Bihar Panchayat Chunav : बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने 11 चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। बिहार पंचायत चुनाव 2021 24 सितंबर से 12 दिसंबर 2021 के बीच होगा। bihar panchayat chunav 2021 के पहले चरण की प्रक्रिया प्रपत्र-5 में सूचना के प्रकाशन के साथ शुरू की जा सकती है। मतदान 24 सितंबर को शुरू होगा । इसी प्रकार, अंतिम चरण के लिए 12 दिसंबर 2021 को मतदान रखा गया है। सभी 11 चरणों में मतदान के तीन दिनों के अंदर वोटों की गिनती भी करायी जायगी।
राज्य निर्वाचन आयोग ने bihar panchayat chunav 2021 चुनाव को लेकर इवीएम के मूवमेंट का प्लान तैयार कर लिया है. अधिक संभावना है कि पंचायत चुनाव 11 चरणों में कराये जाये. चुनाव का कार्यक्रम इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि इवीएम के एक सेट का उपयोग पांच चरणों में किया जा सके. बिहार पंचायत चुनाव 2021 की तिथि और सभी जानकारी नीचे दिए गया है’
बिहार पंचायत चुनाव पंचायत प्रतिनिधियों के पद – Posts of Panchayat Representatives
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पंचायत चुनाव: चौथे चरण में महिलाओं ने की जमकर वोटिंग
बिहार में पंचायत चुनाव के चौथे चरण के दौरान बुधवार को 58.65 फीसदी मतदान हुआ। महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया। पुरुष मतदाताओं ने 54.26 फीसदी तो महिलाओं ने 63.05 फीसदी मतदान किया। बांका में सर्वाधिक 84.85, जबकि सबसे कम भोजपुर में 42.50 मतदान हुआ।
चौथे चरण में 36 जिलों के 53 प्रखंडों में 11,318 बूथों पर मतदान हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने आयोग परिसर में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।
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बारिश व जलजमाव के कारण 11 बूथ स्थानांतरित : आयोग के आयुक्त डॉ. प्रसाद ने बताया कि उत्तर बिहार में बारिश व जलजमाव के कारण 11 बूथों को स्थानांतरित किया गया। इनमें कटिहार के पलका में स्थित चार बूथ, समस्तीपुर में एक बूथ व मधुबनी में छह बूथ शामिल हैं। चार बूथों पर पुनर्मतदान का भी निर्णय लिया गया है।
दुल्हिनबाजार में महिला तो बिहटा में पुरुष रहे आगे
बिहटा और दुल्हिन बाजार प्रखंड में बुधवार को पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुआ। दुल्हिन बाजार में 67.44 प्रतिशत मतदान हुआ। 65.99 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने वोट डाले, वहीं 68.89 प्रतिशत महिलाओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। दुल्हिनबाजार में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं ने दिखाया दम। बिहटा प्रखंड में 65.17 प्रतिशत मतदान हुआ। 65.57 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने तो 64.76 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट किये। बिहटा में महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने दम दिखाया । दोनों प्रखंडों में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।
22 अक्टूबर को मतगणना होगी। इससे पहले पालीगंज, नौबतपुर और बिक्रम प्रखंड में चुनाव संपन्न हो गया है। इन प्रखंडों में भी महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया है। पुरुषों से महिलाओं का अधिक मतदान होने का मुख्य कारण महिला मतदाताओं को घर से बाहर निकलना अधिक माना जा रहा है। मतदान करने वालों में गरीब तपके की महिलाएं अधिक हैं। इस बार पंचायत चुनाव में 25 से 45 आयुवर्ग से मतदाता अधिक हैं। उनके ही वोट निर्णायक हो रहे हैं। वहीं दुल्हिन बाजार के अछुआ-रकसिया बूथ पर वोटरों की लंबी लाइन लगी रही। जहां 22 वर्षीय दिव्यांग सुरेंद्र मतदान करने पहुंचे। चार लोगों के सहारे वह मतदान केंद्र पहुंचे। मतदान के प्रति जुनून ऐसा कि शरीर काम नहीं करने के बाद भी उसने मतदान किया।
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दनियावां में 148 ने नामांकन पत्र दाखिल
दनियावां। दनियावां प्रखंड में बुधवार को पंचायत चुनाव को लेकर 148 प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किये, जिसमें8 मुखिया प्रत्याशियों में सिगरियावा पंचायत से उमाकांत कुमार उर्फधूरी पासवान एवं रंजन राज, शाहजहांपुर से शैलेश कुमार ,नितीश पासवान, दनियावां से राकेश रंजन उर्फ शैलेश महतो खैरभैया से चंद्रकांति देवी, बांकीपुर मछरियावां से अनीता देवी एवं सलालपुर पंचायत से दिलीप साव शामिल हैं। जिप का एक भी नामांकन का पर्चा दाखिल नहीं किया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी दनियावा पंकज कुमार निगम ने बताया कि पहला दिन शांतिपूर्ण तरीके से पर्चा दाखिल किया गया है।
चार बूथों पर पुनर्मतदान का निर्णय
चार बूथों पर पुनर्मतदान का भी निर्णय लिया गया है। इनमें प. चंपारण के बगहा-1 स्थित हरदी नदवा पंचायत के मतदान केंद्र-227 में पंच पद के मतपत्र गलत छपने के कारण, पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड की भगवानपुर पंचायत के मतदान केंद्र-179 में वार्ड सदस्य के पद के लिए ईवीएम में गलत मतपत्र लग जाने के कारण और समस्तीपुर के विभूतिपुर प्रखंड की देसरी कर्रख पंचायत स्थित बूथ- 226 में ईवीएम के संयोजन में आठ की जगह सात उम्मीदवारों की सेटिंग होने के कारण।
बिहटा व दुल्हिन बाजार प्रखंड के 36 पंचायतों में विभिन्न पदों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान 20 को
बिहटा और दुल्हिन बाजार में 20 अक्टूबर को चुनाव होगा। पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने रविवार को तैयारियों का जायजा लिया। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 1429 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। चार चेक पोस्ट परेब, आनंदपुर कैंप, शिवाला मोड़, अम्हारा राघोपुर मोड़ पर बनाए गए हैं। कमजोर वर्ग के मतदाताओं को रोकने की आशंका वाले 21 टोला चिह्नित किये गये हैं।
इन टोलों में 153 व्यक्तियों को चिन्हित कर 107 की निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने पालीगंज स्थित आईटीआई खिरीमोड़ तथा बिहटा स्थित बाजार समिति के डिस्पैच सेंटर, बज्रगृह एवं मतगणना केंद्र का भी निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों ने आयोग के दिशा-निर्देश के अनुरूप फुलप्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने पंचायत चुनाव में सेक्टर पदाधिकारी की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि उनकी जवाबदेही महत्वपूर्ण है।
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bihar panchayat chunav 2021 3 नामांकन पत्र अस्वीकृत
पुनपुन में नामांकन की संवीक्षा के दौरान पुनपुन में निर्वाची पदाधिकारी शैलेश कुमार केसरी ने विभिन्न कारणों से तीन प्रत्याशियों का नामांकन पत्र अस्वीकृत कर दिया, इनमें ग्राम पंचायत सदस्य (वार्ड सदस्य) के एक व ग्राम कचहरी पंच के दो प्रत्याशी शामिल हैं। नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद विभिन्न पदों के लिए कुल 1136 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।
थाने में प्राथमिकी दर्ज
संपतचक में प्रत्याशी चुनाव प्रचार में लगे हैं। इनसब के बीच निर्वाचन शाखा ने सख्ती दिखाई। संपतचक सीओ सह आचार संहिता कोषांग के पदाधिकारी नंद किशोर निराला ने कहा कि लंका कछुआरा पंसस उम्मीदवार संजू देवी के द्वारा गौरीचक चौराहा स्थित सरकारी पोल पर बैनर लगाया गया था। उनके ऊपर थाने में आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
94 हजार मतदाता 1336 के भाग्य का करेंगे फैसला
पुनपुन में छठे चरण के पंचायत चुनाव के लिए 374 पदों के ़1336 उम्मीदवार का भाग्य का फैसला 94 हजार मतदाता करेंगे । निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि नामांकन और स्क्रूटिनी समाप्त होने के बाद 18 अक्टूबर को नाम वापसी और चुनाव चिह्न का वितरण किया जाएगा । 19 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक उम्मीदवार अपने पंचायत में चुनाव प्रचार कर सकेंगे। 3 नवम्बर को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर गांव के सरकार को चुनेंगे।
धनरुआ में फ्लैग मार्च
24 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनाव को शातिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर रविवार को कादिरगंज थाने से एएसपी वैभव शर्मा के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया। इसमें मसौढ़ी , धनरुआ , पुनपुन व कादिरगंज थाने के दर्जनों पुलिसकर्मी शामिल थे। इस मौके पर कादिरगंज थानाध्यक्ष संतोष कुमार और मसौढ़ी थानाध्यक्ष रंजीत रजक सहित कई थाना के थानाध्यक्ष उपस्थित थे।
दो जगहों से होगी bihar panchayat chunav 2021 लाइव वेबकास्टिंग
आदर्श मतदान केंद्र की संख्या दो है, जहां से लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। उच्च विद्यालय रामबाग उत्तरी तथा मध्य विद्यालय मुसेपुर आदर्श मतदान केंद्र हैं। बाजार समिति बिहटा में बज्रगृह एवं मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। बिहटा में 295 मतदान केंद्र हैं। दुल्हिन बाजार प्रखंड में 14 पंचायतें हैं, जहां 181 मतदान केंद्र, 136 मतदान केंद्र भवन हैं। दुल्हिन बाजार प्रखंड की मतगणना आईटीआई खीरीमोड़ पालीगंज में तथा बिहटा प्रखंड की मतगणना बाजार समिति बिहटा में की जाएगी। दोनों प्रखंडों की मतगणना 22 एवं 23 अक्टूबर होगी।
ईवीएम की सीलिंग की प्रक्रिया शुरू
शनिवार से ईवीएम सीलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीलिंग का कार्य चार दिनों तक चलेगा। जिसको लेकर 30 टेबल पर 150 कर्मचारियों को इस कार्य में लगाया गया है। हर एक टेबल पर एक मास्टर ट्रेनर और उसके साथ चार चुनावकर्मी को लगाया गया है।
तीसरा चरण : 57 लाख 98 हजार 379 लोग करेंगे वोट
पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान सुबह सात बजे से 5 बजे तक मतदान होगा। इस चरण में 10,529 मतदान केंद्रों का गठन 6646 मतदान भवनों में किय गया है। इस चरण में 30,38,427 पुरुष मतदाता, 27,59,756 महिला मतदाता एवं 196 अन्य मतदाता सहित कुल 57,98,379 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
इस चरण में कुल 23,128 सीटों के लिए चुनाव होगा। इनमें पंचायत सदस्य के 10240, पंच के 10,240, मुखिया के 753, पंचायत समिति सदस्य के 1034, सरपंच के 753 व जिला परिषद सदस्य के 108 सीटों के लिए चुनाव होगा। तीसरे चरण के चुनाव के तहत 81,616 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
इस चरण में ग्राम पंचायत सदस्य के 46,757, पंच के लिए 16,464, मुखिया के लिए 6079, पंचायत समिति सदस्य के लिए 6706, सरपंच के लिए 4458 और जिला परिषद सदस्य के लिए 1152 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। गौरतलब है कि इस चरण में 3144 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है जबकि इस चरण में चरण के पंचायत चुनाव के 186 पद रिक्त है, इनके लिए कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया है।
धनरुआ: 105 पंच व नौ वार्ड सदस्य निर्विरोध निर्वाचित
प्रखंड में 24 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और सरपंच पद के प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया।
धनरुआ में कुल 17 पंचायत हैं और इसमें मुखिया पद के लिए 147 , पंचायत समिति पद के लिए 185, सरपंच पद के लिए 117 , पंच के लिए 367 व वार्ड सदस्य के लिए 1152 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं । इसमें 105 पंच और नौ वार्ड सदस्य निर्विरोध चुन लिए गये। नाम वापसी की प्रक्रिया में नामांकन करा चुके 19 मुखिया ने नाम वापस ले लिये। 02 पंचायत समिति और 19 वार्ड सदस्यों ने अपना नाम वापस ले लिया। डेवां पंचायत में सबसे अधिक 19 मुखिया प्रत्याशी और सबसे कम सतपरसा पंचायत में 2 मुखिया प्रत्याशी आमने-सामने होंगे।
मसौढ़ी में जिला परिषद के लिए सात ने नामांकन पर्चा दाखिल किया:
मसौढ़ी अनुमंडल निर्वाचन कार्यालय में अंतिम दिन जिला परिषद के लिए तीन पुरुष और चार महिला समेत सात प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरे। मसौढ़ी उत्तरी-19 और मसौढ़ी मध्य-20 से दो-दो और मसौढ़ी दक्षिणी- 21 से तीन प्रत्याशियों ने पर्चे भरे। पुनपुन प्रखंड से अंतिम दिन एक भी नामांकन पत्र नहीं भरा गया। सोमवार को जिला परिषद मसौढ़ी दक्षिणी क्षेत्र-21 से मीना कुमारी के अलावा मुखिया पद पर नदौल से जयप्रकाश कुमार, देवरिया से पूर्व मुखिया शंभू शर्मा, बारा पंचायत से रजनी देवी और मनोरमा देवी ने नामांकन पत्र दाखिल किया। अंतिम दिन होने की वजह से अनुमंडल निर्वाचन कार्यालय में प्रत्याशियों के समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
प्रत्याशियों को मिला चुनाव चिह्न
खुसरूपुर पंचायत के जिला परिषद चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में किसी को लेडी पर्स मिला तो किसी को चक्की व किसी को लेटर बॉक्स चुनाव चिह्न आवंटित किया गया। निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि सोमवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था, लेकिन किसी प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया।
इस तरह चुनाव मैदान में अब तीन प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा। उन्होंने बताया कि देर शाम तीनों उम्मीदवारों के बीच चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया है। अंकिता कुमारी को चक्की, जीनत खातून को लेडी पर्स व रूबी कुमारी को लेटर बॉक्स चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है। निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ ने बताया कि 24 अक्तूबर को मतदान होगा और 26 व 27 अक्तूबर को मतों की गिनती की जाएगी। चुनाव चिह्न आवंटन के समय प्रत्याशियों के समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
जिला परिषद के चुनाव में पुनपुन में केवल महिलाओं के बीच मुकाबला
पुनपुन प्रखंड ऐसा है जहां इस बार जिला परिषद में केवल महिलाओं के बीच मुकाबला होगा। इस बार पुरुषों के बीच मुकाबला नहीं होगा।
सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन था लेकिन पुनपुन के जिप के दोनों क्षेत्रों से किसी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं किया। इसलिए यहां से 11 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गई हैं। हालांकि दोनों निर्वाचन क्षेत्र महिलाओं के लिए सुरक्षित है इसलिए मुकाबला भी उन्हीं के बीच होगा। नामांकन पत्रों की समीक्षा 16 अक्टूबर तथा नाम वापसी की तिथि 18 अक्टूबर निर्धारित है। इसके बाद तय होगा कि यहां कितनी प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहेंगी।
पुनपुन में 145 ने नामांकन के पर्चे भरे
पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन पांच पदों के लिए 145 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इसमें मुखिया पद के लिए बेहरावां पंचायत से निवर्तमान मुखिया जयप्रकाश पासवान सहित आठ लोगों ने मुखिया का पर्चा दाखिल किया। पुनपुन प्रखंड प्रमुख गुड़िया कुमारी ने लखना उत्तरी पश्चिमी से पंचायत समिति के लिए पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
bihar panchayat chunav 2021 पहला चरण में निर्विरोध चुने जा चुके हैं 830 पंच
पहले चरण में जिन क्षेत्रों में bihar panchayat chunav 2021 होना है वहां ग्राम पंचायत सदस्य के 2233 पदों में से 26, पंच के 2233 पदों में से 830, जिला परिषद के 22 पदों में एक, पंचायत समिति सदस्य के 195 पदों में एक पद के लिए प्रत्याशी निर्विरोध चुने जा चुके हैैं। जबकि ग्राम कचहरी के कुल 2233 पदों में से 71 पदों व ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 2233 पदों में एक पद के लिए कोई भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया है।
बिहार में पहले चरण के पंचायत चुनाव के प्रचार का शोर बुधवार की शाम पांच बजे थम जाएगा। पहले चरण के चुनाव को लेकर 24 सितंबर को मतदान होगा। मतदान की समाप्ति से 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान को लेकर सभी जिलों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया है और संबंधित चुनाव क्षेत्रों के निर्वाची पदाधिकारियों को निर्धारित समय पर मतदानकर्मियों को मतदान स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की बायोमैट्रिक जांच की जाएगी। इसके लिए तकनीकी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है। पहले चरण के चुनाव में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से 11 दिन चुनाव प्रचार के लिए मिले हैं, जिसमें उन्होंने मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश की।
bihar panchayat chunav 2021 पालीगंज की पंचायतों में युवा सरकार
पटना जिले में दूसरे चरण में पालीगंज में हुए पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इस बार पंचायतों की कमान युवाओं के हाथ में गई है। पालीगंज में कुल 23 पंचायतों के मुखियों में 17 ऐसे हैं जिनकी आयु 35 से 45 के बीच है। केवल छह ऐसे मुखिया हैं, जिनकी आयु 50 से 60 साल के बीच में है। पिछले पंचायत चुनाव में मुखिया पद पर जीत हासिल करने वालों में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या अधिक थी लेकिन इस बार bihar panchayat chunav 2021 परिणाम आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि पंचायत की सरकार युवाओं के हाथ में आ गई है।
मुखिया में दुखनी देवी को मिले सबसे अधिक मत
पालीगंज में हुए bihar panchayat chunav 2021 में जीत हासिल करने वालों में मुखिया में सबसे अधिक भेडहरिया सियारापुर की दुखनी देवी को सबसे अधिक मत मिले हैं। पालीगंज प्रखंड के 23 मुखियों में सबसे अधिक 2658 मत पाकर प्रंखड में प्रथम स्थान पर रही हैं। हालाकि सिगोड़ी पंचायत के मुखिया सूबैदा खातून को भी 2628 मत मिले हैं लेकिन दुखनी देवी इनसे 30 मत अधिक पाकर नंबर एक पर हैं। पालीगंज प्रखंड में सबसे कम मत पाकर भी जीत दर्ज करने वाले चिकसी पंचायत के मुखिया सनोज कुमार हैं। इन्हें 662 मत मिला है, लेकिन अपने प्रतिद्वंदी को हराकर जीत हासिल की है।
11 महिलाएं 35 से 45 साल वर्ष के बीच:
मुखिया पद पर bihar panchayat chunav 2021 में जीत हासिल करने वाली 13 महिलाओं में 11 ऐसी हैं, जिनकी आयु 35 से 45 साल के बीच है। इसमें सिर्फ दो ऐसी महिलाएं हैं, जिनकी आयु 50 और 60 साल के बीच है। इसी प्रकार जीत दर्ज करने वाले पुरुषों में भी ज्यादातर युवा हैं। जीत हासिल करने वाले ज्यादातर युवा मुखिया का कहना था कि पिछले पांच साल से वे पंचायत की सेवा कर रहे हैं। किसी न किसी रूप में समाज सेवा करते थे, इसीलिए लोगों ने उन्हें जीत का सेहरा पहनाया है। हालाकि जीतने वाले ज्यादातर युवा मुखिया का कहना है कि वे अपनी पंचायत को आदर्श बनाएंगे। गांवों में भी शहरों की तरह सुविधाएं हों, इसके लिए अपने स्तर और सरकार से भी राशि लेकर विकास का काम करेंगे।
जीते प्रतिनिधियों के नामांकन पत्र के कई कॉलम हैं रिक्त
पालीगंज प्रखंड में मुखिया पद के लिए जीत हासिल करने वाले कई ऐसे प्रतिनिधि हैं जिन्होंने नामांकन पत्र में कई जगहों पर दिए जाने वाले ब्योरे को रिक्त रखा है। ऐसे प्रतिनिधियों को जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया गया लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग की बेबसाइट पर अपलोड किए गए ब्योरे में पालीगंज के पांच मुखिया के नामांकन पत्र में कई कॉलम नहीं भरे गए हैं। नामांकन पत्र आयोग की बेबसाइट पर है। bihar panchayat chunav 2021 नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के नामांकन पत्रों में जन्मतिथि, योग्यता और पेशा का विवरण नहीं है।
जीतने वालों में ज्यादातर गृहिणी व किसान
पालीगंज प्रखंड में जीत हासिल करने वाले 23 मुखिया में ज्यादातर किसान और गृहिणी हैं। राज्य निर्वाचन आयोग को दिए गए ब्योरे के अनुसार ज्यादातर प्रतिनिधियों ने अपनी पेशा में इसकी जानकारी दी है। तीन ऐसे मुखिया हैं जिन्होंने अपना पेशा मजदूरी बताया है। एक मुखिया पूर्व सैनिक रहे हैं, जिन्होंने इस बार पंचायत चुनाव में मुखिया पद के लिए जीत हासिल की है। दो व्यवसायी भी मुखिया बने हैं। महिलाओं में जीत हासिल करने वालों में ज्यादातर गृहिणी हैं। 23 मुखिया में 13 महिला मुखिया हैं, जबकि 10 पुरुषों ने मुखिया पद पर जीत हासिल की है। दिलचस्प बात है कि मुखिया पद पर जीत हासिल करने वालों में ज्यादातर केवल साक्षर हैं। इसमें तीन ऐसे मुखिया हैं, जिन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक दी है।
पालीगंज प्रखंड का शुक्रवार को bihar panchayat chunav 2021 का परिणाम जारी किया गया। इसमें सबसे कम उम्र के मुखिया निकेश कुमार हैं। उन्होंने महाबलीपुर पंचायत से जीत दर्ज की है। नामांकन पत्र में दिए गए ब्योरे में उनकी आयु 28 साल है। सबसे अधिक उम्र में मुखिया पद के लिए जीत हासिल करने वाले 62 वर्षीय दशरथ राम हैं। इन्होंने खानपुरा तारणपुर पंचायत से चुनाव जीता है। इसी प्रकार जिला परिषद सदस्य में सबसे कम उम्र की जिला परिषद क्षेत्र संख्या 15 से जीत हासिल करने वाली श्वेता विश्वास हैं। उनकी उम्र 40 साल है।
मतगणना आज, 65.5 हुई है वोटिंग
पहले चरण के पंचायत चुनाव की मतगणना रविवार को होगी। आवश्यकता पड़ने पर मतगणना कार्य सोमवार को भी कराया जाएगा। मतगणना के साथ ही इस चरण के चुनाव को लेकर 10 जिलों के 12 प्रखंडों की 151 पंचायतों के चुनाव परिणाम तत्काल जारी कर दिए जाएंगे। मतगणना के साथ ही पंचायत चुनाव के इस चरण के सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हो जाएगा। सभी संबंधित प्रखंडों व जिलों में मतगणना कार्य सुबह आठ बजे से शुरू होगा। ईवीएम एवं मतपेटियों को सख्त सुरक्षा व्यवस्था के तहत खोला जाएगा और वोटों की गिनती की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना केंद्रों पर उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों की तैनाती की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
1165 नामांकन पत्र ऑनलाइन दाखिल
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन के तहत ग्राम कचहरी पंच के 10,353 पदों के विरूद्ध 17,042, ग्राम कचहरी सरपंच के 699 सीट के विरुद्ध 4072, मुखिया के 699 सीटों के विरुद्ध 6277, ग्राम पंचायत सदस्य के 10,353 पदों के विरुद्ध 41,405, जिला परिषद सदस्य के 109 पदों के विरुद्ध 1204, पंचायत समिति सदस्य के 948 सीटों के विरुद्ध 6279 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। 76,279 नामांकन पत्रों में से 71,651 की इंट्री वेबसाइट पर कर दी गयी है। इस चरण में 1165 नामांकन पत्र ऑनलाइन दाखिल किए गए है। इनमें से 791 पत्रों को निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष भी दाखिल किया जा चुका है।
पालीगंज की 23 पंचायतों में 46 सेक्टर पदाधिकारी रहेंगे तैनात
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा द्वारा द्वितीय चरण के पंचायत चुनाव के तहत पालीगंज स्थित आईटीआई परिसर में सेक्टर दंडाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी की ब्रीफिंग की गई तथा डिस्पैच सेंटर, कलेक्शन सेंटर, स्ट्रांग रूम एवं मतगणना कक्ष का निरीक्षण किया गया। डीएम ने कहा कि प्रत्येक पंचायत को 2 सेक्टर में विभक्त किया गया है तथा पालीगंज की 23 पंचायत में कुल 46 सेक्टर पदाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी कार्यरत रहेंगे। इसके साथ ही 175 गश्ती सह संग्रह दल, 5 जोनल मजिस्ट्रेट, एक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट सहित कई अन्य वरीय प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी कार्यरत रहेंगे।
अरवल के सीमावर्ती क्षेत्र पर बनाए गए चार चेकपोस्ट
अरवल जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में चार चेकपोस्ट बनाये गये हैं। महाबलीपुर के पास, अकबरपुर के पास, धोखहरा मोड़ तथा इमामगंज मुंगीसा गेट के पास चेकपोस्ट बनाया गया है। जहां दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा वाहनों की कड़ाई से सतत एवं प्रभावी जांच की जा रही है। पालीगंज प्रखंड अंतर्गत कुल 207 शस्त्रत्त् में से 166 शस्त्रत्त् का सत्यापन किया जा चुका है। मतदान अवधि के 48 घंटा पूर्व प्रचार-प्रसार बंद हो जाएंगे। दूसरे चरण के तहत पालीगंज प्रखंड में 29 को मतदान पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण के तहत पालीगंज प्रखंड में 29 सितंबर को मतदान होगा। जो सुबह 7 बजे से संध्या 5 बजे तक होंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर 6 मतदान पदाधिकारी रहेंगे। जो मतदान केंद्र के नजदीक क्लस्टर सेंटर से मतदान केंद्र पर निर्धारित समय पर पहुंचेंगे। पालीगंज में 23 क्लस्टर प्वाइंट बनाए गए हैं। 29 सितंबर को पीसीसीपी एवं संबद्ध पुलिस पदाधिकारी एवं बल डिस्पैच सेंटर आईटीआई खिरी मोड पालीगंज पर योगदान करेंगे।
पंचायत चुनाव: 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान आज
बिहार में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शुक्रवार को होगा। 10 जिलों- जमुई, अरवल, गया, कैमूर, नवादा, बांका, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद व मुंगेर में मतदान होगा। छह पदों में पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य का चुनाव ईवीएम से और पंच एवं सरपंच का चुनाव बैलेट बॉक्स से होगा। मतदाता फोटो पहचान पत्र या वैकल्पिक पहचान पत्र के आधार पर मतदाताओं को मतदान देने हेतु अनुमति दी जाएगी।
दुल्हिन बाजार व बिहटा में चुनाव की तैयारियों का डीएम ने लिया जायजा
जहानाबाद के काको व मुंगेर के तारापुर प्रखंडों में मतदान होगा। छह पदों में पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य का चुनाव ईवीएम से और पंच एवं सरपंच का चुनाव बैलेट बॉक्स से होगा। मतदाता फोटो पहचान पत्र या वैकल्पिक पहचान पत्र के आधार पर मतदाताओं को मतदान देने हेतु अनुमति दी जाएगी। दुल्हिन बाजार व बिहटा में चुनाव की तैयारियों का डीएम ने लिया जायजा जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के तहत दुल्हिनबाजार एवं बिहटा का भ्रमण कर नामांकन सहित चुनाव की संपूर्ण व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि समय से पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी कर लें। जिलाधिकारी ने नामांकन स्थल, डिस्पैच सेंटर, बज्रगृह, मतगणना केंद्र सहित कई अन्य स्थलों का निरीक्षण किया तथा चुनाव के सफल संचालन हेतु पूरी सुदृढ़ व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। धनरुआ और पुनपुन में एनआर कटना शुरू: धनरुआ/पुनपुन। धनरुआ प्रखंड में पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नामांकन के लिए एनआर (नाजिर रसीद) कटना शुरू हो गया।
निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अरोमा मोदी ने बताया कि गुरुवार को 542 नाजिर रसीद काटी गई। इधर पुनपुन में पहले दिन 180 लोगों ने एनआर कटवाया। निर्वाची पदाधिकारी सह पुनपुन बीडीओ शैलेश कुमार केसरी ने बताया कि नाजीर रसीद ले चुके प्रत्याशियों को इसबार प्रखंड कार्यालय से ही नामांकन फार्म दिया जाएगा।
83238 उम्मीदवारों ने नामांकन के पर्चे भरे
बिहार में तीसरे चरण के पंचायत चुनाव को लेकर 83,238 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इस चरण में 35 जिलों के 50 प्रखंडों में चुनाव होना है। नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में 38,931 पुरुष व 44,307 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। 22 सितंबर तक इस चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि निर्धारित थी। अंतिम दिन 10,239 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। आयोग के अनुसार तीसरे चरण के चुनाव को लेकर 708 उम्मीदवारों ने ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल किया।
तीसरे चरण के लिए 25 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि 27 सितंबर को नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि निर्धारित है और उसी दिन उम्मीदवारों को प्रतीक चिह्न आवंटित किया जाएगा। इस चरण के लिए 08 अक्टूबर को मतदान होगा और 10-11 अक्टूबर को चुनाव परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। 12 हजार से अधिक पुलिस बल तैनात: पटना। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का दावा किया गया है।
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक प्रथम चरण के चुनाव में 12000 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनमें जिला पुलिस के अलावा होमगार्ड, बिहार विशेष सशस्त्रत्त् पुलिस और सैप के जवान भी शामिल हैं। 151 पंचायतों में 2119 मतदान केंद्रों पर आज मतदान राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार शुक्रवार को राज्य की 151 पंचायतों में 2119 मतदान केंद्रों का गठन किया गया है।
इन चुनाव क्षेत्रों में 1,14,8,044 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में ग्राम पंचायत सदस्य के 2056, मुखिया के 151, पंचायत समिति सदस्य के 209, जिला परिषद सदस्य के 24, ग्राम कचहरी पंच के 2056 और ग्राम कचहरी सरपंच के 151 सीटों के लिए मतदान होगा। आयोग के अनुसार प्रत्येक बूथ पर छह मतदानकर्मियों को तैनात किया गया है। पहले चरण में करीब 14 हजार मतदान कर्मियों की तैनाती की गयी है। प्रत्येक बूथ पर हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं।
10 जिलों के 12 प्रखंडों में होना है चुनाव
पहले चरण में राज्य के 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होगा। आयोग के अनुसार मतदान को लेकर 1609 मतदान भवनों में 2119 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पहले चरण के चुनाव को लेकर 15328 नामांकन पत्र दाखिल किए गए।
मसौढ़ी में 211 बूथ अतिसंवेदनशील घोषित
प्रखंड के 17 पंचायतों में विभिन्न पदों के लिए तीन नवंबर को मतदान होगा। पंचायत चुनाव के लिए बनाए गए कुल 249 मतदान केंद्रों में 38 बूथों को नक्सल प्रभावित और 211 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ अमरेश कुमार ने बताया कि नगर के एसएमजीके उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को व्रजगृह और मतगणना स्थल बनाया गया है। मसौढ़ी प्रखंड में 5 अक्टूबर से नामांकन पत्र परिसर के आठ काउंटरों पर लिया जाएगा।
नौ ने किया नामांकन : दानापुर
नौबतपुर प्रखंड में जिला परिषद के तीन सीटों के लिए मंगलवार को नौ ने नामांकन किया। भाग-8 उत्तरी क्षेत्र से आनंद श्री, सुष्मिता कुमारी, सीमा कुमारी,भाग- 9 क्षेत्र मध्य से संजय कुमार, मनोज कुमार, मिंटू कुमार, रतीन्द्र कुमार यादव, शिवनाथ प्रसाद और भाग-10 क्षेत्र दक्षिणी से सतेंद्र मोची ने नामांकन किया। वह्रीं नौबतपुर में पंचायत चुनाव के लिए मंगलवार को 268 ने नामांकन किये। पंसस के लिये 13, मुखिया के लिए 20 ने ,वार्ड सदस्य के लिये 137, सरपंच के लिए 14 एवं पंच के लिए 84 ने नामंकन किये।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 कब होगा ? -bihar panchayat chunav 2021 Date
ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के चुनाव की तिथि बिहार सरकार के द्वारा घोषित कर दी है। बिहार पंचायत चुनाव 2021 11 चरणों में चुनाव होंगे, जिसकी अधिसूचना 24 अगस्त 2021 को जारी होगी। 24 सितंबर को पहले चरण का और अंतिम चरण का मतदान 12 दिसंबर को होगा। एक चरण में औसत पैंतालिस प्रखंडों में चुनाव होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में कुल 17 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अंतिम चरणों में मतदान होंगे। गौरतलब हो कि छह पदों के लिए ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के चुनाव होने हैं। इनमें मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य, सरपंच और पंच के पद शामिल हैं। पहली बार राज्य में 11 चरण में पंचायत चुनाव हो रहे हैं।
अधिसूचना जारी होने के साथ ही संबंधित जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जायेगी. साथ ही मंत्रियों का दौरा और नयी योजनाओं के क्रियान्वयन पर रोक लग जायेगी. अधिसचना जारी होने के बाद उन जिलों में छह पदों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. साथ ही नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों को सिंबल आवंटित कर दिये जायेंगे. इसी प्रकार की प्रक्रिया हर चरण में मतदान के पहले अपनायी जायेगी.
बिहार पंचायत चुनाव 2021 कार्यक्रम -Bihar Panchayat Chunav 2021 ka date | |
पहला चरण | 24 सितंबर |
दूसरा चरण | 29 सितंबर |
तीसरा चरण | 08 अक्टूबर |
चौथा चरण | 20 अक्टूबर |
पांचवां चरण | 24 अक्टूबर |
छठा चरण | 03 नवंबर |
सातवां चरण | 15 नवंबर |
आठवां चरण | 24 नवंबर |
नौवां चरण | 29 नवंबर |
10 वां चरण | 08 दिसंबर |
11वां चरण | 12 दिसंबर |
अधिसूचना 24 अगस्त को |
राज्य के बाढ़ प्रवण 28 जिले यथा- बक्सर, भोजपुर, पटना, नालन्दा, सारण, सिवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, किशनगंज, पूर्णियाँ, कटिहार, अररिया, लखीसराय, शेखपुरा, बेगुसराय, खगाड़िया एवं भागलपुर निर्वाचन कार्यक्रम बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रथम चरण में नहीं रखा गया है
बिहार पंचायत चुनाव 2021 ऑनलाइन नॉमिनेशन फॉर्म
अगर आप अभ्यर्थी बिहार पंचायत चुनाव 2021 में चुनाव लड़ना चाहते है तो ऑनलाइन नॉमिनेशन फॉर्म भरते समय इन बातो का ध्यान रखना होगा :
- जिस मोबाइल न० से आवेदन किया जा रहा है, उसे निर्वाचन के परिणाम तक सुरक्षित रखना है |
- उपलब्ध कराए गए (मोबाइल पर) यूजर आई०डी और पासवर्ड को निर्वाचन प्रक्रिया तक संभाल कर रखें |
- नामांकन फॉर्म भरने के बाद प्रपत्र-6 को प्रिंट कर अपने पास सुरक्षित रखें |
- आपके द्वारा अपलोड किए जाने वाले फोटो का अधिकतम साइज़ 100 KB होगा, साथ ही ध्यान दिया जाए कि फोटो सही से अपलोड (धुंधला ना हो) किया गया हो | फोटो का बैकग्राउंड काला ना हो, फोटो में टोपी या चश्मा पहना हुआ भी ना हो |
- Affidavit को प्रिंट कर सत्यापित (Attest) करवाना अनिवार्य है |
- अभ्यर्थी का नाम, संबंधी का नाम एवं प्रस्तावक का नाम हिंदी में लिखा जाना अनिवार्य है |
- यदि नाम में Title है तो उसे Title वाले बॉक्स में ही भरें, नाम वाले बॉक्स में सिर्फ नाम लिखना है | जैसे : यदि आपका नाम डॉ० विकाश रंजन है तो नाम वाले बॉक्स में सिर्फ विकाश रंजन लिखना है और Title वाले बॉक्स में डॉ० लिखना है |
- हिंदी में नाम लिखने के लिए आपको अंग्रेजी में लिखना होगा, आपके द्वारा लिखा गया नाम स्वयं हिंदी में परिवर्तित हो जाएगा | जैसे : आपका नाम विकाश रंजन है तो आपको अंग्रेजी में Vikash लिख कर Space देना होगा, जो विकाश में स्वयं परिवर्तित हो जाएगा और उसके बाद Ranjan लिख कर Space देना होगा | इससे आपका नाम विकाश रंजन में परिवर्तित हो जाएगा | यदि किसी कारणवश यह हिंदी में परिवर्तित नहीं हो पाता है तो “हिंदी टाइपिंग के लिए लिंक पर जाए” लिंक पर क्लिक कर हिंदी में लिख लेना है | परन्तु अभ्यर्थी का नाम, संबंधी का नाम एवं प्रस्तावक का नाम हिंदी में लिखा जाना अनिवार्य है |
- आवेदन फॉर्म भरते समय आरक्षित सीट को ध्यान देना अति-आवश्यक है |
- आवेदन के समय पद, आरक्षण की श्रेणी एवं लिंग सही-सही चुने, इसी के आधार पर नामांकन शुल्क लिया जाएगा | यदि कोई अभ्यर्थी शुल्क कम देने के मकसद से आरक्षण को चुन लेते है तो उनका आवेदन अस्वीकृत किया जाएगा |
- सारे एनेक्सर को एक फाइल में (PDF फॉर्मेट) में अपलोड किया जाना अनिवार्य है और इस PDF का अधिकतम साइज़ 15 MB होगा | यदि कोई एक भी अनुलग्नक संग्लन नहीं पाया जाता है तो अभ्यर्थी का आवेदन स्वीकृत नहीं किया जाएगा |
- सभी अनुलग्नक (Attested) को नामांकन पत्र (प्रपत्र-6) के साथ प्रिंट कर अभ्यर्थी स्वयं निर्वाची पदाधिकारी को प्रस्तुत करेंगें | यदि सारे प्रपत्र हार्ड कॉपी में निर्वाची पदाधिकारी के पास जमा नहीं कराया जाएगा तो आवेदन अस्वीकृत माना जाएगा |
जब बिहार पंचायत चुनाव 2021 के लिए ऑनलाइन नॉमिनेशन फॉर्म भरना शुरू होगा तो सभी जानकारी यहाँ अपडेट किया जायेगा , इस लिए इस पोस्ट से हमेशा जुड़े रहे।
ऑनलाइन नामांकन के अगले दिन जमा करनी होगी बिहार पंचायत चुनाव 2021 हार्ड कॉपी
विधानसभा चुनाव की तरह बिहार पंचायत चुनाव 2021 में भी प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन कर सकेंगे। हालांकि, ऑनलाइन नामांकन के अगले दिन प्रत्याशियों को नामांकन की हार्ड कॉपी जमा करनी होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों को इसकी तैयारी के निर्देश दिए हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकन ऑनलाइन भी किया जा सकेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी प्रणव कुमार को इसकी व्यवस्था कराने के लिए कहा गया है। आयोग ने कहा कि नामांकन के समय निर्वाची अधिकारी को देखना होगा कि फॉर्म सही तरीके से भरे गए हैं या नहीं। आयोग ने साफ किया है कि फरार आरोपित यदि नामांकन करने पहुंचता है तो उसकी शिनाख्त व गिरफ्तारी पुलिस की जिम्मेवारी होगी। जलजमाव वाली बूथों को चिह्नित करने का आदेश दिया।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 मतदाता सत्यापन को हर पंचायत में वाईफाई
bihar panchayat chunav 2021 के लिए राज्य के सभी पंचायत भवन के अलावा नजदीक के कुल 45250 गांवों में इंटरनेट के लिए वाईफाई सुविधा बहाल की जाएगी। इसके जरिए बूथों पर मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा। इसलिए इस सुविधा को चुनाव आयोग ने आवश्यक रूप से बहाल करने का आदेश दिया है। प्रथम चरण की अधिसूचना जारी हो चुकी है और इसके मतदान के दिन यह सुविधा बहाल कर देनी है।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने सभी जिलों के डीएम को इस व्यवस्था को बहाल कराने का आदेश दिया है। सचिव ने कहा है कि इस संबंध में आयोग ने आईटी मंत्रालय, ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड, भारत ब्रॉड बैंड नेटवर्क लिमिटेड, भारत संचार निगम लिमिटेड व तकनीकी टीम बेल्ट्रॉन को निर्देश दिया है। भारत नेट परियोजना के तहत सरकारी विद्यालयों को यह सुविधा उपलब्ध करानी है। इसके तहत स्कूलों को एफएफटीएचकनेक्शन देना है व ई गर्वनेंस सर्विसेज के माध्यम से सभी सरकारी संस्थानों को एक वाईफाई एक्सेस प्वाइंट उपलब्ध कराना है।
आयोग ने कहा है कि यह सुविधा बहाल होनी इसलिए जरूरी है कि क्योंकि bihar panchayat chunav 2021 के दौरान मतदाताओं की बायोमीट्रिक व आधार से पहचान की जानी है। पंचायत चुनावके लिए इस बार राज्य में कुल 113891 बूथ बनाए गए हैं। चुनाव का लाइव टेलीकास्ट भी होगा मतदान केंद्रों पर वाईफाई की सुविधा होने के बाद दूसरे चरण में लाइव टेलीकास्ट की सुविधा भी बहाल करनी है। कम से कम 10 फीसदी मतदान केंद्रों से लाइव टेलीकास्ट का लक्ष्य रखा गया है। इसमें बूथों पर हो रही सभी गतिविधियों की जानकारी हो सकेगी।
अलग-अलग पदों के लिए नामांकन शुल्क / नॉमिनेशन फीस
पंच और वार्ड सदस्य | मुखिया व सरपंच | जिला परिषद सदस्य |
सामान्य और other 250 | सामान्य और other – 1000 | सामान्य और other -2000 |
एससी/एसटी व पिछड़ा – 125 | एससी/एसटी व पिछड़ा – 500 | एससी/एसटी व पिछड़ा – 1000 |
चुनाव के 7 दिन पहले मतदाता पर्ची उपलब्ध कराएं : आयोग
बिहार निर्वाचन आयोग के द्वारा बिहार पंचायत चुनाव 2021 में तैनात प्रेक्षकों को आदेश दिया गया है कि वह मतदान से सात दिन पहले मतदाताओं को मतदाता पर्ची दे देंगे। इससे मतदान करने वाले को जानकारी मिलेगी कि उनसे संबंधित मतदान केंद्र कौन सा है। मतदाता पर्ची मिलने के बाद वे आसानी से मतदान केंद्र पर पहुंच कर मतदान कर सकेंगे। पंचायत चुनाव को लेकर सोन भवन मेंप्रेक्षकों के लिए शुक्रवार को आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने कहा कि पंचायत चुनावकोहर हाल में निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में संपन्न करना है।
इसके लिए ईवीएम सेमतदान होगा और साथ ही बायोमेट्रिक पद्धिति का उपयोग कर हर मतदाता की पहचान की जायेगी। इससे फर्जी मतदान पर पूरी तरह से रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि पहले के दौर में भले ही मसल और मनी पावर का प्रयोग किया जाता रहा हो लेकिनईवीएम से मतदान होने से इस पर रोकलगेगी। उन्होंने प्रेक्षकों को जानकारी दी कि पहली बार स्ट्रांगरूम में इलेक्ट्रॉनिक लॉक का उपयोग किया जायेगा। जैसे ही स्ट्रांग रूम का लॉक खुलेगा, इसकी जानकारी सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ आयोग तक को मिल जायेगी। गौरतलबहै कि तीन चरणों में चुनाव प्रेक्षकों के प्रशिक्षण का यह दूसरा चरण था। तीसरे चरण में पुनः प्रेक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पंचायत चुनाव मतगणना के लिए मोबाइल से खुलेंगे वज्रगृह के ताले
पंचायत चुनाव में इस बार नई तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। वज्रगृह में अब सामान्य तालों के बजाय इस बार इलेक्ट्रॉनिक तालों का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक ताले के लिए एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इनके हाथ में एंड्रायड मोबाइल होगा। मोबाइल के सहारे ही ताले खुलेंगे और बंद होंगे।
प्रदेश में पहली बार किसी चुनाव में इस प्रकार की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। पटना जिले में 10 जगहों पर मतगणना होगी। सभी जगहों पर ईवीएम और मतपेटिकाओं को रखने के लिए वज्रगृह बनाए गए हैं, जहां इलेक्ट्रॉनिक ताले लगाए जाएंगे। दरअसल, इससे पहले लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनाव में ईवीएम को सुरक्षित रखने के लिए बनाए जाने वाले वज्रगृह में सामान्य ताला लगता था। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तालों को सील कर दिया जाता था तथा वज्रगृह में कोई प्रवेश न करे, इसके लिए वहां अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी जाती थी।
तीसरे चरण में 25464 ने अब तक किया नामांकन
बिहार में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में 35 जिलों के 50 प्रखंडों में चुनाव को लेकर अब तक 25,464 व्यक्तियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। इनमें 12,465 पुरुषों और 12,999 महिलाओं ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। सर्वाधिक 14,915 नामांकन पत्र पंचायत सदस्य की सीट के लिए दाखिल किए गए है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार सभी नामांकन पत्रों की निर्वाची पदाधिकारी द्वारा वेबसाइट पर इंट्री कर दी गयी है।
आयोग ने उम्मीदवारों को ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी नामांकन पत्र दाखिल किए जाने की सुविधा दी है। तीसरे चरण में 235 नामांकन पत्र ऑनलाइन दाखिल किए गए है।
दूसरे चरण के तीसरे दिन 12868 नामांकन
राज्य के दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में 34 जिलों के 48 प्रखंडों में नामांकन के तीसरे दिन कुल 25 हजार 868 नामांकन दर्ज किये गये। सबसे अधिक पंचायत सदस्य के लिए 14779 नामांकन दर्ज किये गये। इन नामांकन में 13 हजार पुरुष और 12 हजार 868 महिला अभ्यर्थियों ने नामांकन किया। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार ऑनलाइन नामांकन दर्ज करने की सुविधा का लाभ सिर्फ 341 अभ्यर्थियों ने लिया। सभी नामांकन पत्रों को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 – मतदाता सूची से नाम कटने का डर,हंगामा
मतदाता सूची में नाम जोड़ने और आपत्ति को लेकर लोगों ने शुक्रवार छावनी परिषद कार्यालय में प्रर्दशन किया। वार्ड एक के पार्षद सह पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि उनलोगों का नाम एक साजिश के तहत मतदाता सूची से काटने की योजना चल रही है। पार्षद रंजीत ने बताया कि वार्ड एक में वर्षों से सैकड़ों परिवार किराए के मकान में रहते हैं।
उनका मतदाता सूची में नाम अंकित है। वैसे मतदाताओं को हमारे प्रतिद्वंद्वी राकी सिंह द्वारा आपत्ति की गई है। जिसको लेकरछावनी परिषद नोटिस भेजा था। पीठासीन पदाधिकारी सह कर्नल तिवेन्द्र राय द्वारा उक्त मतदाताओं से पूछताछ की जा रही थी, जो नियमावली से हटकरथी। जिससे नाराज लोगों ने पार्षद के नेतृत्व में छावनी परिषद कार्यालय के सभागार के बाहर फर्श पर लेट गए। निष्पक्ष जांच करने की बात करते पीठासीन पदाधिकारी के समक्ष अपनी बात को रखने लगे। सभागार में बैठे पीठासीन पदाधिकारी के समझाने के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं था।
उधर एक पक्ष द्वारा हंगामा प्रर्दशन की बात सुनकर दूसरे पक्ष पूर्व उपाध्यक्ष कमल गुप्ता उर्फ बंटी गुप्ता के समर्थक राकी सिंह के समर्थन में आ गए। जिससे दोनों पक्ष में तानातानी की नौबत आ गई, जिसको देखते हुएदानापुर पुलिस और सैन्य पुलिस पहुंची। सैन्य पुलिस अपने अधिकारी को भीडभाड से निकालकरले गई। बताया जाता है कि 348 लोगों के नाम को लेकर दावा आपत्ति की जा रही है, जिसको लेकर दोनों पक्षों में तानातानी बढ़ गई है। थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को समक्षा बुझाकर हटाया।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में हर बूथ पर बनेंगे सेल्फी प्वाइंट
राज्य निर्वाचन आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को विशेष बनाने की दिशा में कई पहल कर रहा है। इस पहल के तहत हर बूथ पर सेल्फी प्वाइंट बनाने का निर्देश दिया गया है। आयोग ने गुरुवार को राज्य के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पंचायत चुनाव में किये जा रहे सभी नये प्रयोगों को शत प्रतिशत सफल बनाने का निर्देश दिया। आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि पंचायत चुनाव को उत्सवी माहौल में कराने के लिए हर बूथ पर सेल्फी प्वाइंट बनाया जाये।
इससे पहली बार पंचायत चुनाव में मतदान करनेवाले युवा मतदाता सेल्फी प्वाइंट पर अपनी तस्वीर लेकर सोशल मीडिया पर शेयर कर सकेंगे। आयोग ने कहा कि राज्य में उत्सवी माहौल बनाने को लेकर दीवार लेखन, वीडियो के माध्यम से मतदाता जागरूकता जैसे कार्यों को किया जाए। सभी प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों का शत प्रतिशत डिजिटलाइज कर अपलोड किया जाए। हर बूथ पर मतदान के दिन बिजली और कनेक्टिविटी हर हाल में बनी रहे। इसके पहले जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चत कर लें कि जितने इवीएम का उपयोग किया जा रहा है वह सभी स्थिति में काम करने लायक हों।
मतगणना पर निगरानी रखेगी ओसीआर मशीन
पंचायत चुनाव में मतगणना निष्पक्ष हो, इसके लिए इस बार नई तकनीक अपनायी जाएगी। मतगणना स्थल के प्रत्येक टेबल पर आप्टिकल कैरेक्टर रिकोगनाइजेशन (ओसीआर) मशीन रखी जाएगी, जो प्रत्याशियों को मिलने वाले वोट पर नजर रखेगी। मतगणना के समय किस प्रत्याशी को कितने मत मिले, इसकी जानकारी मशीन के जरिए चुनाव आयोग को हो जाएगी। मतगणना की सीधी वेबकास्टिंग भी आयोग को होगी।
पंचायत चुनाव में पहली बार ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कियाजा रहा है। जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका न हो। ओसीआर मशीन ईवीएम से कनेक्ट रहेगी। ईवीएम में गिनती के समय स्वतः मशीन उसे कैच कर लेगी। उसी प्रकार बैलेट बॉक्स में पड़े मत की मशीन के जरिए वीडियो रिकार्डिंग हो जाएगी, जिससे जानकारी मिल जाएगी कि किस प्रत्याशी को कितने मत मिले। यदि कोई प्रत्याशी मतगणना में किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत करता है तो ओसीआर मशीन जांच में सहायक होगी।
वैसे तो ईवीएम मशीन में डाले गए मत सुरक्षित रहते हैं तथा उसे भी दोबारा देखा जा सकता है। लेकिन इस बार पंचायत चुनावईवीएम और बैलेटबॉक्स के माध्यम से हो रहा है। इसीलिए नई तकनीक कारगर सिद्ध होगी। इसे लेकर तकनीकी अधिकारियों कोजानकारी भी दे दी गई है और इस पर काम भी शुरू हो गया है।
पंचायत चुनाव से जुड़े तकनीकी अधिकारियों का कहना है कि मतगणना कोपारदर्शी बनाने के लिए यह प्रयोग काफी सफल और सटीक होगा। चुनाव में पीठासीन पदाधिकारी इस बार अपनी उपस्थिति मोबाइल एप के जरिए दर्ज कराएंगे। उन्हें अपने एंड्रायड मोबाइल पर मतदान के पहले नए एपकी जानकारी दी जाएगी। एप में पीठासीन पदाधिकारी यह भी जानकारी देंगे कि उनके मतदान केंद्र पर कितने दिव्यांग मतदाताओं ने वोट डाले तथा उन्हें क्या सहायता दी गई।
निष्पक्ष बिहार पंचायत चुनाव 2021 को हर ईवीएम का होगा अपना आईडी नंबर
पंचायत चुनाव को निष्पक्ष बनाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन की ओर से तमाम उपाय किए जा रहे हैं। इसी कडी में ईवीएम की जांच, ट्रैक करने और स्कैनिंग के भी उपाय किए जा रहे हैं। प्रत्येक ईवीएम का अपना आईडी नंबर होगा, जिससे जानकारी मिल जाएगी कि कौन-सी ईवीएम किस प्रखंड और किस बूथ पर इस्तेमाल की जा रही है।
आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ईवीएम के प्रथम स्तरीय जांच करा लें। अधिकतम मतदान केंद्र वाले प्रखंडों में ईवीएम को दो भागों में रखा जाएगा। पहला ए सेट तथा दूसरा बी। बॉक्स में रखे सभी ईवीएम के आईडी संख्या ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम( ईएमएस) के माध्यम से ट्रैक भी की जाएगी। ए सेट की ईवीएम को जिस प्रखंड में अधिक मतदान केद्र है, वहां भेजा जाएगा। इस व्यवस्था की जिलाधिकारी और आयोग दोनों निगरानी करेंगे।
पंचायत चुनाव समाप्त होने या मतगणना समाप्त होने के बाद ईवीएम कंट्रोल यूनिट के डेटा को डिलीट कर दिया जाएगा तथा संबंधित राज्य या जिले को लौटा दिया जाएगा। केरल से पटना 13 हजार से अधिक ईवीएम मंगाई गई है, जिसे नौबतपुर और बाढ़ में रखा गया है। ईवीएम का इंजीनियरों द्वारा सत्यापन कर लिया गया है। पटना जिले में 4704 मतदान केंद्र हैं जिसमें 4354 मूल मतदान केंद्र तथा 350 सहायक मतदान केंद्र है।
मतदान कराने के लिए कुल 13 हजार 963 ईवीएम मंगाई गई है, जिसमें बैलेट यूनिट की संख्या 7953 तथा कमांड यूनिट की संख्या 6010 है। ईवीएम को भौतिक सत्यापन करने के बाद उसे मतदान केंद्रों के लिए भेजा जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने पटना जिले में 13 प्रखंडों के लिए प्रेक्षकों की तैनाती कर दी है। शेष 10 प्रखंडों के प्रेक्षकों की सूची जल्द जारी होगी।
खर्च कर सकेंगे प्रत्याशी पदनाम खर्च की अधिकतम सीमा
मुखिया | 40 हजार |
सरपंच | 40 हजार |
पंच | 20 हजार |
वार्ड सदस्य | 20 हजार |
पंचायत समिति सदस्य | 30 हजार |
जिला परिषद सदस्य | 1 लाख |
बिहार पंचायत चुनाव 2021 ऑनलाइन दाखिल कर सकेंगे नामांकन
राज्य में विधानसभा आम चुनाव की तर्ज पर कोरोना काल को देखते हुए पंचायत चुनाव में भी सभी पदों के प्रत्याशियों को ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने का मौका मिलेगा। साथ ही प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन शुल्क भी जमा करा सकेंगे। कोविड महामारी को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, पंच, पंचायत समिति और जिला परिषद पद के प्रत्याशियों को ऑनलाइन bihar panchayat chunav 2021 नामांकन की सुविधा दी है। साथ ही वह ऑनलाइन नामांकन शुल्क भी जमा करा सकेंगे।
आयोग के अनुसार नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद प्रत्याशियों के लिए आवश्यक है कि वह भौतिक रूप से निर्वाची पदाधिकारी (आरओ) के पास उपस्थित होकर ऑनलाइन किये गये नामांकन पत्र की प्रति और नाजिरी रसीद की प्रति जमा कराएं। प्रत्याशी के अलावा कोई भी दूसरा व्यक्ति नामांकन पत्र दाखिल नहीं करेगा। एक प्रत्याशी दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल कर सकता है। इसमें एक सेट में ही नामांकन शुल्क जमा कराना होगा,दूसरे सेट में नामांकन शुल्क की छाया प्रतिजमा करानी होगी। पंचायत चुनाव में किसी भी पद पर नामांकन करनेवाले प्रत्याशियों का नामांकन शुल्क वापस नहीं होता है।
दागी मुखिया भी लड़ सकेंगे पंचायत चुनाव
जिन मुखियों पर योजनाओं में गड़बडी करने का आरोप है तथा पंचायती राज विभाग की ओर से दोषी करार नहीं दिया गया है, ऐसे मुखिया या पंचायत प्रतिनिधि इस बार का पंचायत चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड के 10 मुखिया पर राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है, लेकिन पटना में 8 दागी मुखिया पर अभी तक पंचायती राज विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पिछले एक माह से पटना में आठ मुखियों के चुनाव को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन पंचायती राज विभाग द्वारा उन्हें अब तक दोषी करार नहीं दिया गया है। इसीलिए चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगायी गयी है। इसमें पालीगंज, धनरूआ, पटना सदर, नौबतपुर और बिहटा प्रखंडों के मुखिया शामिल थे। उन पर आरोप था कि नली गली तथा जल जीवन हरियाली मद में मिली राशि का दुरुपयोग किया है। ऐसी स्थिति में जिला पंचायत राज पदाधिकारी की अनुशंसा पर डीएम ने पिछले साल इन मुखियों पर कार्रवाई के लिए पत्र भेजा था लेकिन विभाग की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है और न ही इस संबंध में दिशानिर्देश प्राप्त हुआ इसीलिए ऐसे मुखियों के चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई गई है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021: पहला चरण के लिए नॉमिनेशन शुरू
बिहार में पहले चरण के पंचायत चुनाव के लिए 1 सितम्बर 2021 को अधिसूचना जारी हो गई। अधिसूचना के मुताबिक पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो जाएगी। बुधवार को सभी संबंधित जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत द्वारा चुनाव को लेकर सूचना का प्रकाशन किया गया। नामांकन पत्र 8 सितंबर तक दाखिल किए जाएंगे और 11 सितंबर तक नामांकन पत्रों की समीक्षा की अंतिम तिथि होगी। 13 सितंबर तक नामांकन पत्र की वापसी होगी। उसी दिन प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होगी और उनको प्रतीक चिह्न आवंटित किया जाएगा। इस चरण का मतदान 24 सितंबर को होगा। पहले चरण में छह पदों के लिए चुनाव होगा।
पालीगंज में 115 प्रत्याशियों का निर्विरोध जीतना तय
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में छह पदों का निर्वाचन होना है। 23 पंचायतों के 1.95 लाख मतदाता 29 सितंबर को मताधिकार का प्रयोग करेंगे। नाम वापसी के अंतिम दिन शनिवार की देर शाम तक प्रत्याशियों के बीच चुनाव चिह्न बांटे गये। नाम वापस लेने वालों में नौ मुखिया प्रत्याशी, चार सरपंच, एक पंचायत समिति सदस्य, दस वार्ड सदस्य व एक पंच प्रत्याशी शामिल हैं। जिला परिषद का एक भी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया। निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ चिरंजीव पांडेय के अनुसार नाम वापसी के बाद अब 2384 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। नाम वापसी के साथ ही पंचायतों के 115 प्रत्याशियों को निर्विरोध ताज मिलना तय हो गया है। इनमें 113 पंच व 2 वार्ड सदस्य शामिल हैं। अनुमंडल निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी व भयमुक्त वातावरण में पंचायत चुनाव संपन्न कराने को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बकौल एसडीएम चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में सिगोड़ी व पालीगंज थाने में छह प्रत्याशियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
बिक्रम में 336 प्रत्याशियों ने नामांकन के पर्चे भरे
ब्लॉक परिसर में शनिवार को नामांकन केन्द्र पर पंचायत चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने वाले प्रत्याशियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रत्याशियों के समर्थक बड़ी संख्या में विभिन्न पदों के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों के साथ ब्लॉक ऑफिस के गेट तक पहुंचे। शनिवार को नामांकन पत्र भरने का तीसरा दिन था। 336 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरे। नामांकन पत्र भरने वालों में पंचायत समिति पद के लिए 32, मुखिया पद पर 24 , वार्ड सदस्य के लिए 188 , सरपंच के लिए 20 और ग्राम कचहरी के पंच पद पर 72 लोग शामिल थे। मौके पर स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये थे।
दूसरा चरण: 34जिलों के 48 प्रखंडों में शुरू हुआ नामांकन
बिहार में पंचायत चुनाव के पहले चरण में मतदान के पूर्व ही 830 ग्राम कचहरी पंच और 26 ग्राम पंचायत सदस्य (वार्ड सदस्य) तथा 01 पंचायत समिति सदस्य व 01 जिला परिषद सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए। पहले चरण के चुनाव को लेकर नामांकन पत्रों की जांच व प्रतीक आवंटन की कार्रवाई हो चुकी है। आयोग के अनुसार पहले चरण के 10 जिलों के 12 प्रखंडों में ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 2233 पदों में से 26 पदों, पंच के 2233 पदों में 830, जिला परिषद के 22 में एक, पंचायत समिति सदस्य के 195 पदों में एक पद के लिए निर्विरोध निर्वाचन किया गया। आयोग के अनुसार ग्राम कचहरी के कुल 2233 पदों में से 71 पदों व ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 2233 पदों में एक पद के लिए कोई भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया।
बिहार में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण को लेकर 34 जिलों के 48 प्रखंडों में नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया 13 सितंबर तक होगी। नामांकन पत्रों की जांच 16 सितंबर तक. नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 18 सितंबर तक और उसी दिन प्रतीकों का आवंटन भी किया जाएगा।
दूसरे चरण के bihar panchayat chunav 2021 के तहत 29 सितंबर को मतदान होगा। 01 व 02 अक्टूबर को इस चरण के चुनाव को लेकर परिणाम जारी कर दिया जाएगा। वार्ड सदस्यों के लिए अधिक हो रहे नामांकन : पहले चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के रुझान के तहत सबसे अधिक दावेदारी वार्ड सदस्य के पदों के लिए देखी जा रही है। सोमवार तक कुल दाखिल किए गए 10,225 नामांकन पत्रों में सर्वाधिक 6059 नामांकन पत्र वार्ड सदस्य के लिए दाखिल किए गए है।
पर्दानशीं महिलाएं नहीं कर सकेंगी bihar panchayat chunav 2021 में माजी मतदान
बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान बूंघट या पर्दानशीं महिलाएं फर्जी मतदान नहीं कर पाएंगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने पर्दे में रहने वाली महिलाओं की पहचान को लेकर मतदान केंद्रों पर महिलाकर्मियों को प्रतिनियुक्त करने का निर्णय लिया है। आयोग ने स्वच्छ एवं शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है।
सूत्रों ने बताया कि बूथों पर तैनात होने वाली महिलाकर्मियों को प्रतिदिन 250 रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। जिन बूथों पर पर्दा में रहने वाली महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहां अलग से महिला चुनावकर्मी की तैनाती की जाएगी। वे महिलाओं की पहचान करेंगी और इसके बाद ही महिला मतदाता वोट दे पाएंगी। राज्य में पंचायत चुनाव के लिए मतदाताओं की संख्या 6 करोड़ 38 लाख है। इनमें महिला मतदाता 3 करोड़ 3 लाख हैं । पहले चरण के 10 जिलों के 12 प्रखंडों में चुनाव को लेकर 24 सितंबर को मतदान होगा। 26 सितंबर को मतगणना के साथ ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
विभिन्न जिलों के इन प्रखंडों में शुरू हुआ नामांकन
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में पटना के पालीगंज प्रखंड में नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। वहीं, बक्सर के राजपुर, रोहतास के रोहतास व नौहटा, नालंदा के थरथरी व गिरियक, कैमूर के दुर्गावती, भोजपुर के पीरो, गया के टिकारी व गुरारू, नवादा के कौआकोल, औरंगाबाद के नवीनगर, जहानाबाद के घोषी, अरवल के अरवल, सारण के मांझी, सीवान के सीवान सदर, गोपालगंज के विजयीपुर, वैशाली के हाजीपुर, मुजफ्फरपुर के मड़वन, सरैया, पूर्वी चंपारण के मधुबन, फेनहारा, तेतरिया,
पश्चिमी चंपारण के चनपटिया, सीतामढ़ी के चोरौत व नानपुर, दरभंगा के बेनीपुर व अलीनगर, मधुबनी के पंडौल व रहिका, समस्तीपुर में ताजपुर, पूसा, समस्तीपुर, सुपौल के प्रतापगंज, सहरसा के कहरा, मधेपुरा के मधेपुरा, पूर्णियां के बनमनखी, कटिहार के कुर्सेला, कटिहार, हसनगंज, डंडखोरा, अररिया के भरगामा, बेगुसराय के भगवानपुर, खगड़िया के जिला प्रा. नि. क्षे. संख्या 17 एवं 18, मुंगेर के टेटियाबम्बर, जमुई के ई. अलीगंज, भागलपुर के जगदीशपुर तथा बांका के बांका प्रखंड में भी उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल करने शुरू किए।
‘आशा’ औरपीडीएस दुकानदार भी लड़ सकते हैं पंचायत चुनाव
आशा कार्यकर्ता एवं जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को पंचायत चुनाव लड़ने को लेकर तरह-तरह की बातें की जाती हैं। कुछ लोग कहते हैं कि चुनाव लड़ सकते हैं तो कुछ लोग चुनाव नहीं लड़ने की बात कहते हैं लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संशय को दूर कर दिया है। बताया गया कि आशा कार्यकर्ता एवं जन वितरण प्रणाली के दुकानदार चुनाव लड़ सकते हैं, बशर्ते वे अन्य उम्मीदवारों की तरह योग्यता रखते हों।
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका पंचायत चुनावन तो लड़ सकते हैं और न ही प्रस्तावक बन सकते हैं। आयोग द्वारा जो निर्देश जारी किया गया है उसमें नामांकन के समय निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में अभ्यर्थी और उनके एक प्रस्तावको जाने की इजाजत होगी। नामांकन और नाम वापसी सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक निर्धारित की गई है। निर्वाची पदाधिकारी या उसकी अनुस्थिति में प्राधिकृत सहायक निर्वाची पदाधिकारी नामांकन पत्रलेंगे। यदि किसी प्रत्याशी के नामांकन में लिपिकीय त्रुटि हो गई है या नामांकन पत्र के कोई कॉलम खाली रह गया है तो ऐसी स्थिति में निर्वाची पदाधिकारी अभ्यर्थी से पूरा करा सकते हैं।
पहली बार ईवीएम व मत पेटिका दोनों से मतदानः
बिहार में पहली बार पंचायत चुनाव के पहले चरण के दौरान ईवीएम व मतपेटिका दोनों माध्यमों से मतदान होगा। चार पदों मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य के लिए ईवीएम से जबकि पंच व सरपंच के पदों के लिए मतपेटिका से मतदान होगा। पहले चरण के लिए 219 मतदान केंद्र राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण के चुनाव को लेकर 2119 मतदान केंद्रों का गठन किया गया है। ये मतदान केंद्र 1609 भवनों में बनाए गए हैं। आयोग के निर्देश पर मतदाताओं की सुविधा के लिए उनके आवासीय क्षेत्र के समीप स्थिति सरकारी भवनों में ही मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की राशि से होने वाले कार्यो पर कोई रोक नहीं
बिहार में पंचायत चुनाव करीब तीन माह तक जारी रहेगा। इस बीच राज्य में अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की राशि से योजनाओं का क्रियान्वयन होगा। bihar panchayat chunav 2021 को लेकर उस पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद लाग आदर्श आचार संहिता का अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की राशि से होने वाले कार्यो पर कोई रोक नहीं रहेगी। इस राशि से योजनाओं की स्वीकृति भी दी जा सकेगी।
आयोग के अनुसार राज्य के राष्ट्रीय उच्च पथ एवं मुख्य सड़कों के निर्माण पर भी इस दौरान कोई पाबंदी नहीं रहेगी। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत पूर्व से चल रही योजनाओं के कार्यान्वयन पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। आपात योजनाएं जैसे बाढ़ निरोधक योजनाओं, सूखा अथवा अभावग्रस्त क्षेत्र से संबंधित योजनाओं आदि को पंचायत चुनाव की अवधि में प्रारंभ करने में कोई पाबंदी नहीं रहेगी। सरकारी कार्यालयों के आधुनिकीकरण पर भी कोई पाबंदी नहीं रहेगी। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाएं जिसके क्रियान्वयन में पंचायत राज संस्था की भूमिका नहीं है, उस पर आदर्श आचार संहिता लागू नहीं होगी।
तीसरे चरण की अधिसूचना आज, नामांकन कल से
बिहार में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के चुनाव को लेकर जिलों में गुरुवार को अधिसूचना जारी होगी। तीसरे चरण में 35 जिलों के 50 प्रखंडों में छह पदों के लिए चुनाव होगा। इस चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया 16 सितंबर से शुरू होगी। 22 सितंबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। 25 सितंबर को नामांकन पत्रों की समीक्षा होगीगी। 27 तक नामांक पत्र वापस लिए जा सकेंगे और उसी दिन प्रत्याशियों को प्रतीक चिह्न का आवंटन किया जाएगा। 08 अक्टूबर को मतदान होगा।
तीसरे चरण में पटना के नौबतपुर व बिक्रम, बक्सर के डुमरांव, रोहतास के काराकाट, नालंदा के सिलाव, नगरनौसा, कैमूर के चैनपुर, भोजपुर के जगदीशपुर, गया के मोहड़ा, अतरी व नीमचकबथानी, नवादा के रजौली, औरंगाबाद के बारूण, जहानाबाद के रतनीफरीदपुर, अरवल के कुर्था, सारण के गड़खा, सीवान के हुसैनगंज व हसनपुरा, गोपालगंज के भोरे, वैशाली के जन्दाहा, मुजफ्फरपुर के सकरा व मुरौल, पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया व घोड़ासहन, पचिमी चंपारण के नरकटियागंज, सीतामढी के बोखडा व बथनाहा, दरभंगा के बहेड़ी, मधुबनी के फुलपरास व खुटौना, समस्तीपुर के उजियारपुर व दलसिंहसराय, सुपौल के छातापुर, सहरसा के पतरघट, मधेपुरा के गम्हरिया व घैलाढ, पूर्णियां के बी.कोठी व भवानीपुर, कटिहार के कोढा, अररिया के रानीगंज, लखीसराय के हलसी, बेगूसराय के वीरपुर व डंडारी, खगड़यिा के गोगरी जि. प्रा. नि. क्षे. सं.15 एवं परबत्ता जि. प्र.नि.क्षे. सं.16, मुंगेर के संग्रामपुर, जमुई के जमुई व गिद्धौर, भागलपुर के सन्हौला, बांका में रजौन प्रखंडों में पंचायत चुनाव निर्धारित है।
संपत्ति का गलत ब्योरा देने वाले पंचायत प्रतिनिधियों पर होगी कार्रवाई : सम्राट
पंचायत चुनाव में संपत्ति का गलत ब्योरा देने वालों पर कार्रवाई होगी। खासकर वैसे लोग जो अपने शपथ पत्र में सपंत्ति के बारे में गलत जानकारी देंगे। सरकार ऐसे लोगों पर लोक प्रहरी के माध्यम से कार्रवाई करेगी। __सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हम चुनाव को लेकर तैयार हैं। पहले उन इलाकों में चुनाव कराए जाएंगे, जहां बाढ़ का प्रभाव नहीं है।
जैसे-जैसे बाढ़ का पानी कम होगा वैसे-वैसे बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी चुनाव कराए जाएंगे। इस बार सरकार की नजर भ्रष्टाचार करने वालों पर भी है। जो भी इस बार चुनाव में नामांकन का पर्चा दाखिल करेंगे, उन्हें संपत्ति की घोषणा करनी होगी।अगर गलत संपत्ति की घोषणा की तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। गलत संपत्ति की घोषणा करने पर सरकार नियम 18 (5) के तहत कार्रवाई करेगी।
ऐसे पंचायत प्रतिनिधियों की बर्खास्तगी भी होगी। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन भी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। सरकार की मंशा है कि चुनावी मैदान में उतरने वाले लोग वैक्सीन लेकर ही उतरें। जो लोग वैक्सीन नहीं लेंगे वह अपराध करेंगे।
पालीगंज में आज से शुरू होगा नामांकन
पटना में दूसरे चरण में पालीगंज प्रखंड की 23 पंचायतों में चुनाव होगा। इसके आलोक में सोमवार को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पालीगंज, बिक्रम और नौबतपुर प्रखंडों में चुनाव की तैयारी का जायजा लिया। __पालीगंज में 29 सितंबर कोमतदान होना है। इसके लिए पीसीसीपी 175, सेक्टर मजिस्ट्रेट 23, जोनल दंडाधिकारी 5, सुपर जोनल दंडाधिकारी दो की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। क्रिटिकल मतदान केंद्रों की संख्या 207 तथा सामान्य मतदान केंद्रों की संख्या 128 है।
सभी संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। डीएम ने नामांकन कार्य की तैयारी का अवलोकन किया। साथ ही बज्रगृह एवं मतगणना कक्ष का भी निरीक्षण किया। पालीगंज में आईटीआई खिरी मोड़ में वज्रगृह एवं मतगणना कक्ष बनाए गए हैं। पहले चरण में अबतक 10225 नामांकन पत्र दाखिलः राज्य में पंचायत चुनाव के पहले चरण के चुनाव को लेकर 10225 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। राज्य के दस जिलों के 12 प्रखंडो में पहले चरण का चुनाव होना है।
इस चरण के लिए 08 सितंबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। अबतक दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में सर्वाधिक 5959 नामांकन वार्ड सदस्य के पद के लिए दाखिल किए गए है। नामांकन पत्र दाखिल करने वालो में 4966 पुरुष और 5259 महिला उम्मीदवार शामिल है।
प्रथम चरण का कार्यक्रम
नाम निर्देशन की प्रारंभ तिथि | 7 सितंबर |
नाम निर्देशन की अंतिम तिथि | 13 सितंबर |
संवीक्षा की अंतिम तिथि | 16 सितंबर |
नाम वापसी की अंतिम तिथि | 18 सितंबर |
प्रतीक आवंटन की तिथि | 18 सितंबर |
मतदान की तिथि | 29 सितंबर |
मतगणना की तिथि | 1 अक्टूबर एवं 2 अक्टूबर |
पटना में चुनाव में 2703 मजिस्ट्रेट होंगे तैनात
पटना जिले में 29 सितंबर से पंचायत चुनाव की शुरुआत होगी। चुनाव में 2703 मजिस्ट्रेट तैनात होंगे। पटना में दूसरे चरण से पंचायत चुनाव शुरू हो रहा है। दूसरे चरण में केवल पालीगंज प्रखंड में चुनाव होगा। इसके आलोक में बुधवार को चुनाव कर्मियों की डयूटी लगाई गई। पटना में इस बार 24 हजार 290 कर्मचारी पंचायत चुनाव कराएंगे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और प्रेक्षकों की उपस्थिति में बुधवार को एनआईसी के सॉफ्टवेयर के जरिए कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई। कंप्यूटर से कर्मियों का रैंडम चयन किया गया।
पंचायत चुनाव में किसी कर्मचारी की अधिकतम दो चरण में ही ड्यूटी लगाई जाएगी। पहली ड्यूटी के बाद दो चरण के बाद ही दूसरी ड्यूटी लगाई जाएगी। अगर किसी कर्मी की मतदान कार्य में ड्यूटी लगाई गई है तो उसको मतगणना कार्य से मुक्त रखा जाएगा। हालांकि निर्वाचन आयोग ने किसी कर्मी को अधिकतम 5 चरण में ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है। पटना जिले में 7274 कर्मचारियों की दोबारा डयूटी लगाई गई है। मतगणना कार्य के लिए 4416 कर्मियों की ड्यूटी लगी है। इसके तहत माइक्रो ऑब्जर्वर 1444, मतगणना सुपरवाइजर 1509, मतगणना सहायक 1463 का रेंडमाइजेशन किया गया। मौके पर कार्मिक कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता अरुण कुमार झा, रंजीत कुमार सहित कई अफसर रहे। बुधवार को कर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगाने के दौरान कई नेताओं की सिफारिश आती रही।
पंचायत चुनाव पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर :
पंचायत चुनाव पर रोक लगाने के लिए पटना हाईकोर्ट में एक अर्जी दायर की गई है। मधुबनी के अमीर जफर की ओर से दायर अर्जी में कहा गया है कि प्रदेश में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कोरोना से डरे हुए हैं। इसलिए चुनाव पर रोक लगे।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में इन कार्यों पर रहेगी रोक
- मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना, 15 वें वित्त आयोग में प्राप्त निधि से पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा संचालित योजनाएं, ग्रामीण क्षेत्र में सोलर लाईट लगाने की योजना इत्यादि यदि पूर्व से स्वीकृत है और जिनका क्रियान्वयन शुरू हो गया है, उन पर रोक नहीं रहेगी। लेकिन नए सिरे इन योजनओं की स्वीकृति एवं पूर्व से स्वीकृति के बावजूद कार्य शुरू नहीं हुआ है, उनमें कार्य आरंभ करने पर रोक रहेगी।
- अन्य सभी नई योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना सहित जिनमें पंचायती राज संस्था के प्रतिनिधियों की प्रत्यक्ष या परोक्ष भूमिका हो, इनका प्रारंभ या क्रियान्वयन नहीं किया जाएगा।
- किसी विशेष समुदाय के लिए छात्रावास, विद्यालय भवन निर्माण या अन्य प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं में चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक क्रियान्वयन, शिलान्यास अथवा उद्घाटन पर पाबंदी रहेगी।
- बाल विकास परियोजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका और सहायिका के चयन, जिसमें ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की प्रत्यक्ष भूमिका होती है, पर प्रतिबंध रहेगा।
- सांसद एवं विधायक फण्ड से किसी भी नयी योजनाओं की स्वीकृति या उसके कार्यान्वयन पर पाबंदी रहेगी।
सात सितंबर से शुरू होगा नामांकन पटना में
पटना जिले में 29 सितंबर से 12 दिसंबर के बीच पंचायत चुनाव होगा। यहां पहले चरण में किसी भी प्रखंड में चुनाव नहीं है। द्वितीय चरण से यहांशुरुआत होगी। द्वितीय चरण में सबसे पहले पालीगंज प्रखंड में चुनाव होगा। इसके लिए 29 सितंबर की तिथि निर्धारित की गई है। इस चरण के लिए सात सितंबर से नामांकन शुरू होगा जो 13 सितंबर तक चलेगा।
ग्यारहवें चरण यानि अंतिम चरण में मनेर और दानापुर प्रखंड में मतदान होगा। इस चरण के लिए 12 दिसंबर को मतदान की तिथि निर्धारित की गई है। अंतिम चरण में चुनाव के लिए 18 नवंबर को नामांकन शुरू होगा, जो 24 नवंबर तक चलेगा। नामांकन पत्र कार्यालय अवधि में प्रखंड मुख्यालयों पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय में लिया जाएगा।
मुजफ्फरपुर में 29 लाख मतदाता वोट डालेंगे बिहार पंचायत चुनाव 2021 में
जिले में 10 चरणों में होने वाले पंचायत चुनाव में कुल 29 लाख मतदाता वोट डालेंगे। पंचायत सरकारों के गठन में इन मतदाताओं की महती भूमिका होगी। मतदाताओं की संख्या की बात करें तो कुढ़नी में सर्वाधिक तीन लाख तो मुरौल में सबसे कम 63 हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल हैं। मंगलवार को पंचायत चुनव की अधिसूचना जारी होने के अगले दिन बुधवार से ही मतदाता सूची के विखंडन का काम शुरू हो गया है।
छह पदों के लिए होनो वाले इस । चुनाव में चार पद पर ईवीएम से वदो पद : का चुनाव बैलेट पेपर से किया जाएगा। पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पिछले विधानसभा चुनावसे लिया गया है।
विधानसभा के बाद जोड़े गए नाम पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में शामिल कर लिए गए हैं। जिला स्तर पर इस मतदाता सूची का पंचायतवार विखंडन शुरू हो गया है। मतदाता सूची में कुल 29.84 लाख नाम शामिल हैं, जिनमें से नगर निकाय में शामिल हुए पंचायतों के मतदाताओं के नाम विलोपित किये जाएंगे।
हफ्ते भर में वोटर लिस्ट का प्रकाशन
मतदाता सूची का प्रकाशन एक सप्ताह के भीतर कर लिया जाएगा व उसके बाद लोगों से दावा आपत्ति ली जाएगी। पंचायती राज अधिकारी फैयाज अख्तर ने बताया कि मतदाता सूची के विखंडन का काम दो दिन में पूरा हो जाएगा। उसके बाद म प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू होगी।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 हेल्पलाइन नंबर
हेल्पलाइन नंबर 1800-3457-243 पर कर सकेंगे संपर्क आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर हेल्पलाइन नंबर 1800-3457-243 जारी किया है। हेल्पलाइन नंबर पर कोई भी मतदाता अपनी शिकायत, सुझाव या जानकारी दे सकेंगे और उसका उत्तर प्राप्त कर सकेंगे। हेल्पलाइन नंबर को लेकर आयोग में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में 02 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ.दीपक प्रसाद ने बताया कि पहले चरण के चुनाव को लेकर 01 सितंबर को जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत सह जिलाधिकारी द्वारा सूचना का प्रकाशन किया जाएगा। 02 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होगा। इनमें कैमूर का कुदरा, रोहतास के दावथ, संझौली, गया के बेलागंज, खिजरसराय, नवादा का गोविंदपुर, औरंगाबाद का औरंगाबाद, जहानाबाद का काको, अरवल के सोनभद्र-वंशीसूर्यपुर, मुंगेर का तारापुर, जमुई का सिकंदरा एवं बांका के धोरैया प्रखंडों में चुनाव होगा।
bihar panchayat chunav 2021 पंचायत चुनाव कार्यक्रम
मतदान कार्यक्रम | 1 चरण | 2 चरण | 3 चरण | 4 चरण | 5 चरण | 6 चरण | 7 चरण | 8 चरण | 9 चरण | 10 चरण | 11 चरण |
सूचना का प्रकाशन | 01.09.2021 | 06.09.2021 | 15.09.21 | 24.09.2021 | 29.09.2021 | 04.10.2021 | 18.10.21 | 20.10.21 | 22.10.21 | 25.10.21 | 17.11.21 |
नामांकन प्रारंभ | 02 .09 .21 | 07 .09 .21 | 16.09.2021 | 25 .09 .21 | 30 .09 .21 | 05.10 .21 | 19.10.21 | 21.10.21 | 23.10.21 | 26.10.21 | 18.11.21 |
अंतिम तिथि | 08 .09 .21 | 13.09 .21 | 22 .09 .21 | 01.10 .21 | 06 .10 .21 | 11.10 .21 | 25.10.21 | 27.10.21 | 29.10.21 | 01.11.21 | 24.11.21 |
संवीक्षा की अंतिम तिथि | 11 .09.21 | 16.09 .21 | 25 .09 .21 | 04 .10 .21 | 09 .10 .21 | 16.10 .21 | 28.10.21 | 30.10.21 | 01.11.21 | 05.11.21 | 27.11.21 |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 13.09 .21 | 18.09 .21 | 27 .09 .21 | 06 .10 .21 | 11.10 .21 | 18 .10 .21 | 30.10.21 | 01.11.21 | 03.11.21 | 08.11.21 | 29.11.21 |
चिह्न आवंटन की तिथि | 13.09 .21 | 18.09 .21 | 27 .09 .21 | 06 .10 .21 | 11.10 .21 | 18 .10 .21 | 30.10.21 | 01.11.21 | 03.11.21 | 08.11.21 | 29.11.21 |
मतदान की तिथि | 24 .09 .21 | 29 .09 .21 | 06.10 .21 | 20 .10 .21 | 24.10.21 | 03.11.21 | 15.11.21 | 24.11.21 | 29.11.21 | 08.12.21 | 12.12.21 |
मतगणना की तिथि | 26-27 .09 .21 | 01-02 .10 .21 | 10-11 .10 .21 | 22-23 .10 .21 | 26-27 .10.21 | 13.14 11.21 | 1718 11.21 | 26-27 11 .21 | 01-02 12 .21 | 1011 12 .21 | 14-15 12 .21 |
मतदान का चरण | मतदान की तिथि | जिलों की संख्या | प्रखंडों की संख्या | मतदान केन्द्रों की संख्या | मतदान भवनों की संख्या |
पहला चरण | 24.09.2021 | 10 | 12 | 2119 | 1609 |
दूसरा चरण | 29.09.2021 | 34 | 48 | 9686 | 6543 |
तीसरा चरण | 08.10.2021 | 35 | 50 | 10634 | 6942 |
चौथा चरण | 20.10.2021 | 36 | 53 | 11318 | 7729 |
चौथा चरण | 24.10.2021 | 38 | 58 | 12056 | 781”0 |
पांचवां चरण | 03.1J .2021 | 37 | 57 | 11959 | 7862 |
छठा चरण | 15.1J.2021 | 37 | 63 | 12786 | 8225 |
सातवां चरण | 24.11.2021 | 36 | 55 | 11527 | 7398 |
आठवां चरण | 29.11.2021 | 35 | 53 | 12341 | 7598 |
नौवां चरण | 08.12.2021 | 34 | 53 | 11398 | 7143 |
10 वां चरण | 12.12.2021 | 20 | 38 | 8067 | 4877 |
ईवीएम सील करने की प्रक्रिया शुरू
पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही ईवीएम सीलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। सिकंदरपुर स्थित वेयर हाउस में ईवीएम की फर्स्ट लेबल चेकिंग के बाद उसकी सीलिंग शुरू हो गई है। पंचायत चुनाव के लिए दूसरे राज्यों से इस बार तीस हजार ईवीएम मंगाये गए हैं। ईवीएम को सील करने के बाद एक बार फिर इसकी जांच उम्मीदवारों के समक्ष की जाएगी। उसके बाद ईवीएम को चुनाव के दौरान ही निकाला जाएगा और सीधे पंचायतों में बने कलस्टर पर भेज दिया जाएगा। कलस्टर से यह ईवीएम चुनाव के दिन बूथ तक पहुंचेंगे। 18 अभियंताओं के दल ने ईवीएम की एफएलसी का काम पूरा कर लिया है
पंचायत चुनाव के लिए चुनाव चिह्न तय | Election symbol fixed for Panchayat elections
राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरी bihar panchayat chunav 2021 के लिए पदवार चुनाव चिह्न निर्धारित किए हैं। अलग-अलग पदों के लिए करीब-करीब सवा सौ चुनाव चिह्न निर्धारित किए हैं। इसके बावजूद आयोग ने 12 प्रतीक चिह्न सुरक्षित (रिजर्व) रखे हुए हैं। आवश्यकता पड़ने पर इन्हें भी उपयोग में लाया जा सकेगा और किसी प्रत्याशी को आवंटित किया जाएगा। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष मार्च महीने में ही प्रतीक चिह्न निर्धारित किए गए थे।
ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए गेहं की बाली, पीपल का पत्ता, घड़ा, चश्मा, कुल्हाड़ी, टेबल फैन और नाव समेत 20 प्रतीक चिह्न निर्धारित किए गए हैं।
मुखिया पद के प्रत्याशियों को मोतियों की माला, ढोलक, कलम दवात, टेंपो, पुल, बैंगन, मोर, हंसिया,, कैमरा, ब्रश और डीजल पंप समेत 36 प्रकार के चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। जबकि ग्राम कचहरी के पंच के लिए गुडिया, चापाकल, कुर्सी, टार्च, सीढ़ी, तराज, डमरू के साथ बल्ला और कबूतर जैसे चुनाव चिह्न निर्धारित किए गए हैं।
पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशी नारियल, चारपाई, कप प्लेट, कंघा, बरगद का पेड़, कुदाल जैसे चुनाव चिह्न के साथ मैदान में उतरेंगे। इनके अलावा जिला परिषद सदस्यों के लिए पतंग, लेडी पर्स, लेटर बाक्स, ताला चाभी, मक्का, प्रेशर कूकर, रेल इंजन, स्लेट समेत 20 प्रकार के चुनाव चिह्न बनाए गए हैं। जिनके आधार पर प्रत्याशी मैदान में अपनी जगह बनाएंगे।
इन चुनाव चिह्न के अतिरिक्त करीब दर्जन भर चुनाव चिह्न आयोग ने रिजर्व रखे हैं। इन रिजर्व चुनाव चिह्न में कोट, जोड़ा हिरण, अलमीरा, अंगूठी, शेख, ब्रीफकेस, मुर्गा, लिफाफा, हैंगर, तुरही कछुआ और गुब्बारा हैं। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार इन रिजर्व प्रतीक चिह्न का उपयोग विशेष परिस्थिति में एक से अधिक श्रेणियों में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या अधिक होने पर किया जाएगा।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में चुनाव कराना चुनौती
पंचायत चुनाव की तिथियां सामने आ चुकी हैं और अब पंचायतीराज विभाग द्वारा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होने का इंतजार है। वहीं दूसरी ओर, राज्य के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पंचायत चुनाव कराना राज्य निर्वाचन आयोग के लिए चुनौती बनी हुई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों के पंचायतों के मतदान केंद्रों का पुनर्गठन, मतदाता सूची को अद्यतन करने सहित कई प्रक्रियाएं अभी लंबित हैं। आयोग सूत्रों के अनुसार इन क्षेत्रों में पंचायत चुनाव नवंबर व दिसंबर में होने की संभावना है।
सावन अभी समाप्ति की ओर है जबकि पूरा भादो अभी बाकी है। बाढ़ग्रस्त इलाकों के पंचायतों में चुनाव को लेकरतैयारी अगहन से ही शुरूहोने की संभावना है। बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो चके मतदान केंद्रों को अन्यत्र स्थानांतरित करने सहित अन्य कार्य किए जाएंगे। जिला प्रशासन के कर्मी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में जुटे हैं। ऐसे में इन सभी कर्मियों के प्रशिक्षण में भी देरी होने की संभावना है। हालांकि, आयोग ने सभी जिलों में मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश दिया है। जिलों में मतदानकर्मियों की सूची तैयार करचरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण दिए जाने की कार्रवाई शुरू होगी।
आज तय होगी जिले के प्रखंडों में बिहार पंचायत चुनाव 2021 की तिथि | bihar panchayat election 2021 date announcement
राज्य सरकार की ओर से 11 चरण में बिहार पंचायत चुनाव 2021 कराने के फैसले केआलोक में जिले के बाबत गुरुवार को निर्णय हो सकता है। पंचायती राज विभाग इस मुद्दे पर जिले के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग करेगा। गुरुवार को तीन बजे तक इस संबंध में नया निर्देश जारी होने की संभावना है। पंचायत चुनाव संपन्न कराने के मुद्दे पर पंचायती राज विभाग गुरुवार को समीक्षा करेगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों को चरणवार प्रखंडों का नाम तय करने के निर्देश दिए जा सकते हैं।
जिला पंचायती राज अधिकारी फैयाज अख्तर ने बताया कि गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद स्थिति साफ हो जाएगी कि जिले में कितने चरण में चुनाव कराया जाएगा। अभी तक 10 चरण में चुनाव कराने की तैयारी थी, जिसे एक बार रिवाईज कर उसे 11 चरण में किया जा सकता है। पिछली बार जब 10 चरण में चुनाव का निर्णय लिया गया था, तो उस आधार पर जिले में मड़वन व सरैया में प्रथम चरण में चुनाव का निर्णय लिया गया था, जबकि बाढ़ प्रभावित कटरा में 10 वें चरण में चुनाव कराने की अनुशंसा की गई थी। अधिकारी ने बताया कि यह तय है कि बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में अंतिम चरण में चुनाव कराया जाएगा।
bihar panchayat chunav 2021 मतदान में ढाई लाख बैलेट बॉक्स का होगा इस्तेमाल
बिहार में शुरू होने जा रहे पंचायत चुनाव में ढाई लाख से अधिक बैलेट बॉक्स का इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में पुराने बैलेट बॉक्सों की मरम्मत कराकर तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त आवश्यकता के अनुसार नये बैलेट बॉक्सों का भी निर्माण कराया गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने bihar panchayat chunav 2021 के तहत कल छह पदों में से दो पदों पंच व सरपंच के चुनाव को बैलेट बॉक्स के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है। आयोगके सूत्रों के अनुसार ऐसे में राज्य में प्रत्येक बूथ पर कम से कम दो बॉक्स का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही, कुल पदों का 10 फीसदी बैलेट बॉक्स सुरक्षित रखा जाना है।
1.14 लाख बूथों पर होना है मतदान 1.14 लाख बूथों का गठन किया जाना है और इन पर ईवीएम एवं बैलेट बॉक्स दोनों के माध्यम से मतदान होगा। चार पदों मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य के लिए ईवीएम से मतदान कराया जाएगा। पंचायत चुनाव के दौरान करीब दो लाख ईवीएम का भी बैलेट बॉक्स के साथ इस्तेमाल किया जाएगा।
24 अगस्त को bihar panchayat chunav 2021 की घोषणा
सूत्रों के अनुसार बिहार में पंचायत चुनाव की घोषणा 24 अगस्त को आयोग द्वारा की जा सकती है। इसके पूर्व आयोग के स्तर पर सभी जिलों से आवश्यक तैयारियों की जानकारी ली जा रही है।
पुलिस मुख्यालय ने दिये शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश
पंचायत चुनाव कब होंगे यह तय हो गया है जल्द ही इसकी अधिसूचना भी जारी हो जाएगी। ऐसे में शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारियां पुलिस ने शुरू कर दी हैं। पुलिस फोर्स की जरूरतों का आकलन किया जा रहा है और बूथों पर सुरक्षा के इंतजाम भी किए जाएंगे। चुनाव पूर्व अभियान भी छेड़ दिया गया है। इसका मकसद असामाजिक तत्वों के साथ वैसे लोगों पर शिकंजा कसना है जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। अपराधियों की धर-पकड़ के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
24 सितम्बर को पंचायत चुनाव का पहला चरण होना है। कुल 11 चरणों में मतदान होगा। शांतिपूर्ण और हिंसामुक्त चुनाव के लिए पुलिस मुख्यालय ने निर्देश पर अभी से कार्रवाई शुरू कर दी गई है। संवेदनशील इलाकों को चिह्नित किया जा रहा है।
पुलिस को अपने बलबूते कराना होगा चुनाव अर्द्धसैनिक बल मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। पहले हुए पंचायत चुनावों में भी अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई थी। इस बार के चुनाव में भी केन्द्रीय बलों के मिलने की संभावना नहीं है। ऐसे में बिहार पुलिस को अपने बलबूते ही चुनाव कराना होगा। शांतिपूर्ण चुनाव की पूरी जिम्मेदारी बिहार पुलिस और होमगार्ड के कंधों पर होगी। अभी बिहार में 80 हजार से ज्यादा फोर्स हैं। बड़ी संख्या में नई बहाली हुई है।
30 हजार ईवीएम की हुई एफएलसी
पंचायत चुनाव के तहत जिले में ईवीएम मशीनों की फर्स्ट लेबल चेकिंग (एफएलसी) का काम पूरा हो गया है। सिकंदरपुर वेयर हाउस में अन्य राज्यों से आये ईवीएम की एफएलसी हुई है। 18 इंजीनियरों के दल ने 12 दिन में सभी ईवीएम मशीन की एफएलसी की है। एफएलसी के बाद सभी ईवीएम को प्रत्याशियों के सामने जांच के लिए सील कर दिया है।
34 हजार मतदानकर्मियों का तैयार हो रहा ब्योरा
पंचायत चुनाव के लिए आवश्यक करीब 34 हजार मतदानकर्मियों का डेटा तैयार होना शुरू हो गया है। इसके तहत कार्मिक कोषांग ने सभी विभागाध्यक्षों को उनके कर्मियों का पूर्व से बना डेटा उपलब्ध करा दिया है। विभागाध्यक्षों को कहा गया है कि पूर्व के डेटा में संशोधन करते हुए नए कर्मियों के नाम जोडें जाएं व मत व स्थानांतरित कर्मियों के नाम हटा दिए जाएं । मतदाता सूची से उन 12 पंचायतों के मतदाताओं के नाम हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो शहरी निकाय में शामिल हो गए हैं।
जिले में पंचायत चुनाव का प्रखंडवार होगा निर्धारण – Block wise determination of Panchayat elections in the district
बिहार में जिले में पंचायत चुनाव का प्रखंडवार निर्धारण फिर से किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा चुनाव के लिए 11 चरण निर्धारित करने के कारण बदलाव किया जाएगा। इससे पहले पंचायती राज कार्यालय से 10 चरणों में चुनाव का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन राज्य सरकार के नए कार्यक्रम से इसमें बदलाव की जरूरत पड़ेगी। वैसे पंचायत चुनाव के लिए रणनीति बनाई गई है कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड में अंतिम और बाकी प्रखंडों में शुरुआती चरण में चुनाव कराए जाएंगे। पंचायती राज अधिकारी फैयाज अख्तर ने बताया कि मुख्यालय से चरणवार जिले का निर्धारण किया जाना है। उस सूची के अनुसार ही जिले से चुनाव के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
जिले में पंचायत चुनाव के लिए वाहन, मतपत्र, स्वीप व आदर्श आचार संहिता का भी गठन किया जाना है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बादमतदाता सूची के विखंडन का काम शुरू किया जाएगा। जिले में मुखिया के 373 व जिला परिषद के 54 समेत कुल 1100 से अधिक पदों पर चुनाव कराया जाएगा।
इवीएम में चार पदों के प्रत्याशियों के नाम काले, हरे,नीले व लाल रंग में होंगे प्रिंट
बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर ईवीएम में प्रयोग किए जाने वाले बैलेट पेपर की छपाई जिला स्तर पर करायी जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार ग्राम पंचायत मुखिया, ग्राम पंचायत सदस्य, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य के चार पदों पर चुनाव एम-2 ईवीएम के माध्यम से कराया जाना है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 ईवीएम में प्रयोग होने वाले बैलेट पेपर एवं निविदत्त बैलेट पेपर के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले बैलेट पेपर का मुद्रण (छपाई) जिला सतर पर ही पूरी गोपनीयता एवं सुरक्षा बरतते हुए किए जाने का निर्णय लिया गया है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची तैयार होने के 48 घंटे के अंदर बैलेट पेपर की छपाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए पहले से ही प्रिंटिंग प्रेस को नियमानुसार चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है।
प्रत्येक पद हेतु चिन्हित ईवीएम के लिए पांच बैलेट पेपर – Five ballot paper for EVM marked for each post
सोमवार को आयोग के सचिव द्वारा डीएम को दिए गए निर्देश के अनुसार प्रत्येक पद हेतु चिन्हित ईवीएम के लिए पांच बैलेट पेपर प्रति बूथ की दर से एवं निविदत्त (टेंडर) बैलेट पेपर हेतु प्रति मतदान केंद्रवार 20 बैलेट पेपर की दर से बैलेट पेपर की छपाई किए जाएं। इसके अतिरिक्त ईवीएम में प्रयोग होने वाले एवं निविदत्त बैलेट पेपर के लिए 10 फीसदी सुरक्षित बैलेट पेपर अतिरिक्त छपाई की जाए। आयोग ने बैलेट पेपर का आकार व अन्य विशेषताएं ईवीएम के अनुसार ही निर्धारित किया है।
आयोग के अनुसार एक शीट बैलेट पेपर में अधिकतम 16 उम्मीदवारों के नाम होंगे। 16 से कम उम्मीदवार होने पर नीचे के पैनल को खाली रखा जाएगा जबकि 16 से अधिक होने पर बैलेट पेपर शीट-2 पर उसे अंकित किया जाएगा। यदि उम्मीदवारों की संख्या 33 से 48 के बीच हो तो तीन एवं 49 से 64 तक हो तो चार शीट का प्रयोग किया जाएगा। वर्तमान ईवीएम में अधिकतम 64 उम्मीदवारों तक की व्यवस्था है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 मुखिया पद के लिए हरा रंग का होगा बैलेट पेपर आयोग के अनुसार विभिन्न पदों के लिए बैलेट पेपर उजले कागज पर पदवार निर्धारित रंग से छपाई किए जाएंगे। मुखिया पद के लिए हरा रंग, ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए काला रंग, पंचायत समिति सदस्य पद के लिए नीला रंग एवं जिला परिषद सदस्य पद के लिए लाल रंग से छपाई किए जाएंगे। निविदत्त बैलेट पेपर का आकार व विशेषताएं वहीं होगी जो ईवीएम के बैलेट यूनिट में प्रयोग होने वाले बैलेट पेपर की होगी।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में सभी ईवीएम का मतदान पूर्व होगा मॉक पोल
इस बिहार पंचायत चुनाव, 2021 के दौरान मतदान केंद्र पर उपयोग किए जाने वाले सभी ईवीएमकामतदान से पूर्व मॉक पोल करना होगा। पंचायत चुनाव के दौरान चार-चार ईवीएम का सभी मतदान केंद्रों पर इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में किसी एक ईवीएम का मॉक पोल नहीं कर सभीचार ईवीएमका मॉक पोल पीठासीन पदाधिकारी द्वारा कियाजाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने पीठासीन
पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सभी ईवीएम का मॉक पोल करेंगे। राज्य में पंचायत चुनाव के कुल छह में से चार पदों मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्यवजिला परिषद सदस्य के लिए एम-2 मॉडल ईवीएम से चुनाव होना है जबकि दो पदों पंचव सरपंच के लिए बैलेट पेपर व बैलेट बॉक्स के माध्यम से चुनाव होना है। पूरी प्रक्रिया कर दिखानी होगीः आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान पूर्व मॉक पोल के दौरान सभी मतदान एजेंटों को मॉक पोल से संतुष्ट करना होगा। इसके बाद ही मतदान शुरू होगा।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 – बैलेट बॉक्स पर पंचायत व केंद्र का नाम रहेगा – The name of the Panchayat and the center will be on the ballot box.
बिहार में पंचायत चुनाव ईवीएम के साथसाथ बैलेट पेपर व बैलेट बॉक्स से कराए जाने हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि पंचायत चुनाव के दौरान प्रयोग किए जाने वाले सभी बैलेट बॉक्स पर ग्राम पंचायत का नाम और संबंधित मतदान केंद्र का नामजरूर अंकित करें। इसके अतिरिक्त बैलेट बॉक्स पर मतदान की तिथि भी अंकित की जाएगी। इससे मतदान के बाद ईवीएम के अतिरिक्त बैलेट बॉक्सों को सुव्यवस्थित तरीके सेरखाजाना सुनिश्चित हो सकेगा।
बैलेट बॉक्स के बदले जाने या टूटने इत्यादि की घटनाएं नहीं होंगी और पीठासीन पदाधिकारी उसे सुरक्षित मतगणना स्थल तक पहुंचा सकेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान समाप्ति के बाद बॉक्स पर क्रमांक भी अंकित किया जाएगा। एक से अधिक बैलेट बॉक्स का उपयोग किए जाने पर सभी बैलेट बॉक्सों पर क्रमांक अंकित किया जाएगा। दूसरे बैलेट बॉक्स पर 1/2, तीसरे बैलेट बॉक्स पर 1/3 क्रमांक अंकित किए जाएंगे।
आयोग के अनुसार मतदान सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पीठासीन पदाधिकारी को प्राप्त बैलेटबॉक्स को तैयार करने और उन्हें बंद करने और सील करने का तरीका अच्छी तरह मालूम रहना चाहिए।
पीठासीन पदाधिकारी देंगे दूसरा बैलेट पेपर
Bihar panchayat chunav 2021 के दौरान ईवीएम एवं बैलेट पेपर (मतपत्र) दोनों माध्यमों से मतदान कराया जाना है। किसी मतदाता द्वारा बैलेट पेपर प्राप्त करने के बाद यदि उसकी असावधानी, जिसके पीछे उसकी दुर्भावना न हों, उसका बैलेट पेपर खराब हो जाए और उपयोग में लाने लायक नहीं रह जाए और वह उसे लौटना चाहे तो पीठासीन पदाधिकारी अपना समाधान करलेने के बाद उसे दूसरा बैलेट पेपर दे सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वाराजारी दिशा निर्देश के अनुसार इस प्रकार लौटाये गए बैलेट पेपर पर ‘खराब/रद्द किया गया’ शब्द अंकित कर पीठासीन पदाधिकारी अलग पैकेट में रखेंगे।
ईवीएम में वोट डालने के लिए बटन दबाने के बाद पांच सेंकेंड तक पी की आवाज आएगी। मतदाता अपने मताधिकार के इस्तेमाल किए जाने की जानकारी पी आवाज सुनकर प्राप्त कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि हालांकि मतदान पूर्व ईवीएम की जांच के दौरान उसे खाली करने को लेकर क्लीयर बटन दबाने पर पी की चार सेंकेंड तक आवाज आएगी। इससे मतदान एजेंट इत्मिनान कर सकते हैं कि ईवीएम में पूर्व से कोई वोट पहले से अंकित नहीं है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 के लिए नए सिरे से होगा एजेंसियों का चयन
पंचायत चुनाव की तैयारी जोरों पर है लेकिन पटना जिले में चुनाव में उपयोगी संसाधनों और सामग्रियों को उपलब्ध कराने के लिए एजेंसियों का चयन अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है। तीसरी बार एजेंसियों को चयन के लिए निविदा निकालनी पड़ी है, क्योंकि दो बार तकनीकी पेच फंस जाने के कारण अधिकारियों को निविदा रद्द करनी पड़ी। इस मामले में डीडीसी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को शोकॉज भी किया है।
जुलाई के प्रथम सप्ताह में एजेंसियों के चयन के लिए जारी की गई निविदा में तकनीकी खामी यह थी कि किस अधिकारी के नाम से बैंक ड्राफ्ट लेना है इसका जिक्र नहीं था। हालांकि डीएम, डीडीसी और जिला पंचायत राज पदाधिकारी के नाम से जारी पत्र में जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) के नाम से ड्राफ्ट का जिक्र किया गया था, लेकिन दो दिन बाद निविदा को संशोधित कर जिला पंचायत राज पदाधिकारी के नाम से बैंक ड्राफ्ट की मांग की गई।
बाहर से आईं ईवीएम की जांच शुरू
बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर ईवीएम की फर्स्ट लेवलजांच (एफएलसी) शुरू हो गयी है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिलों में जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत सह जिलाधिकारी द्वारा सभी ईवीएम की जांच करायी जानी है। सूत्रों के अनुसार जिलों में ईवीएम की एफएलसी की प्रक्रियाशुरूहो गयी है। सभी जिलों में पंचायत चुनाव में शामिल किए जाने वाले ईवीएम की जांच करायी जाएगी। राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर दूसरे राज्यों से ईवीएम मंगाए गए है। इन ईवीएम की तकनीकी खराबियों की जांच की जानी जरूरी है। ईवीएम निर्माणकर्ता कंपनियों वेल और ईसीआईएल के इंजीनियर ईवीएम की जांच के लिए बिहार के विभिन्न जिलों में पहुंच गए है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत द्वारा अनुरोध किए जाने के बाद इन कंपनियों द्वारा एफएसएल को लेकर इंजीनियरों को विभिन्न जिलों में भेजा गया है।
bihar panchayat chunav 2021 के लिए आयोग ने सभी जिलों को संबंधित कंपनियों से अनुरोध कर इंजीनियरोंसेजांच कराने का निर्देश दिया था। इन इंजीनियरों द्वारा ईवीएम के कंट्रोल यूनिटएवं बैलेट यूनिट दोनों की अलग-अलग जांच की जाएगी। बिहार में चारपदों पर ईवीएम के माध्यम से चुनाव होना है। इनमें मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य के पद शामिल है। जबकि दो पदों पंच व सरपंच के लिए चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव होना है।
पीठासीन पदाधिकारियों के लिए निर्देशिका जारी
राज्य निर्वाचन आयोग ने बिहार में पंचायत चुनाव संपन्न कराने के लिए पीठासीन पदाधिकारियों का मैन्युअल जारी कर दिया है। आयोग ने मैन्युअल में निर्देश दिया है कि इसकी सॉफ्ट कॉपी सभी पीठासीन पदाधिकारियों को उपलब्ध करायी जाये। मैन्युअल को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें पहला खंड ईवीएम का तो दूसरा बैलेट बॉक्स खंड और तीसरा मतदान संचालन खंड में विभक्त है।
पटना में 10 चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
पटना जिले में पंचायत चुनाव 10 चरणों में होगा। पहले चरण में पालीगंज में मतदान होगा। सबसे अधिक नौवेंचरण में 4 प्रखंडों में चुनाव संपन्न होगा। कहां कितने मतदान केंद्रः मनेर 292, दानापुर 209, बिहटा 295, विक्रम 217, पालीगंज 335, दुल्हिन बाजार 181, नौबतपुर 257, फुलवारी 252, मसौढ़ी 250, धनरुआ 280, पुनपुन 173, संपतचक 50, सदर 113, फतुहा 190, दनियावां 95, खुसरूपुर 111, अथमलगोला 118, पंडारक 218, घोसवारी 100, मोकामा 189, बख्तियारपुर 241, बाढ़ 197, बेलछी 90 .
नगर निकाय में शामिल पंचायतें, जहां चुनाव नहीं होगा
- पालीगंज प्रखंड 1.निरखपुर पाली 2. रामपुर नगवां
- पुनपुन प्रखंड 1.पुनपुन
- बिहटा प्रखंड 1. बिहटा, 2. श्रीरामपुर, 3. राघोपुर एवं 4. अमहारा
- संपतचक प्रखंड 1. कनौजी कछुआरा, 2. बैरिया कर्णपुरा, 3. सोना गोपालपुर एवं 4. भेलवारा दरियापुर
- मसौढ़ी प्रखंड 1.भदौरा
- धनरुआ प्रखंड 1.बरनी
दो किमी से अधिक दूर वोट डालने नहीं जायेंगे मतदाता
पंचायत आम चुनाव में वोट डालने के लिए दो किलोमीटर से अधिक दूर नहीं जाना होगा. राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि दो किलोमीटर के अंदर ही बूथ स्थापित किये जायेंगे. नये नगरपालिकाओं के गठन के बाद भी सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वह इस बात को सुनिश्चित कर लें कि पंचायतों, वार्ड या किसी भाग के विलय के बाद शेष भाग के मतदाताओं को ध्यान में रख कर बूथों का गठन किया जाये.
राज्य में एक लाख 12 हजार बुथों की स्थापना की गयी है. राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए हर वार्ड में बूथ के स्थापना का निर्देश दिया है. साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि बूथ स्थापना में इस बात का ध्यान रखा जाये कि एक वार्ड का बूथ किसी दूसरे वार्ड में नहीं चला जाये. आयोग का कहना है कि पंचायत चुनाव में एक बूथ पर औसतन 800-850 मतदाता ही मतदान करेंगे. किसी भी बूथ पर 850 से अधिक मतदाता होने की स्थिति में वहां पर सहायक मतदान केंद्र स्थापित किया जायेगा. यह सहायक मतदान केंद्र भी मूल बूथ के परिसर में ही अवस्थित होगा. जिलों द्वारा सहायक मतदान केंद्रों के गठन की स्वीकृति आयोग से लेनी होगी.
बराबर वोट मिलने पर लॉटरी से होगा निर्णय
बिहार में पंचायत चुनाव के तहतमतगणना पूरी होने के बाद दो या उससे अधिक उम्मीदवारों को बराबर वोट मिलने पर लॉटरी के माध्यम से निर्णय होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, निर्वाची पदाधिकारी उन उम्मीदवारों के बीच लॉटरी निकालेंगे और जिस उम्मीदवार के पक्ष में लॉटरी निकलेगी, उसे एक अतिरिक्त वोट प्राप्त हुआ माना जाएगा। इसके आधार पर ही निर्वाची पदाधिकारी द्वारा चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।
आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, चुनाव परिणाम की घोषणा होने केबादनिर्वाची पदाधिकारी ऐसे उम्मीदवार को, जो निर्वाचित हुआ है, उसे प्रपत्र 22 में निर्वाचन प्रमाण पत्र देगा। इसके बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी विधिवत निर्वाचित व्यक्तियों की सची जिला गजट में प्रकाशित कराएगा तथा उसकी एक-एक प्रति आयोग एवं निदेशक, पंचायत राज को भेजेगा।आयोगके अनुसार, उम्मीदवारया उसकी अनुपस्थिति में उसके चुनावएजेंट या गणनाएजेंट द्वारा वोटों की पुनर्गणनाको लेकर लिखित आवेदन देना होगा। इसके लिए आवेदन के साथ पुनर्गगणना कराए जाने के आधार सहित निर्वाची पदाधिकारी या उसके द्वारा प्राधिकृत पदाधिकारी को ही लिखित आवेदन दिया जा सकेगा।
दस्तावेजों का न्यायालय के आदेश से ही निरीक्षण होगा
जानकारी के अनुसार, चुनाव के बाद चुनाव संबंधी दस्तावेजों का उपस्थापन या निरीक्षण न्यायालय या सक्षम प्राधिकारी के आदेश से ही किया जा सकेगा। आयोग ने मतगणना को लेकर रखे गए दस्तावेजों को एक वर्ष तक या किसी कानूनी कार्यवाही के लंबित रहने की समय अवधि तक सुरक्षा में रखे जाएंगे। इसके बाद आयोग या किसी सक्षम न्यायालय या प्राधिकारी द्वारा दिए गए किसी प्रतिकूल निर्देश के आधार पर उन्हें नष्ट कर दिया जाएगा।
चार पंचायतों की मतगणना प्रत्येक चक्र में एक साथ होगी
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना की संपूर्ण प्रक्रिया को एक कार्य दिवस का कार्यक्रम निर्धारित किया है।मतगणना हॉल एवं मेजों की संख्या के निर्धारण को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। संबंधित प्रखंड के न्यूनतम चारपंचायतों की मतगणना प्रत्येक चक्र में एक साथ करायी जा सकेगी।
आयोग के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव, 2020 के अनुभवों से मतगणना हॉल की संख्या-4 या यथा आवश्यक अधिक रखी जा सकती है। जिसमें प्रखंड के चार अधिकतम वार्ड वाले पंचायत के वार्डो की संख्या के अनसार मतगणना मेजों की संख्या निर्धारित की जा सकती है। वहीं, दूसरी ओर निर्वाची पदाधिकारी पिछले विधानसभा चुनाव, 2020 में नियुक्त किए गए अतिरिक्त सहायक निर्वाची पदाधिकारी की सहायता ले सकते हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर सहायक निर्वाची पदाधिकारी की नियुक्ति की जा सकती है।
bihar panchayat chunav 2021 चुनाव की तैयारियों में जुटी पुलिस
पंचायत चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है। लिहाजा, बिहार पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। जिला पुलिस से चुनाव के मद्देनजर कितने बल की आवश्यकता होगी, इसका आकलन कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। इसके अलावा चुनाव के दौरान असामाजिक तत्व किसी तरह का खलल न डाल सकें, इसके लिए उनपर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। पंचायत चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है। सितम्बर से नवम्बर तक चुनाव होने की संभावना है। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अपना काम शुरू कर दिया है।
bihar panchayat chunav 2021 के दौरान बूथ पर पुलिस फोर्स की जरूरतों का आकलन करने को कहा गया है। पिछली बार हुए पंचायत चुनाव को इसका आधार बनाया जा सकता है। जिला पुलिस से इसी पैमाने को आधार बनाते हुए पुलिस बल की जरूरतों का आकलन करते हुए रिपोर्ट मांगी गई है। अर्द्धसैनिक बल नहीं होंगे : पंचायत चुनाव में अर्द्धसैनिक बल मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। इससे पहले हुए पंचायत चुनावों में भी अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई थी। इसे देखते हुए इस बार के पंचायत चुनाव में भी केन्द्रीय बलों के मिलने की उम्मीद नहीं है।
ऐसे में शांतिपूर्णचुनाव की पूरी जिम्मेदारी बिहार पुलिस और होमगार्ड के कंधों पर होगी। पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस से न सिर्फ फोर्स को लेकर रिपोर्ट मांगी है बल्कि शांतिपूर्णचुनावकोलेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। आपराधिक छविके वैसे लोगजोचुनाव को प्रभावित कर सकते हैं उनपर निगरानी को कहा गया है। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसते हुए थाने पर उनकी नियमित हाजिरी भी लगवाई जाएगी।
सभी जिलों में बनाए जाएंगे आदर्श मतदान केंद्र
पंचायत आम चुनाव को लेकर राज्य में आदर्श मतदान केंद्रों की स्थापना सभी जिलों में की जाएगी। इन आदर्श मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मतदान के प्रति प्रेरित किया जाएगा। आदर्श मतदान केंद्रों पर आकर्षक सजावट की जाएगी। महिला व बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष रूप से सुविधाएं दी जाएंगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत को अपने-अपने जिले में आदर्श मतदान केंद्रों की स्थापना करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने इसके लिए सभी जिलों को आदर्श मतदान केंद्र स्थल को पहले से ही पूरे राज्य में 1.14 लाख मतदान केंद्र बनाने की संभावना है चिह्नित करने को कहा है ताकि वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके। आयोग सूत्रों के अनुसार bihar panchayat chunav 2021 आदर्श मतदान केंद्र पर तैनात होने वाले मतदानकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वहां आने वाले सभी मतदाता मतदान के नये अनुभवों को अपने साथ ले जा सके। पंचायत चुनाव को लेकर जिलों में नगर निकायों के गठन के बाद पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया जारी है। पंचायतों में मतदान केंद्रों का भी पुनर्गठन किया जाएगा।
चुनाव में खलल डालनेवालों को चिह्नित कर करें कार्रवाई
पंचायत चुनाव में खलल डालने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। पूर्व के चुनावों में बवाल कर चुके लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हुए उनके खिलाफ भी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जेल में बंद या जमानत पर छूटे अपराधियों की भी नकेल कसी जाए। शराब तस्करों की धर-पकड करते हए मतदाताओं को डराने-धमकाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें।
यह निर्देश एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने रविवार को क्राइम मीटिंग के दौरान सभी थानेदारों और सर्किल के पुलिस पदाधिकारियों को दिया। कहा कि हरहाल में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराना है। इसको लेकर पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है लेकिन समय रहते निरोधात्मक कार्रवाई कर हर चुनौतियों का सामना करना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। एसएसपी ने साफ कहा है कि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों पर शिकंजा कसना होगा। बढ़ती वारदातों को रोकने के लिए रात्रि में जगह-जगह रोको-टोको अभियान चलाएं। वाहनों पर सवार होकर आ-जा रहे लोगों को रोक कर उनकी तलाशी ली जाए। साथ ही उनके नाम, पते और संबंधित वाहन का सत्यापन किया जाए। यदि कोई हथियार, शराब आदि के साथ पकड़ा जाए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
हत्याकांडों में संलिप्त बदमाश जल्द होंगे गिरफ्तार एसएसपी ने बताया कि हाल में हत्या की कई वारदातें हुई हैं। इनमें चौक, बहादुर, परसा बाजार तथा बिहटा में दवा कारोबारी को गोली मारने की घटना प्रमुख हैं। इन सभी वारदातों में पुलिस अपराधियों को चिह्नित कर चुकी है। जल्द ही इन मामलों में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। क्राइम मीटिंग में सिटी एसपी सेंट्रल अंबरीष राहुल, डीएसपी विधि व्यवस्था फैज अहमद खान, सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार सहित सर्किल के अन्य पुलिस पदाधिकारी व थानेदार थे।
बवालियों को किया जाए पाबंद
जिन लोगों से bihar panchayat chunav 2021 में शांति भंग होने की आशंका हो या पूर्व के चुनाव में खलल डाल चुके लोगों को पाबंद किया जाए। यही नहीं, जिन अपराधियों के जमानत पर बाहर आने से चुनाव प्रभावित होने की आशंका हो, उन पर सीसीए लगाने के लिए थानेदार अविलंब प्रस्ताव भेजें।
पोलिंग के बाद तीन अधिकारी जमा करायेंगे इवीएमव बैलेट
पंचायत आम चुनाव में अब तीन पदाधिकारियों को इवीएम और बैलेट बॉक्स स्ट्रांगरूप में जमा कराने के लिए जाना होगा. पहले सिर्फ पीठासीन पदाधिकारी मजिस्ट्रेट से साथ बैलेट बॉक्स जमा कराने जाते थे. पहली बार चार पदों के मतदान के लिए इवीएमके प्रयोगहोने के बाद अब इसे जामा कराने के तीन अधिकारियों को स्ट्रांग रूम तक जमाकराने की जिम्मेदारी दी गयी है.आयोग ने जिलाधिकारियों व प्रमंडलीय आयुक्त को भेजे पत्र में कहा है कि पंचायत आमनिर्वाचन 2021 में पंचायत के चार पदोंपरएम-2 मॉडल इवीएम से मतदान कराया जाना है.साथ ही ग्राम कचहरी के दो पदों पर मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से होगा. ऐसे में हर बूथ पर कम-से-कमचारबैलेट यूनिट और चार कंट्रोलयूनिट और दो बैलेट बॉक्स का उपयोग होगा.
पंचायत चुनाव नामांकन में उम्मीदवार के साथ एक ही प्रस्तावक
बिहार में पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के साथ एक ही प्रस्तावक नामांकन के समय मान्य होगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने नामांकन को लेकर जारी निर्देश के तहत कोरोना से बचाव को लेकर सभी प्रकार के एहतियात बरतने पर जोर दिया है। आयोग के अनुसार प्रत्याशी एवं उनके प्रस्तावक के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही, आयोग ने नामांकन के लिए जाने वाले प्रत्याशी के लिए एक ही वाहन के इस्तेमाल की अनुमति प्रदान की है। एकसे अधिक वाहन के साथ जाने की अनुमति नहीं प्रदान की गयी है।
निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में पर्याप्त जगह होना चाहिए। राज्य के सभी जिलों के लिए जारी दिशा-निर्देश के तहत आयोग ने नामांकन, नामांकन पत्रों की जांचएवंप्रतीक (चुनाव चिन्ह) आवंटन के दौरान निर्वाची पदाधिकारी के कमरे में सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने को कहा है। आयोग के अनुसार निर्वाची पदाधिकारी संभावित उम्मीदवारों के लिए अलग से पहले ही नामांकन का समय भी निर्धारित कर सकते हैं। निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में सामाजिक दूरी का पालनसुनिश्चित करने के लिए दो गज की दूरी रखी जाएगी। आयोग ने सभी जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी निर्वाची पदाधिकारियों के कार्यालय के पास पर्याप्त जगह वाले बड़े हॉल की व्यवस्था की जाए। इस हॉल का उपयोग प्रत्याशियों एवं उनके प्रस्तावकों के प्रतीक्षा करने के लिए होगा।
चुनाव कर्मियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने पर जोर
आयोग के अनुसार जहां तक संभव हो चुनाव से जुड़े पदाधिकारियों एवं कर्मियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर ऑनलाइन किया जा सकता है। आयोग ने निर्देश दिया है कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत एवं निर्वाची पदाधिकारी वैसे कर्मियों के बदलाव की व्यवस्था सुरक्षित श्रेणी के कर्मियों से करेंगे, जिनमें कोविड-19 का लक्षण दिखाई देगा।
दलों के झंडे-बैनर के इस्तेमाल पर रोक है बिहार पंचायत चुनाव 2021 में
बिहार में bihar panchayat chunav 2021 के दौरान किसी राजनीतिक पार्टी के झंडे-बैनर का इस्तेमाल करने पर उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार दलीय आधार पर पंचायत चुनावबिहार में नहीं होने के कारण सभी प्रत्याशियों को आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा और किसी भी राजनीतिक पार्टी के झंडेवबैनर का चुनावके दौरान उपयोग नहीं करना होगा। आयोग ने इस संबंध में सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को निर्देश जारी किया है।
आयोग के अनुसार सभी जिलों में मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। इसके आधार पर ही मतदान केंद्रों को लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आयोग सूत्रों के अनुसार पंचायत चुनाव, 2016 में स्थापित मतदान केंद्रों का आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों से मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया गया था। कई प्रेक्षकों की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने
आया था कि चुनाव के लिए निर्धारित मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराए बिना ही कुछ प्रखंड विकास पदाधिकारियों/ग्राम पंचायत पर्यवेक्षक द्वारा कुछ ऐसे भवनों में मतदान केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया था जिनमें न छत था, न दरवाजे और न खिड़कियां ही थीं।कुछ मतदान केंद्रों के भवनजर्जर अवस्था में थे। यानि मतदान केंद्रों के लिए आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन नहीं किया गया था। इसलिए राज्य निर्वाचन आयोग ने शत प्रतिशत मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।
पंचायत चुनाव में सभी बूथों पर बनाए जाएंगे हेल्प डेस्क
बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान सभी बूथों पर हेल्पडेस्कका गठन किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत को मतदान केंद्र स्थल पर हेल्प डेस्क के गठन का निर्देश दिया है। हेल्प डेस्क मुख्य रूप सेमतदाताओं को मतदान केंद्र पर मतदान से जुड़ी प्रक्रियाओं में सहयोग प्रदान करेगा। ___ आयोग के अनुसारहेल्पडेस्क पर वैसे मतदाता जिनकाथर्मलस्कैनिंग के क्रम में शारीरिक तापमान मानक से अधिक पाया जाएगा, उन्हें टोकन दिया जाएगा।साथही,
सभी मतदाताओं के लिए हेल्प डेस्क पर ही हैंड सेनेटाइजर मुहैया कराया जाएगा। ताकि, मतदान के लिए जाने के पूर्व वे अपनी हाथों को अच्छी तरह से सेनेटाइज कर सकें। इसके
अलावा मतदान व कोरोना से बचावकोलेकर हेल्थडेस्क परजानकारी प्रदर्शित कर दी जाएगी। पोस्टर व बैनर के माध्यम से भी कोरोना से बचाव की जानकारी दी जाएगी। पंचायत चुनाव के मतदान के दिन सभी मतदान केंद्रों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 लड़ने को कोरोना टीका अनिवार्य
त्रि-स्तरीय ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी का चुनाव लड़ने के लिए कोरोना का टीका लगाना अनिवार्य होगा। इसे सुनिश्चित कराने का आग्रह राज्य निर्वाचन आयोग से राज्य सरकार ने किया है। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयोग से आग्रह किया गया है कि कोरोना टीका लगाने वाले को ही चुनाव लड़ने की इजाजत दें। इस संबंध में आयोग आदेश जारी करे।
मंत्री ने आगे बताया कि हमारी सबों से अपील है कि चुनाव लड़ना चाहते हैं वो जल्द-से-जल्दस्वयं तो टीकालें ही, साथ में वे अपने परिवार के सदस्यों को भी टीका अवश्य लगवाएं। इससे राज्य में कोरोना का टीका लगाने को लेकर एक अच्छा संदेश भी जाएगा। लोग इसके प्रति जागरूक होंगे।
मालूम हो कि राज्य में ढाई लाख से अधिक पदों के लिए पंचायत चुनाव कराए जाते हैं। इनमें सबसे अधिक एक लाख 14 हजार, 600 पद वार्ड सदस्य के होते हैं। इतने ही पद पंच के भी होते हैं। वहीं 8386 मुखिया और इतने ही पद सरपंच के होते हैं। पंचायत समिति सदस्यों की संख्या 11491 होती है। इस तरह लाखों की संख्या में लोग पंचायत का चुनाव लड़ते हैं। गौरतलब हो कि कोरोना संक्रमण को लेकर ही अभी bihar panchayat chunav 2021 चुनाव कार्यक्रम को स्थगित किया गया है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 आनलाइन नामांकनन का विकल्प
बिbihar panchayat chunav 2021 को अब ऑनलाइन भी कर दिया है। इसके लिए मतदाताओ को राज्य निर्बाचन आयोग की वेबसाइट से उन्हें नामांकन करना होगा। नामांकन पत्र को उम्मीदबार भर सकते है। और उसका प्रिंट निकालकर प्रारूप-6 में निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा जारी सूचना में इंगित किए गए स्थान पर नामांकन दाखिल करेंगे
दो या उससे अधिक उम्मीदवारों को बराबर वोट मिलने पर लॉटरी से होगा निर्णय
बिहार में पंचायत चुनाव के तहत मतगणना पूरी होने के बाद दो या उससे अधिक उम्मीदवारों को बराबर वोट मिलने पर लॉटरी के माध्यम से निर्णय होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, निर्वाची पदाधिकारी उन उम्मीदवारों के बीच लॉटरी निकालेंगे और जिस उम्मीदवार के पक्ष में लॉटरी निकलेगी, उसे एक अतिरिक्त वोट प्राप्त हुआ माना जाएगा। इसके आधार पर ही निर्वाची पदाधिकारी द्वारा चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, चुनाव परिणाम की घोषणा होने के बाद निर्वाची पदाधिकारी ऐसे उम्मीदवार को, जो निर्वाचित हुआ है, उसे प्रपत्र 22 में निर्वाचन प्रमाण पत्र देगा।
इसके बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी विधिवत निर्वाचित व्यक्तियों की सूची जिला गजट में प्रकाशित कराएगा तथा उसकी एक-एक प्रति आयोगएवं निदेशक, पंचायत राजको भेजेगा।आयोगके अनुसार, उम्मीदवारया उसकी अनुपस्थिति में उसके चुनाव एजेंट या गणनाएजेंट द्वारा वोटों की पुनर्गणनाको लेकर लिखित आवेदन देना होगा। इसके लिए आवेदन के साथ पुनर्गगणना कराए जाने के आधार सहित निर्वाची पदाधिकारी या उसके द्वारा प्राधिकृत पदाधिकारीकोही लिखित आवेदन दिया जा सकेगा।
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दस्तावेजों का न्यायालय के आदेश से ही निरीक्षण होगा बिहार पंचायत चुनाव 2021
जानकारी के अनुसार, चुनाव के बाद चुनाव संबंधी दस्तावेजों का उपस्थापन या निरीक्षण न्यायालय या सक्षम प्राधिकारी के आदेश से ही किया जा सकेगा। आयोग ने मतगणना को लेकर रखे गए दस्तावेजों को एक वर्ष तक या किसी कानूनी कार्यवाही के लंबित रहने की समय अवधि तक सुरक्षा में रखे जाएंगे। इसके बाद आयोग या किसी सक्षम न्यायालय या प्राधिकारी द्वारा दिए गए किसी प्रतिकूल निर्देश के आधार पर उन्हें नष्ट कर दिया जाएगा।
पंचायत चुनाव: 30 राज्यों से जिलों में पहुंची इवीएम
देश के 30 राज्यों से पंचायत चुनाव के लिए आवंटित की गयी इवीएम जिलों में पहुंच गयी है. कुछेक जिलों में इवीएम रास्ते में है. राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलों को निर्देश दिया है कि वह एक-एक इवीएम के बारकोड की स्कैनिंग करें. साथ ही उसकी भंडार में इंट्री भी की जाये. इससे पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद इवीएम की पहचान और लौटाने में किसी प्रकार की अड़चन नहीं आनी चाहिए.
आयोग द्वारा दूसरे राज्यों से 209135 बैलेट यूनिट (बीयू) और 209587 कंट्रोल यूनिट (सीयू) मंगायी गयी है. राज्य में छह पदों मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, पंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला पर्षद सदस्य के पद पर चुनाव कराया जाना है. पंचायत के छह पदों की कुल संख्या करीब ढ़ाई लाख है. इन पदों के चुनाव के लिए राज्य में एक लाख 10 हजार बूथ बनाये गये हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए 10 चरणों में bihar panchayat chunav 2021 चुनाव कराने की तैयारी की है. इसके लिए जिलों से कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर लिया गया है. मतदान को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को यह निर्देश दिया है कि वह पहले फेज के इवीएम का उपयोग तीसरे फेज में, पांचवें फेज, सातवें फेज और नौवें फेज में करना है. इसी प्रकार से दूसरे फेज के इवीएम का उपयोग चौथे फेज, छठे फेज, आठवें और 10 वें फेज में किया जायेगा. हर फेज के बीच में मतदान वाली इवीएम से मतगणना करानी है.
बिहार पंचायत चुनाव 2021 voter list : नये सिरे से तैयार की जायेगी मतदाता सूची
पंचायत आम चुनाव के स्थगित होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के सामने चुनौतियां और बढ़ गयी हैं, आयोग द्वारा अभी तक की सभी तैयारियों पर पानी फिर गया है. कुछ तैयारियों के लाभ को छोड़कर अब फिर से चुनाव कराने की व्यवस्था करनी होगी. आयोग के सामने सबसे बड़ी समस्या होगी कि वह नये सिरे से मतदाता सूची की तैयारी करे.
वर्तमान मतदाता सूची अगले चुनाव तक अनुपयोगी हो जायेगी. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नयी मतदाता सूची तैयार करने के लिए अक्तूबर में रिविजन कार्यक्रम आरंभ कर दिया जायेगा. राज्य में वर्तमान में कुल सात करोड़ 50 लाख मतदाता हैं. राज्य निर्वाचन आयोग को नये सिरे से भारत निर्वाचन द्वारा जारी मतदाता सूची के
आधार पर अपना ड्राफ्ट का प्रकाशन करना होगा. इसमें राज्य के शहरी और ग्रामीण मतदाताओं को अलग करना होगा. मतदाता सूची की तैयारी के बाद उसका प्रति वार्ड के आधार पर विखंडन करना होगा. साथ ही प्रति 800 मतदाताओं के आधार पर एक बूथ का गठन करना होगा.
बिहार पंचायत चुनाव 2021 नियमावली pdf
बिहार निर्वाचन आयोग के द्वारा पंचायत चुनाव 2021 को लेकर 101 पन्नों का Bihar Panchayat Chunav Guideline pdf जारी कर दिया था जिसमे उम्मीदवारों के लिए जरुरी गइडलाइन दिया गया. इस Bihar Panchayat Chunav 2021 Guideline में बताया गया की बिहार पंचायत चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार जायदा अधिक खर्च नहीं कर सकते है. जिला परिषद 1 लाख तक मुखिया और सरपंच 40 हजार, पंचायत समिति सदस्य -30 हजार, ग्राम पंचायत सदस्य और पंच को 20 हजार तक अधिकतम खर्च कर सकते है .
इस बिहार पंचायत चुनाव 2021 नियमावली pdf में ये भी बताया गया की कोई भी उम्मीदवार किसी भी राजनीतिक पार्टी के नाम या चुनाव चिह्न का प्रयोग नहीं कर सकते है अगर कोई ऐसा करता है तो आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) का उल्लंधन माना जायेगा. और उनपे क़ानूनी करवाई की जाएगी
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बैलेट पेपर से हो सकता है बिहार पंचायत चुनाव 2021 पंच व सरपंच का चुनाव
बिहार में bihar panchayat chunav 2021 के दौरान पंच व सरपंच के पदों के लिए चुनाव बैलेट पेपर से हो सकता है। सूत्रों के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग इस प्रस्ताव पर मंथन कर रहा है। इस संबंध में सभी डीएम से सुझाव मांगे गए हैं। राज्य में चार पदों मुखिया, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य व पंचायत समिति सदस्य का चुनाव ईवीएम से कराए जाने पर विचार हो रहा है। जबकि दो पदों पंच व सरपंच का चुनाव बैलेट पेपर से कराये जा सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि ईवीएम की कमी के कारण आयोग इस प्रस्ताव पर जिलों से प्राप्त सुझावों पर निर्णय कर सकता है। राज्य में पहले सभी पदों के लिए बैलेट पेपर से ही चुनाव कराए जाते थे। पहली बार इस वर्ष ईवीएम से चुनाव का निर्णय हुआ है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 नगर निकाय बनीं पंचायतों के मतदाताओं के नाम हटेंगे
इस बिहार में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लेकर नगर निकाय बन चुके पंचायतों के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची को अद्यतन करने का निर्देश दिया है। आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने बताया कि पंचायत चुनाव में विलंब के बीच कई पंचायत राज्य के विभिन्न नवगठित नगर निकायों में शामिल कर लिए गए हैं। ऐसे में उन नगर निकायों के तहत आने वाले पंचायतों के सभी मतदाताओं के नाम पूर्व में तैयार किए गए मतदाता सूची से हटाए जाएंगे।
राज्यके 309 पंचायतों का अस्तित्व नये नगर निकायों के गठन के बाद से समाप्त हो चुका है। इन सभी पंचायतों के वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में हैंड ग्लब्स पहनकर ईवीएम का बटन दबाएंगे वोटर
बिहार में पंचायत चुनाव में हरेक मतदाता को मतदान के पूर्व ईवीएम का बटन दबाने के लिए हैंड ग्लब्स दिया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने कोरोना से बचाव को लेकर जारी दिशा-निर्देश के तहत सभी मतदान केंद्रों में हैंड ग्लब्स की व्यवस्था करने को कहा है। राज्य में करीब छह करोड़ ग्रामीण मतदाता पंचायत चुनाव में शामिल होंगे। मतदान में शामिल होने वाले सभी मतदाताओं को कोरोना से बचाव को लेकर हैंड ग्लब्स प्रदान किया जाएगा।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में मतदाताओं को हटाना होगा चेहरे से मास्क:
कोरोना महामारी के संक्रमण के दौरान होने वाले पंचायत चुनाव में एहतियात बरतने के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा छोटे-छोटे विवादों से निबटने को लेकर भी दिशानिर्देश दिए गए हैं। पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान मतदाताओं के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है, तो साथ ही पहचान के क्रम में मतदाताओं को चेहरे से मास्क हटाने का भी निर्देश दिया गया है। ताकि किसी प्रकार का विवादमतदान स्थल पर नहो। मतदाताओं के पहचान की प्रक्रिया निर्वाचन प्रक्रिया के तहत ही संचालित की जाएगी।
bihar panchayat chunav 2021 राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के दौरान इस्तेमाल किए गए हैंड ग्लब्स को निर्धारित कूड़ेदान में डालने का निर्देश दिया है। ताकि संक्रमण नहीं फैल सके। आयोग के निर्देश के अनुसार पंचायत चुनाव के लिए मतदान के एक दिन पूर्व मतदान केंद्रों को सेनेटाइज किया जाएगा। इसके लिए आयोग ने डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत को स्थानीय व्यवस्था के तहत सेनेटाइजेशन कराने को कहा है। आयोग के अनुसार मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर पारा मेडिकल स्टाफ व आशा कार्यकर्ताथर्मल स्कैनिंग करेंगी। मतदान के दौरान आयोग ने हरेक स्तर पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर जोर दिया है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 लड़ने वालों की खर्च सीमा तय
निर्वाचन आयोग बांका | निज प्रतिनिधि कोरोना संक्रमण में कमी आते ही बिहार में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। गांव की सरकार के चयन के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड प्रॉटोकॉल के दायरे में चुनाव से जुडे.नए नियम और गाइडलाइन जारी करते हुए इसकी मुकम्मल तैयारी का निर्देश जिला प्रशासन को दिया है।
इस गाइडलाइन में bihar panchayat chunav 2021 चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों के चुनावी खर्च का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है। जिसमें आयोग ने अभ्यर्थियों के चुनावी खर्च की सीमा भी तय कर दी है। आयोग की ओर से तय किये गये चुनावी खर्च से अधिक व्यय करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ आदर्श अचार संहिता के तहत कार्रवाई की जायेगी। अभ्यर्थियों के चुनावी खर्च पर आयोग की पैनी नजर रहेगी। इसके लिए आय-व्यय कोषांग का गठन भी किया जायेगा।जो अभ्यर्थियों के चुनावी खर्च का पूरा लेखा-जोखा रखेंगे।
- जिला परिषद पद के अभ्यर्थी एक लाख तक खर्च कर सकेंगे
- 40 हजार में मखिया व सरपंच प्रत्याशी को लड़ना होगा चुनाव
bihar panchayat chunav 2021 जिला परिषद सदस्य पद के अभ्यर्थी चुनाव लड़ने के लिए अधिकतम एक लाख रूपये तक खर्च कर सकेंगे। जिसका ब्यौरा उन्हें दो अलग-अलग रजिस्टर में रखना होगा। इसमें उन्हें आय और व्यय दोनो दर्शाना होगा। वहीं चुनाव मैदान में उतरने वाले मुखिया एवं सरपंच पद के प्रत्याशी चुनाव में 40 हजार से अधिक की राशि खर्च नहीं कर सकते हैं।
उन्हें अपने चुनाव प्रचार से लेकर चुनाव लड़ने तक में होने वाले खर्च अधिकतम 40 हजार के दायरे में ही करने होंगे। पंचायत समिति सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थी के चुनावी खर्च की सीमा 30 हजार तय की गई है। जबकि ग्राम पंचायत सदस्य व पंच पद के अभ्यर्थियों को 20 हजार में ही चुनाव प्रचार से लेकर अन्य सारी प्रक्रियाएं पूरी करनी होगी।
हर बूथ पर मतदाताओं के तापमान की जांच होगी – बिहार पंचायत चुनाव 2021
कोरोना महामारी को लेकर चुनाब आयोग ने बिहार चुनाब के हर बूथ पर मतदाताओं के शारीरिक तापमान की जांच की जाएगी। जिन मतदाताओं का तापमान मानक से अधिक पाया जायेगा उनको मतदान का अधिकार अंतिम सयम में दिया जाये ग। राज्यं निर्बाचन आयोग ने पंचयत चुनाब में कोविड-19 से बचाब सम्बंधित के सारे दिशा-निर्देश जारी किया है(जैसे मास्क, सांइटिज़ेर, सोशल डिस्टेंस आदि । इसको लागु करने की ज़िम्मेदारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत सह जिलाधिकारी का होगा।
औयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार अंतिम चरण में मतदान के लिए मतदाताओ को टोकन दिया जाये गा सभी पीठासीन पदाधिकारियों को 1 से 10c तक टोकन उपलब्ध कराय जाएगा। यह टोकन ऐसे मतदाताओं को उपलब्ध कराया जायेगा जिनका शारीरिक तापमान मानक से अधिकम पाया जाये गा इसकी जिम्मेदारी स्तरीय पदाधिकारी की होगी। ऐसे मतदाताओ का मतदान अंतिम समय में होगा।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में अंतिम चरणों में होगा बिहार पंचायत चुनाव 2021
बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में अंतिम चरणों में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य में दस चरणों में पंचायत चनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य निर्वाचन आयोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थित पंचायतों में नौवें व दसवें चरण में आम चुनाव कराने पर विचार कर रहा है।
bihar panchayat chunav 2021 आयोग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अगस्त से शुरू होने वाली पंचायत चुनाव के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पंचायतों से पूरी तरह पानी निकलने की संभावना कम है। पंचायत के मतदाता भी बाढ़ राहत शिविरों में रहते हैं. ऐसे में उनकी चुनाव में भागीदारी कम होगी, इसलिए अक्टूबर में जब इन क्षेत्रों से बाढ़ का पानी निकल जाएगा तब पंचायत चुनाव कराया जाएगा। बाढ़ प्रभावित जिलों से मांगी जाएगी.
bihar panchayat chunav 2021 कराने के पूर्व बाढ़ प्रभावित जिलों से जल-जमाववाली पंचायतों की रिपोर्ट मांगी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर चुनाव की तिथि निर्धारित की जाएगी। इसके साथ ही, बाढ़ प्रभावित पंचायतों में स्थित मतदान केंद्रों (बूथों) कास्थल निरीक्षण कराया जाएगा। जल-जमाव वाले क्षेत्रों में स्थित बूथों में आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है।
बिहार अति बाढ प्रभावित जिले
bihar panchayat chunav 2021 राज्य के 34 जिले बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आते हैं। इनमें अति बाढ़ प्रभावित 15 जिलों में सुपौल, मधेपुरा, शिवहर, सहरसा, खगड़िया, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर, वैशाली, कटिहार, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय और भागलपुर आते हैं। इन जिलों में जल-जमाव वाली पंचायतों में चुनाव अंतिम चरण में होगा। जबकि सामान्य बाढ़ प्रभावित 19 जिलों में बक्सर, सारण, नालंदा, पूर्णिया, अररिया, पश्चिम चंपारण, शेखपुरा, किशनगंज, पटना, भोजपुर, सीवान, लखीसराय, गोपालगंज, मुंगेर, जहानाबाद, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद व अरवल शामिल हैं। इन जिलों के भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर आयोग की नजर रहेगी। वर्ष 2020 में राज्य के 16 जिलों के 130 प्रखंडों की 1333 पंचायतों की 8.36 लाख की आबादी प्रभावित हुई थी।
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गैर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले होगा चुनाव
आयोग के सूत्रों के अनुसार गैर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले bihar panchayat chunav 2021 कराया जाएगा। इसके लिए पंचायतों में मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने, मतदाता सूची को अपडेट करने और मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश जिला पदाधिकारियों सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी. पंचायत को दिये गये हैं।
चुनावकर्मियों को अनिवार्य रूपसे मास्क व फेसशील्ड लगाना होगा
bihar panchayat chunav 2021 चुनाब में शामिल सभी अफसर, वर्कर, आदि को मास्क और फेस शील्ड लगाना होगा। चुनाव संबंधी गतिविधियों में सम्मिलित प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। बूथ पर प्रत्येक कुछ दूरी पर हैंड सांइटिज़ेर, साबुन व पानी आदि की व्यवस्था की जाएगी। राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देश के तहत सोशल डिस्टन्सिंग का पालन किया जाए गा इसलिए बड़े बड़े बूथ का उपयोग किया जा रहा है।
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5 जुलाई तक बैलेट बॉक्स की मरम्मत कराने का निर्देश
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 25 जुलाई तक सभी जिलों में पंच व सरपंच के पदों के चुनाव को लेकर बैलेट बॉक्सों की मरम्मत कराने का लक्ष्य है। पंच व सरपंच के पदों के लिए बैलेट बॉक्स के माध्यम से चुनाव कराए जाने के निर्णय के बाद आयोग ने बैलेट बॉक्सों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं आयोग के सूत्रों के अनुसार दूसरे राज्यों से ईवीएम मंगाने की ऑनलाइन एप से निगरानी की जाएगी। इसके लिए एक एप को विकसित किया गया है।
पंचायत चुनाव में इवीएम की होगी एपसे मॉनीटरिंग
राज्य निर्वाचन आयोग देश के विभिन्न राज्यों से मंगाये जानेवाले इवीएम की एप के माध्यम से मॉनिटरिंग करेगा. इसको लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. इसको लेकर आयोग ने जिलों से इवीएम लानेवाली टीम में शामिल शामिल मजिस्ट्रेट से लेकर पेट्रोलिंग पार्टी की जानकारी आयोग ने मांगी है.
आयोग ने निर्देश दिया है कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी भी अपने स्तर से टीम का एप के माध्यम से मॉनीटरिंग करेंगे.देश के 30 राज्यों से इवीएम लाने के लिए जिलों से टीम इसी सप्ताह रवाना होगी. आयोग ने सात जुलाई तक इवीएम भंडारण और अन्य प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने पांच जिलों को छोड़कर सभी जिलों को त्रिस्तरीय पंचायतीराज के पदों के आरक्षण की संशोधित सूची अपलोड करने का निर्देश दिया है.
जिन जिलों की पदवार आरक्षण की सूची सही पायी गयी है उसमें सारण, जमुई.किशनगंज, जहानाबाद और अरवल जिलेद्वारा आरक्षण की स्थिति पूरी तरह से त्रुटि रहित पायी गयी है. शेष अन्य जिलों द्वारा आरक्षण की स्थिति को अपलोड़ तो किया गया है पर जांच में उसमें कई त्रुटियां पायी गयी हैं.
एक बूथ पर 850 अधिकतम मतदाता करेंगे मतदान
बिहार पंचायत चुनाव 2021 में एक बूथ पर अधिकतम 850 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसका निर्धान राज्य नेर्वाचन आयोग ने महामारी को देखते हुए पंचायत चुनाव को लेकर एक बूथ पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या निर्धारित कर दी है। सभी जिलों में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है। नगर निकाय में पंचायतों के शामिल होने के बाद अब एक नए सिरे से जिलों में पंचायत निर्वाचन क्षेत्र व मतदान केंद्रों का पुनर्गठन किया जा रहा है। यह पूरा कार्यक्रम चुनाब से पहले संगठित हो जाये गा।
bihar panchayat chunav 2021 में पंक्ति में भीड़ को कम करने के लिए चुनाब आयोग ने प्रत्येक बूथ पर 15 से 20 व्यक्ति को ही एक बार में मतदान के लिए लगेंगे और सब 2 मीटर की दूरी पर रहेंगे। मास्क और सांइटिज़ेर कंपल्सरी होगा। अगर किसी को सर्दी, जुखाम, आदि हो तो वो ऑनलाइन मतदान कर सकते है। पंक्ति में खड़े होने के लिए निर्धारित स्थल को मार्कर (जैसे, पेंट, चॉक, रंगोली इत्यादि) की सहायता से चिन्हित किया जाएगा। इसकी पूरी ज़िम्मेदारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत सह जिलाधिकारी और जिला पंचयत के माध्यम से इसका प्रबंध किया जायेगा।
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बिहार पंचायत चुनाव 2021 – दो लाख मतदानकर्मियों को मिलेगी कोरोना किट
बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर करीब दो लाख मतदानकर्मियों को कोरोना किट उपलब्ध करायी जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मतदानकर्मियों को कोरोना किट जिलों में बांटी जाएगी। कोरोना किट में मास्क, सेनेटाइजर, फेसशील्ड व अन्य आवश्यक सामग्री दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि bihar panchayat chunav 2021 को लेकर मॉस्क, सेनेटाइजर, फेसशील्ड व अन्य सामग्रियों की खरीद की जाएगी। ताकि समय पर उसेजिलों को उपलब्ध कराया जा सके। जिला स्तर पर जिला प्रशासन व सिविल सर्जन की देखरेख में कोरोना संक्रमण
पालीगंज में 19 नये चेहरे को ताज पुराने चार मुखिया ही जीत पाए
पालीगंज प्रखंड की 23 पंचायतों के विभिन्न पदों के लिए 29 सितंबर को चुनाव हुए। शुक्रवार की सुबह आठ बजे से गवर्नमेंट आईटीआई खिरीमोड में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हुई। पहली बार अनुमंडल व प्रखंड मुख्यालय से आठ किमी दूर मतगणना की जा रही है। दो घंटे के बाद ही परिणाम आने लगे। इसबार बड़ी संख्या में नए मुखिया प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। 19 नये मुखिया बने जबकि चार पुराने चेहरे ही जीत पाये। पालीगंज प्रखंड में नए का डंका बजा, जबकि पुराने महारथियों को मायूसी हाथ लगी। जिला परिषद के चार सीटों के चुनाव हुए, जिसमें तीन नये चेहरों ने जीत हासिल की। पुराने चेहरों में सिर्फ श्वेता विश्वास ही जीत सकीं।
bihar panchayat chunav 2021 : पंचायत चुनाव के चौथे चरण में शुक्रवार को विभिन्न पदों के लिए 14 हजार 675 लोगों ने नामांकन दाखिल किया। अब तक 66 हजार 58 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। चौथे चरण में विभिन्न पदों के लिए 34 हजार 690 महिलाओं ने नामांकन किया है जबकि पुरुषों की संख्या 31 हजार 368 है।
पालीगंज प्रखंड की 23 पंचायतों में सबसे पहले मसौढ़ा जलपुरा पंचायत का परिणाम सुबह 9.30 बजे जारी किया गया। इसके बाद अन्य पंचायतों के परिणाम जारी हुए। मसौढ़ा जलपुरा ऐसी पंचायत है जहां इस बार सबसे अधिक मतदान भी हुआ है।
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यह पंचायत पालीगंज प्रखंड में मतदान और परिणाम जारी करने में अव्वल रही। यहां से गुडडू कुमार मुखिया निर्वाचित किए गए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी सुशील कुमार को 828 मतों से पराजित किया। मसौढ़ा जलपुरा पंचायत में कुल मतदाताओं की संख्या 6709 है, जिसमें 4670 मतदाताओं ने मतदान किया। यानी इस पंचायत में 69.61 प्रतिशत मतदान हुआ है जो पालीगंज प्रखंड में सबसे अधिक है। पालीगंज प्रखंड में सबसे कम मतदान करने वालों में भेदाहारिया सियारामपुर पंचायत के मतदाता रहे। यहां मतदाताओं की संख्या 8009 है, जिसमें 4347 ने मतदान किया था। यहां 54.28 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सरे चरण के चुनाव की मतगणना के बाद राज्यस्तर पर परिणाम शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग जारी करेगा। 34 जिलों के 48 प्रखंडों में हुए मतदान के बाद शुक्रवार को मतगणना शुरू हुई। यह शनिवार को भी जारी रहेगी। अभी विभिन्न सीटों के लिए 70 फीसदी ही मतगणना हो सका है।
टिकारी में अधिकतर पुराने मुखिया हारे
गया के टिकारी प्रखंड के 22 और गुरारू प्रखंड के 12 पंचायतों के bihar panchayat chunav 2021 मतों की गिनती शुक्रवार शाम तक जारी रही। शाम तक आए परिणाम के मुताबिक अधिकतर वर्तमान मुखिया अपनी सीट नहीं बचा सके। संडा से रामजी शर्मा, केसपा से इंद्रमनि देवी, रुपसपुर से रेखा रानी, मखदुमपुर से निर्जला देवी, चैता से आशा देवी, जलालपुर से संजू कुमारी, मउ से सीता देवी, डिहुरा से सरस्वती देवी, पुरा से सविता देवी, नोनी से रीता कुमारी, मुसी से जितेंद्र कुमार, भोरी से बसंती देवी, लाव से आशुतोष कुमार मिश्रा, आमाकुआं से पुष्पेंद्र कुमार, सिमुआरा से प्रभु रजक, छठवां से योगेंद्र यादव ने जीत दर्ज की है। गुरारू से डबूर पंचायत से मालती देवी, कनौसी पंचायत से राजीव रंजन कुमार, रौना पंचायत से गुप्तेश्वर यादव, गुडरू पंचायत से किरण देवी ने जीत दर्ज की है।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 मुखिया रिजल्ट
मसौदा-जलपुरा से गुड्डू कुमार(नए) ने सुनील कुमार को 838 मतों से पराजित किया।
● महाबलीपुर से निकेश कुमार(नए) ने विनोद कुमार को 771 मतों से पराजित किया।
● सरसी-पिपरदाहा से रेयासत हुसैन(नए) ने मीना देवी को 963 मतों से हराया।
● भेरहरिया-सियारामपुर से दुखनी देवी(नए)ने भीम पासवान को 1265 वोट से हराया।
● अकबरपुर-रानीपुर से तीजा देवी(दूसरी बार) ने उर्मिला देवी को 209 मतों से पराजित किया।
● खानपुरा-तारणपुर से दशरथ राम(नए) ने नरेश प्रसाद को 95 मतों से परास्त किया।
● बालीपांकड-अमरपुरा से दीपू सिंह(पुराने) ने रणधीर कुमार को 458 मतों के अंतर से पराजित किया।
● मधवां-मखामिलपुर से आशा देवी(नए) ने देवलगन मोची को 531 मत के अंतर से परास्त किया।
● मुड़िका पंचायत से कंचन माला (नए) ने शैला देवी को 140 मत से पराजित किया।
● अजदा-सिकरिया से मीना देवी(नए) ने अनिता देवी को 170 मतों से परास्त किया।
● रानीपुर-कुरकुरी से पप्पू कुमार(नए) ने मोर रजवार को 432 मतों के अंतर से हराया।
● सिगोड़ी से सुबैदा खातून(नए) ने निवर्तमान मुखिया इशरत जहां को …मत से परास्त कर दिया।
● लालगंज-सेहरा से ममता देवी(नए) ने शारदा कुमारी को 115 मत से परास्त किया।
● मेरा-पतौना से मनोरमा देवी(पुराने) ने पंकज कुमार को 93 मत से पराजित कर दूसरी बार मुखिया चुनी गईं।
● कटका-पैगंबरपुर से ज्ञानवर्धन(नए) ने कृष्ण कुमार को 407 मत से पराजित किया
● जमहारु-इमामगंज से उर्वशी देवी(नए) ने मीना देवी को 115 मतों से शिकस्त दी।
● मौरी-पियरपुरा से अनीश कुमारी(नए) ने अमृता देवी को 364 मतों से पराजित किया।
● मौरी-पियरपुरा से अनीश कुमारी(नए)ने अमृता देवी को 364 मतों से पराजित किया।
● जरखा से फिरोज आलम(पुराने) ने अब्दुल मतीन को 404 वोट से शिकस्त दी।
● दहिया से रिंकी कुमारी (नए) ने दुलारी देवी को मतों से मात दी।
● चंदौस पंचायत से प्रमिला देवी(नए) ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सरिता कुमारी को 59 मतों से पराजित कर दिया।
● चिकसी पंचायत से सनोज कुमार (नए) ने डॉ. कृष्णा को 98 मतों से पराजित किया।
● नगहरी- कोढहरी पंचायत से मीरा देवी (नए) राधिका देवी को 801 वोटों से शिकस्त दी।
बिहार पंचायत चुनाव 2021 जिला परिषद रिजल्ट
जिला परिषद क्षेत्र संख्या-15 से श्वेता विश्वास दूसरी बार निर्वाचित घोषित की गई हैं। उन्हें 6863 मत मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुनैना देवी को 1339 मतों से पराजित किया।
● जिला परिषद क्षेत्र संख्या-16 से शिवकुमार यादव पहली बार निर्वाचित घोषित किये गए। उन्हें 6382 मत मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अरविंद कुमार को 1977 वोट के अंतर से पराजित किया।
● जिला परिषद क्षेत्र संख्या-17 से मिथिलेश कुमार ने प्रतिद्वंदी अरविंद कुशवाहा को 1139 मतों के अंतर से हराया। मिथिलेश को 5035 मत मिले।
● जिला परिषद क्षेत्र संख्या-18 से रामनारायण यादव निर्वाचित घोषित किये गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अब्दुल खार को 1705 मतों से परास्त कर दिया। विजयी उम्मीदवार को 6659 मत प्राप्त हुए।