बाल संगोपन योजना 2022 : गरीब बच्चो की पढाई को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए सरकार के द्वारा के कई सारी योजना की शुरुआत की गयी है। आज हम आपको ऐसे ही एक योजना की सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है जिसका शुभारम्भ महाराष्ट्र सरकार के द्वारा की गया है। इस योजना का नाम बाल संगोपन योजना है। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इस बाल संगोपन योजना 2022 की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। जैसे इसका उद्देश्य क्या है? इसके आवेदन करने की प्रकिर्या, मुख्य दस्तावेज, आदि।
इस बाल संगोपन योजना 2022 के अंतर्गत एकल अभिभावक के बच्चे को हर महीने 425 रूपए की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। इस बाल संगोपन योजना से अब तक काफी संख्या में परिवार लाभान्वित हो चुके है। इसका लाभ एकल अभिभावक के बच्चे के साथ साथ ऐसे बच्चे भी उठा सकते है जिनके परिवार में आर्थिक संकट हो,इसके अलावा माता – पिता की मृत्यु हो गयी हो, माता पिता में तलाक हो गया हो,आदि इसका लाभ ले सकते है। इस बाल संगोपन योजना 2022 में आवेदन ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर कर सकते है।
Bal Sangopan Yojana 2022 Maharashtra Importent Point
Scheme Name | Bal Sangopan Yojana |
Eligible | Single Parent’s Child, Children Whose Parents Died, children whose parents are divorced |
Started by | Government of Maharashtra |
Beneficiary | Citizens Of Maharashtra |
Objective | Provide Financial assistance to the children |
website | https://womenchild.maharashtra.gov.in |
Financial help | Rs 425 Every Month |
Starting Year | 2008 |
Bal Sangopan yojana उद्देश्य
इस Bal Sangopan योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों (parents) के बच्चो की शिक्षा को जारी रखना है। इसमें एकल अभिभावक के बच्चे, तलाक सुदा के बच्चे और किसी संगीन (भयंकर) बिमारी से ग्रस्त के बच्चे आदि सभी इस बाल संगोपन योजना के पात्र (Eligible) है। इस बाल संगोपन योजना के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार बच्चो की पढाई में उत्पन सभी बाधा को समाप्त करना चाहती है। साथ ही इस बाल संगोपन योजना से सरकार महाराष्ट्र में बेरोजगारी की दरों को भी कमी करना चाहती है।
बाल संगोपन योजना 2022 का लाभ
- इस बाल संगोपन योजना में ऐसे अभिभावकों के बच्चो को मदद प्रदान की जाती जो किसी भी कारणवश अपने बच्चो को शिक्षा प्रदान करने में असमर्थ होते है।
- योजना में हर महीने 425 रूपए की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है।
- इस योजना की शुरुआत 2008 में महाराष्ट्र सरकार के द्वारा की गयी है।
- इसका आवेदन आप ऑनलाइन कर सकते है।
बाल संगोपन योजना 2022 की पात्रता
- बाल संगोपन योजना का लाभ लेने वाला परिवार महाराष्ट्र का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- बेघर,अनाथ और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे इस बाल संगोपन योजना में आवेदन कर सकते है।
- इसमें बालक और बालिका दोनों आवेदन कर सकते है।
- इसमें आवेदन करने के लिए बच्चे की आयु 1 से 18 वर्ष के होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण दस्तावेज महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आवेदक का आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जन्म प्रमाण पत्र
- आवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- मृत्यु प्रमाण पत्र यदि अभिभावक की मृत्यु हो गयी हो।
बाल संगोपन योजना 2022 आवेदन प्रक्रिया
- बाल संगोपन योजना 2022 का लाभ लेने के लिए बाल एवं महिला विकास विभाग महाराष्ट्र की ऑफिसियल वेबसाइट https://womenchild.maharashtra.gov.in पर जाए। जिसके बाद इसका होमपेज ओपन हो जायेगा।
- होम पेज पर अप्लाई ऑनलाइन के ऑप्शन पर क्लिक करे।
- क्लिक करने के बाद एक फॉर्म ओपन होगा इसमें पूछे गयी सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक भरे।
- फॉर्म भरने के बाद जरुरी डॉक्यूमेंट को अपलोड करे।
- इसके पश्च्यात सबमिट पर क्लिक करे।

कांटेक्ट इनफार्मेशन देखने की प्रोसेस
- सवर्प्रथम बाल एवं महिला विकास विभाग आधिकारिक वेबसाइट ओपन कर ले
- होमपेज ओपन होने के बाद आपको कांटेक्ट अस के ऑप्शन पर क्लिक करे
- क्लिक करने के पश्यात एक न्यू पेज ओपन होगा। इसमें आपको कई सरे विभाग दिखाई देंगे।
- अपने सम्बंधित विभाग पर क्लिक करके कांटेक्ट कर सकते है।
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Process Of Giving Feedback
- बाल एवं महिला विकास विभाग आधिकारिक वेबसाइट ओपन कर ले
- ओफ्फिकल वेबसाइट को ओपन करने के बाद फीडबैक पर क्लिक करे ।
- एक फॉर्म ओपन होगा इससे भरकर सबमिट कर दे।

इस पहल के तहत, जिन बच्चों के माता-पिता विभिन्न कारणों जैसे विकार (पुरानी बीमारी), मृत्यु, अलगाव, या एक माता-पिता द्वारा परित्याग या किसी अन्य आपदा के कारण उनकी देखभाल करने में असमर्थ हैं, उन्हें अस्थायी रूप से दूसरे परिवार के साथ प्रदान किया जाता है।
परिवार द्वारा देखभाल करना प्रत्येक बच्चे का अधिकार है, इसलिए फोस्टर कार्यक्रम के तहत, बच्चे को थोड़े समय के लिए या लंबी अवधि के लिए परिवार उपलब्ध कराया जाता है। सरकार एक धर्मार्थ संगठन के माध्यम से पालक माता-पिता को उनकी बुनियादी जरूरतों के लिए प्रति बच्चा 425 रुपये का मासिक अनुदान प्रदान करती है। परिवार और अन्य प्रशासनिक कार्यों का दौरा करने के लिए कार्यान्वयन धर्मार्थ संगठन को प्रति बच्चा 75 रुपये का मासिक अनुदान दिया जाता है