरे लोगों से काम करवा सकेंगे।
5: प्रॉब्लम को सॉल्व करना आना चाहिए
किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करने में हमें कई प्रकार की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है।इसीलिए जब आप कोई बिजनेस स्टार्ट करेंगे, तो यह जाहिर सी बात है कि आपको भी कई छोटी-मोटी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा,परंतु ऐसी अवस्था में आपको घबराना नहीं है, बल्कि आपको उन समस्याओं का समाधान ढूंढने का प्रयास करना है।
कई लोग ऐसे होते हैं, जो किसी भी प्रॉब्लम के सामने आने के बाद काफी जल्दी घबरा जाते हैं और उस प्रॉब्लम से हार मान लेते हैं, परंतु एक सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर कभी भी प्रॉब्लम से हार नहीं मानता है, क्योंकि उसे पहले से ही यह पता होता है कि बिजनेस को स्थापित करने के रास्ते में उसे कई कठिनाइयां आएंगी और अगर वह उन कठिनाइयों के सामने अपने घुटने टेक देगा तो कभी भी वह अपने बिजनेस को सफल नहीं बना पाएगा।
इस प्रकार एंटरप्रेन्योरशिप करने के लिए आपको प्रॉब्लम को अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करके सॉल्व करना आना चाहिए।
6:Entrepreneur kaise bane in hindi – कुछ हटकर सोचें
बिजनेस करने के लिए यह आवश्यक नहीं है कि आप दूसरे लोगों की देखा देखी करें। कई लोग ऐसे होते हैं, जो यह देखते हैं कि कोई व्यक्ति अगर किसी पर्टिकुलर बिजनेस में सफलता हासिल कर रहा है,तो वह भी उस व्यक्ति के बिजनेस को करने के बारे में सोचते हैं, परंतु होता यह है कि जानकारी नहीं होने के कारण वह उस बिजनेस में सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं या फिर कई बार तो उन्हें उस बिजनेस में नुकसान ही हो जाता है।
ऐसे में आपको सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए और एंटरप्रेन्योरशिप करने के लिए थोड़ा हटकर सोचना पड़ेगा, क्योंकि आपको अपने यूनीक आइडिया की सेलिंग करनी है अथवा अपने यूनिक प्रोडक्ट को बेचना है और यह तभी हो पाएगा, जब आप अन्य लोगों से थोड़ा हटकर विचार करेंगे। यह आवश्यक नहीं है कि आप बचपन से ही क्रिएटिव माइंड के हो, बड़े होकर के भी आप क्रिएटिव बन सकते हैं और अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करके यूनिक बिजनेस आइडिया को इमप्लांट कर सकते हैं।
7: अपने लक्ष्य को तय करें
एंटरप्रेन्योरशिप करने के लिए यह भी आवश्यक है कि आपको यह पता होना चाहिए कि आपका लक्ष्य क्या है, क्योंकि जब आपको अपने लक्ष्य के बारे में पता होगा तो आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक सिस्टमैटिक तरीके से काम करेंगे।
Entrepreneur बन कितना कमाएँगे?
एक व्यक्ति साल दर साल बहुत पैसा कमा सकता है। आन्ट्रप्रनर्शिप एक व्यवसाय शुरू करने और धन की वृद्धि करने के बारे में है। एक आन्ट्रप्रनर डायरेक्ट रेवेन्यू, निवेश, अन्य व्यवसायों में निवेश, इक्विटी खरीदने और बेचने आदि के माध्यम से धन बनाता है। आन्ट्रप्रनर इस तरह से करोड़पति बन सकते हैं।
हालांकि, उद्यमियों की कमाई की क्षमता ऑपरेशनल फंक्शनल एरिया, उद्योग के आंकड़े और व्यक्तिगत क्षमता जैसे कि दृढ़ता, जुनून, तैयारी और किसी व्यक्ति के पैसा कमाने की भूक पर निर्भर करती है।
प्रवेश स्तर पर: निम्न कारणों के आधार पर आपकी कमाई औसतन रु 3000 से रु 60,000 प्रति महीना या उससे ज़्यादा हो सकती है|
1-6 साल के बाद, आप रु 10,000 – रु1, 00, 000 प्रति माह या अधिक तक उम्मीद कर सकते हैं। ।
6-12 वर्षों के बाद, आप लगभग रु 15,000 – रु 2, 00,000 या अधिक प्रति माह कमा सकते हैं।
12-20 वर्षों के बाद, आप रु 20,000 – रु 3, 00,000 या अधिक प्रति माह बनाने की उम्मीद कर सकते हैं।